हमारे भारत देश मे समय-समय पर ऐसे कई महान व्यक्तियों का जन्म (अवतार) हुआ है। जिन्होने अपनी विशिष्ट क्षमता से समाज को नई राह दिखायी। और अकल्पनीय परिवर्तन किये, जिससे समाज अधिक खुशहाल व कुशल जीवन व्यतीत करने मे सक्षम हो पाया है। उन्ही महान व्यक्तियों मे से एक है आचार्य विनोबा भावे (Vinoba Bhave) जिन्होने समाज व राष्ट्र के निर्माण मे अपना सम्पूर्ण जीवन व्यतीत कर दिया।
आचार्य विनोबा भावे जी बचपन से ही प्रकृति प्रेमी थे। उन्हे घूमना काफी पसंद था व अपने आस-पास की नदियो, पहाडियों, खेतो व एतिहासिक स्थलों पर अक्सर जाया करते थे। नीचे हम आचार्य विनोबा भावे की जीवन परिचय को विस्तार से पढेंगे।
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आचार्य विनोबा भावे का जीवन परिचय – Biography of Acharya Vinoba Bhave
आचार्य विनोबा भावे जी का पुरा नाम विनायक राव भावे (Vinayak Vinoba Bhave) है। ये भारत के महान संतो व शिक्षकों मे से एक है इसलिये इनके नाम से पहले आचार्य (आचार्य विनोबा भावे) शब्द का प्रयोग किया जाता है। इनका जन्म 11 सितम्बर 1895 को भारत की आर्थिक राजधानी महाराष्ट्रा (मुम्बई) मे हुआ था। इनके पिता का नाम नरहरी शम्भू राव व माता का नाम रुक्मणी देवी था। जो की एक हिंदू ब्राम्हण परिवार से थी।
नाम | विनायक राव भावे |
जन्म | 11 सितम्बर 1895 |
जन्म स्थान | महाराष्ट्र (भारत) |
जाति / धर्म | ब्राम्हण (हिन्दू) |
पिता का नाम | नरहरी शम्भू राव |
माता का नाम | रुक्मिणी देवी |
कार्य | महात्मा, संत, लेखक, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी |
मृत्यु | 15 नवम्बर सन 1982 |
आचार्य विनोबा भावे की शिक्षा – Education of Acharya Vinoba Bhave
आचार्य विनोबा भावे जी का बचपन से ही शिक्षा से गहरा सम्बंध था। इन्होने बचपन मे ही विद्यालयी पुस्तकों के साथ-साथ आध्यात्मिक पुस्तकों को भी पढना शुरु कर दिया था। इन्होने ने कम उम्र मे ही ब्रम्हसुत्र, तुकाराम गाथा, दास बोध व गीता जैसी कई आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन किया ।
विनोबा भावे जी उच्चकोटि के लेखक थे एवं इन्हे कई भाषाओ का ज्ञान भी था। जैसे- हिंदी, संस्कृति, बंगला, तमिला आदि, इन्होने सभी भाषाओं मे अनेक पुस्तको की रचना की है।
विनोबा भावे और महात्मा गांधी
एक बार महात्मा गांधी ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय मे बहुत ही प्रभावशाली भाषण दिया, जिसके कुछ अंश अखबार मे छापे गये। जिसे पढकर विनोबा भावे जी बहुत प्रभावित हुये ।
इसी दौरान विनोबा भावे जी ने महात्मा गाँधी को एक पत्र लिखा, जहाँ महात्मा गाँधी ने जवाबी पत्र से उन्हें अहमदाबाद के कोचरब आश्रम में मिलने बुलाया। यही वो समय था जब आचार्य के जीवन मे बहुत बडा बदलाव हुआ। इनकी महत्मा गाँधी से पहली मुलाक़ात 7 जून 1916 मे अहमदाबाद मे हुई।
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विनोबा भावे जी का भूदान
भूदान का अर्थ – भूमी दान से है। विनोबा भावे जी ने देखा की कई लोगो के पास अधिक जमीन है तो कीसी के पास एक धूर भी नही। जबकी जीवन व्यापन के जमीन का होना आवश्यक है, जिससे व्यक्ति अनाज व फसल उगा कर अपने परिवार का पालन पोषण कर सके।
इसलिये विनोबा भावे जी ने देश के कोने-कोने गांवो मे जाकर ज्यादा भूमि वाले किसानो से मिलकर व विचार विमर्श करके उनके भुमि का कुछ हिस्सा भूमहीन किसानों का दिलवाया। इस प्रकार से देश के भूमहीन किसानों को भुमि दिलाकर उनके जीवन व्यापन करने की व्यवस्था की।
आचार्य विनोवा भावे के अनुसार तालमेल क्या है ?
विनोबा भावे (Vinoba Bhave) ने तालमेल को संतुलित करने के लिये एक उदाहरण दिया है। उन्होने कहाँ है की वशिष्ठ ऋषि के आश्रम मे गाय व बाघ एक साथ नदी मे पानी पिया करते थे। जिसका अर्थ यह है की बाघ की केवल क्रुरता समाप्त हो गई है बल्की गाय गाय की भीरुता भी समाप्त हो चुकी है। नही तो गाय -भय = शेर -क्रुरता (शिकारी) से तालमेल बैठता है।
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विनोबा भावे जी के सुविचार – Quotes of Vinoba Bhave Hindi
सत्य को किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं
Vinoba Bhave
भक्ति ढोग नही है दिन भर पाप करके झूठ बोलकर प्रार्थना नही होती।
विनोबा भावे
जिस घर मे उधोग की शिक्षा नही, उस घर के बच्चे घर का जल्दी नाश कर देंगे।
विनोबा भावे
समता का अर्थ है बराबरी, एसी बराबरी जिसमे योग्यता के अनुसार सभी का आंकलन हो
Vinoba Bhave
आचार्य विनोबा भावे के अनुसार “समता” क्या है ?
आचार्य विनोबा भावे जी महान समाज सुधारको मे से एक है। उन्होने समाज मे देखा की समता (समानता) की बहुत कमी है। यहाँ पर किसी को ज्यादा तो किसी को कम आंका जाता है। कोई बराबर रुप से प्राप्त नही कर पाता।
समता का अर्थ क्या है?
अगर समता का अर्थ बराबरी है तो कैसी बराबरी ? आइये इसे उदाहरण से समझे – मान लीजिये घर मे 4 रोटी है और दो खाने वाले, इस प्रकार सब को दो- दो रोटिया मिलनी चाहिये, अगर ऐसी समता घर की औरते सीख जाये तो अनर्थ हो जायेगा, क्योकी यदि इनमे से एक खाने वाला 2 साल का और दुसरा 25 साल का, तो एक अतिसार (अधिकता) से मरेगा और दुसरा भूखमरी से।
समता का अर्थ है योग्यता के अनुसार कीमत आंकना
Vinoba Bhave
अर्थात – समता के लिये योग्यता का आकना बेहद जरुरी है। उपर दिये गये उदाहरण के अनुसार समता का सही अर्थ यह है की दो साल के बच्चे को आधी रोटी या भूख अनुसार रोटी मिले और दुसरे 25 वर्ष के मनुष्य को 2.५ या बची हुई रोटी मिले। कृपया उपर दिये गये उदाहरण को ध्यान से पढे-
FAQ – Vinoba Bhave
प्रश्न. आचार्य विनोवा भावे का पुरा नाम क्या है?
विनायक राव भावे
प्रश्न. विनोबा भावे का जन्म कब हुआ था ?
11 सितम्बर 1895
प्रश्न. विनोबा भावे का जन्म कहाँ हुआ था?
महाराष्ट्र (भारत)
प्रश्न . विनिबा भावे कौन थे?
विनोबा भावे एक माहात्मा, लेखक. समाज सुधारक, संत और स्वतंत्रता सेनानी थे।
प्रश्न. विनोबा भावे का मृत्यु कब हुआ था?
15 नवम्बर सन 1982