पर्यावरण पर 2 नई कवितायें – paryavaran par kavita

paryavaran par kavita: पर्यावरण हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हमारे जीवन के कई पहलूओ पर प्रभाव डालता है। क्योकि पर्यावरण से ही हमें वायु, खाद्य संशाधन, जल, ऊर्जा आदि स्रोतो की प्राप्ति होती है। जो हमारे जीवन के लिये बेहद आवश्यक है जिसके बिना जीवन की कल्पना नही की जा सकती।

paryavaran par kavita img
paryavaran par kavita

पर्यावरण न केवल मनुष्यों के लिये जरुरी है बल्कि पृथ्वी पर पाये जाने वाले सभी जीवों के लिये आवश्यक है पर्यावरण से ही हम शुध्द हवा, भोजन और शुध्द पानी की आपूर्ति करके जीवन व्यापन करते है, जो हमारे स्वास्थ्य के बेहद आवश्यक है। लेकिन वर्तमान मे मनुष्योंं के द्वारा रासायनिक पदार्थों का अधिक उत्सर्जन, वनों की कटाई और अधिक औधौगिकरण के कारण पर्यावरण खतरे मे है।

पर्यावरण पर कविता – Paryavaran Par Kavita

खिल रही थी प्रकृती खिल रहा था संसार।
तभी एक मानुष का हुआ उद्गार ॥

तहस नहस कर दी भू-धरा।
पर मानुष फिर भी न डरा ।।

अपने को सु-सज्जीत करने मे हो गया मग्न-मस्त
अबोध था इस बात से की, धरा हो रही है ध्वस्त ।।

चाहे बाजार हो दफ्तर हो या हो कोई कारखाना।
बस एक विनती पर्यावरण को न नुकसान पहुँचाना ।।

पूर्वजो की अमानत को लगा रहे हम जंग।
 कद्र करो भविष्य मे, तुम्हारे बच्चे रहेंगे इसके संग ।।

बस एक बात को अपने मन मे है बिठाना।
मौका मिले तो एक वृक्ष जरूर लगाना ||

paryavaran par kavita: लेखक – अजय (उत्तराखण्ड)

ईश्वर का उपहार है प्रकृति – Poem on Environment Hindi

ईश्वर का उपहार है प्रकृत
जीवन का आधार है प्रकृत
आओ करें इसकी रक्षा
क्योंकि जीवन का उदगार है प्रकृत

सभी वनों की परिवार है प्रकृत
जंगल की अगुवा है प्रकृत
संसाधनों से भरी हुई
भोजन का आधार है प्रकृत

जीवन देती है सबको प्रकृत
चाहे मनुष्य हो या हो वृक्ष
आओ मिलकर करें इसकी रक्षा
क्योंकि सभी जीवों का स्रोत है प्रकृत

अगर खत्म हो जाएगी प्रकृत
तो हो जायेंगे सभी मृत
नहीं होगा फिर जीवन संभव
 क्योंकि जीवन ही तो है प्रकृत

ईश्वर का उपहार है प्रकृत
जीवन का आधार है प्रकृत
आओ करें इसकी रक्षा
क्योंकि जीवन का उदगार है प्रकृत

paryavaran par kavita: अनंत जीवन

पर्यावरण सुरक्षा – paryavaran suraksha

पर्यावरण सुरक्षा ही जीवन रक्षा है। क्योकि पर्यावरण की सहायता से ही पृथ्वी पर जीवन सम्भव हो पाया है. इसकी सहायता से ही हमे शुध्द हवा, जल, खाने के फल-फूल, अनाज तथा मानव के लिये उपयोगी अन्य संसाधन प्राप्त हुये है जो हमारे जीवन को सरल व समृध्द बनाता है। अत: बिना पर्यावरण के जीवन की कल्पना करना असम्भव है।

लेकिन वर्तमान मे मनुष्यों द्वारा पर्यावरण को अधिक क्षति पहुचाया जा रहा है जिसके परिणाम स्वरुप मानव जीवन के साथ-साथ पृथ्वी पर रहने वाले अन्य जीवों को भी मुश्किलो का समाना करना पड रहा है. नीचे सारणी मे हमने पर्यावरण की सुरक्षा हेतु कुछ टिप्स बताये है जिसका पालन कर आप पर्यावरण सुरक्षा मे सहयोग कर सकते है।

प्रथम पर्यावरण पर कविता (paryavaran par kavita) हमे, पर्यावरण सुरक्षा की बोध कराता है और बताता है कि पर्यावरण के विनाश का मुख्य कारण कौन है।

paryavaran par kavita

पर्यावरण सुरक्षा – paryavaran suraksha

  • प्लास्टिक का उपयोग ना करें और प्लास्टिक की वस्तुओ के बजाय पुनः प्रयोग और रीसाइक्लिंग वाली वस्तुयों का प्रयोग करें।
  • पानी की बर्बादी ना करें अर्थात सावधानीपूर्वक पानी का उपयोग करें।
  • वृक्षों को ना काटे, साथ ही, नए वृक्षों को लगाने का प्रयास करें।
  • विजली की खपत कम करें और विद्युत यंत्रों को सही ढंग से चलाएं
  • वनस्पतियों व जंगलो का संरक्षण करें।
  • वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, और भूमि प्रदूषण ना करें।
  • प्रदूषण को कम करने के उपायों को अपनाएं, जैसे कि धुये वाले वाहनों का प्रयोग ना करे।
  • इलेक्ट्रिक वाहनो का प्रयोग करें
सूर्यकांत त्रिपाठी की प्रसिध्द कविताएं
कुमार विश्वास की प्रसिध्द कविताएं
झांसी की रानी पर प्रसिध्द कविताएं
रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिध्द कविताएं
प्रसिध्द कविता संग्रह

पर्यावरण पर कुछ महत्वपूर्ण शब्द

  • पर्यावरण सभी जीवों के लिये महत्वपूर्ण है यह पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवों पर पर प्रभाव डालता है।
  • पर्यावरण से हमें जल, वायु, फल, फूल व ऊर्जा आदि प्राप्त होता है। जो हमारे जीवन के लिये बहुत ही उपयोगी है।
  • पर्यावरण हमें स्वच्छ हवा और पानी देता है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
  • पर्यावरण सभी जीवों के लिये खाद्य उत्पादों की आपूर्ति करता है, जो सभी जीवों के लिये आवश्यक है।
  • पर्यावरण वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण के लिए भी आवश्यक है, जिनके बिना किसीभी जीव का जीवन संभव नहीं है।
  • पर्यावरण हमें प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद भी देता है, जिससे हमारा मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
  • पर्यावरण हमारे रोजगार, आर्थिक संवृध्दि, और समाज के विकास के लिए भी अतिमहत्वपूर्ण है। इससे हमारा जीवन सुखमय और समृद्ध होता है।

निष्कर्ष– पर्यावरण रक्षा ही जीवन रक्षा है. इस विचार को हमे समाज तक पहुचाना है ताकि लोग पर्यावरण के सुरक्षा के प्रति सचेत हो सके, और पर्यावरण की रक्षा मे अपनी भूमिका निभाये. इस लेख मे हमने पर्यावरण पर कविता (paryavaran par kavita) पढा, ये कविता आपको पर्यावरण के प्रति सजग होने की सीख देती है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top