अनुलोम विलोम कैसे करे- योगा कैसे करे और इसके फायदे Anulom Vilom, Steps and Benefits in Hindi
योगा क्या है और इसके फायदे
योगा या आसन एक ऐसी अवस्था है जिसमे हम आराम से और देर तक बैठ सके। एक आरामदायक स्थिति में या हमेशा के लिए एक मुद्रा में बैठने को आसन कहा जाता है ।
शारीरिक काम करना योग का एक आसन परिभाषा है योग आखिर हमारे लिये कैसे लाभ दायक है योग करने से हमारे सरिर के 100% रोग खतम हो जाते है
योग हम कीसी भी प्रकार से कर सकते है बहुत लोग प्रतिदिन योग करते होगे पर उन्हे पता ही नही होता , जब कि किसानो और बच्चो का योग घरेलु काम से ही हो जाता है पर कुछ योग सिर्फ किसी विशेष तरह के रोग को ही ठीक कर पाते है पर कुछ लोग योग के माध्य्म से लगभग सभी तरह के रोग को ठीक कर सकते है,
योग करना या ध्यान करना एक ही बात है, लेकिन दोनो के कार्य अलग-अलग है योग के माध्यम से हम अपने को एक अलग प्रक्रिया मे लाते है , जबकि ध्यान हमारे मस्तिष्क के लिये होता है ,
ध्यान के माध्यम से हम अपने जीवन को एक उर्जा प्रदान कर सकते है, अगर आप को अवचेतन मन की शक्ती के विषय मे नही पता है तो, पहले आप अवचेतन मन की शक्ती के बारे मे जाने [अवचेतन मन की शक्ती]
अगर आप एक student है तो योग जरुर करे
योगा को दिनचर्या मे उतारना सब के बस की बात नही, योगा शुरुआत सुबह उठने से ही हो जाता है, अब आप को जानना जरुरी है की सुबह कितने बजे उठे।
अनुलोम विलोम क्या है
अनुलोम विलोम एक प्रकार का योगा है इसे करने के अनेको फायदे है इसे करने से हमारे शरीर की इम्यूनिटी शक्ती बढती है Anulom Vilom करने से हम कई बीमारियो को आसानी से हराया जा सकता है उसपर विजय पा सकता है जैसे- अस्थमा , फेफडा से जुडी बीमारी और डिप्रेसन इत्यादि ,अनुलोम विलोम से आप मन को शांत व स्थिर कर सकते है
जीवन को स्वस्थ्य व हमेशा खुश रखने के लिये योगा करना बहुत जरुरी है, योगा के कई प्रकार है और उसी मे से आज हम अनुलोम विलोम प्राणायाम के करने के क्या – क्या फायदे है किस काम मे आता है , हम सब इस आर्टिकल मे yoga के अनुलोम विलोम क्रिया के बारे मे जानेगे ।
योगा एक साधना है इस क्रिया को करने वाले लोगो को योगी कहाँ जाता है इस क्रिया को योग की क्रिया का भाग माना जाता है
योगानंद के अनुसार हमारे प्राचीन भारत मे क्रिया योग को भली भाति जाना जाता है लेकिन अंत मे ये खो गया, योगा के विषय मे भगवान श्री कृष्ण ने भगवत गीता मे योग की संक्षीप्त जानकारी दिया गया है ।
भगवत गीता मे भगवान कृष्णा ने योग ध्यान क्रिया के बारे मे कई बार जिक्र किया है “क्रिया योग एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से मानव विकास की प्रकिया को तेज़ किया जा सकता है।
कैसे करे अनुमोल विलोम
अनुलोम विलोम करने के लिये सबसे पहले आप खुले आसमान और सुध्द वातावरण जैसे मैदान मे जाना होगा , जहा पे आप शांती मिल सके ।अगर आप गाव मे है तो आप को हर जगह ऐसी व्यवस्था मिल सकती है लेकिन शहरो मे रहने वाले लोगो को ये व्यवस्था करनी पडेगी
अनुलोम विलोम करने के स्टेप्स
- चौकडी या पल्थी मार कर बैथ जाये
- मन को शांत करे व लम्बी सांस ले
- दाये अंगुठे से दाहिने नाक बंद करे और बाई नाक से सांस अंदर ले
- अब अनामिका अंगुली से बाई नाक बंद करे और दाहिने नाक से सांस को बाहर छोडे
- अब स्टेप 3 और 4 को लगातार कुछ समय के लिये करे
इस प्रकिया को आप दोनो तरफ से कर सकते है , दाहिने नाक से सांस लेकर बाये से छोडे और
बाये नाक से सांस लेकर दाये से छोडे| Gora hone ka Tarika
अनुलोम विलोम कैसे करे फोटो के साथ समझे
1.चौकडी या ( पल्थी ) मार कर बैठ जाये
मन को शांत करे व लम्बी सांस ले
2.दाये अंगुठे से दाहिने नाक बंद करे और बाई नाक से सांस अंदर ले
3.अब अनामिका अंगुली से बाई नाक बंद करे और दाहिने नाक से सांस को बाहर छोडे
4.अब स्टेप 2 और 3 को लगातार कुछ समय के लिये करे
इस प्रकिया को आप दोनो तरफ से कर सकते है , दाहिने नाक से सांस लेकर बाये से छोडे और बाये नाक से सांस लेकर दाये से छोडे
अनुलोम विलोम करने के फायदे : benefits of anulom vilom in hindi
अनुलोम विलोम हमारे शरीर के लिये लाभदाकत है यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिये भी बहुत लाभदायक है इसे करने से हमारा मन शांत ,शरीर पवित्र इत्यदि है
- अनुलोम विलोम पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाता है,
- अनुलोम विलोम मसल्स के लिए भी अच्छा माना जाता है.
- अनुलोम विलोम प्राणायाम गठिया के लिए भी फायदेमंद है.
- अनुलोम विलोम करने से चिंता दुर होता है
- अनुलोम विलोम करने से फेफड़े मजबूत होते हैं.
- अनुलोम विलोम करने से सभी प्रकार के चर्म रोग दुर किये जा सकते है
- अनुलोम विलोम से ब्रेन ट्युमर तक ठीक किया जा सकत है
- अनुलोम विलोम कैंसर को भी मात दे सकता है
- अनुलोम विलोम करके आप वजन कम कर सकते हैं.
- अनुलोम विलोम करने दिल स्वस्थ्य रहता है. यह दिल के लिए अच्छा है.
- अनुलोम विलोम, तनाव या डिप्रेशन को दूर करने के लिए अच्छा प्राणायाम है.
अनुलोम विलोम का अर्थ
अनुलोम का अर्थ होता है सीधा और विलोम शब्द का अर्थ होता है उल्टा,अर्थात अनुलोम विलोम मे नाक के दाये से सांस खीचते है तो बाये से बाहर निकालते है और बाये से सांस खीचते है तो दाये से बाहर निकालते है इसे ही अनुलोम विलोम प्राणायाम कहते है
FAQ
Q:अनुलोम विलोम क्या है ?
Ans:अनुलोम विलोम एक प्राणायाम है जो की योगा के श्रेणी मे आता है
Q:अनुलोम विलोम के क्या-क्या फायदे है?
Ans:अनुलोम विलोम से हमारा शरीर,मन,आत्मा स्वस्थ्य व पवित्र रहता है
Q:अनुलोम विलोम कब करे?
Ansअनुलोम विलोम सुबह करने से इसके चमत्कारी बदलाव देखने को मिलता है
Q:अनुलोम विलोम किस उम्र मे करे ?
Ans:अनुलोम विलोम को आप किसी भी उम्र मे कर स्कते है
Q:अनुलोम विलोम कितने समय तक करन चहिये ?
Ansअनुलोम विलोम 5 से 10 मिनट जरुर करे