सच्चा प्यार पर कविता (love poetry in Hindi in 4 line)

जब रिस्ता कड़वाहट से गुजरता है तो प्यार दब जाता है
[love poetry in Hindi] (hindi poetry on love )( love poems in Hindi )

अगर आप कविता पढने के शौकिन है तो ये प्यार love भरी कविता सच्चे प्यार करने वाले प्रेमियो को समर्पित है अगर आप किसी से सच्चा प्यार करते है तो ये कविता आप के लिये है, इस कविता का भाव दो प्रेमी के जुदाइयो पर है, एक प्रेमी जुदा होने के बाद अपने प्रेमिका को कैसे मनाता है उनकी बातो को Love kavita in Hindi का रुप दिया गया है, आशा है आप को पसंद आयेगा। 2 lines love

love poetry in Hindi
love Poetry

Love Poem in Hindi -सच्चे प्यार पर कविता

चल आज एक मुलाकात करते है
जो अधूरा रह गया है,उसकी शुरुआत करते है


चल आज एक मुलाकात करते है
जो अधूरा रह गया, पूरे वो ख्वाब करते है
तेरे मेरे बीच कुछ तो बाकी होगा
आज भी सायद तेरे सीने मे मेरा दिल होगा
छोड़ दुनिया की बाते,
चल नई शुरुआत करते है
आज फिर एक मुलाकात करते है

मीले इस तरह जैसे कभी मिले न थे
मिले इस तरह जैसे कभी गिले न थे
भुला दे जो भी दर्द है गुजरा
एक नई राह की पहचान करते है
चल एक फिर मुलाकात करते है



फलक का अफ़ताब ढलने लगा है
सफर तेरे बिन अब खलने लगा है
चल इसका भी कुछ निदान करते है
आज एक फिर मुलाकात करते है


चल फिर दिलो के पर्दे नकाम करते है
आज फिर एक मुलाकात करते है


यु ही तो नही कोई रिस्ता बनता
यु हि कोई रास्ता किसी से न मिलता
साथ मिलकर जिंदगी की पहेलियो को सुलझा सकते है
पहले एक मुलाकात करते है।


छोड जहाँ हम मोड पे चले आये है
देख जिंदगी आज भी वही पडी है
एक ढेर है यादो का और कई सपने है
चल सफर ये स्टार्ट करते है
आज फिर मुलाकत फिर करते है

लेखिका – सविता पाटिल

***सच्चे प्यार पर कविता***


विषय सूची

2 Line Love poetry in Hindi

कविता के माध्यम से लोग अपनी भावनाओ को व्यक्त करते है , इस लेख मे लेखक कुशल कांत ने अपनी भावनाओ को व्यक्त कर दिया है, शायद वो भी प्रेमी है आप के जैसे- आइये कविता मे डूबते है ।

सच्चे प्रेम पर कविता

तुम को देख तो ये ख्याल आया
जिंदगी धूप तुम घना साया
तुम को देख तो ये खयाल आया
आज फिर दिल ने एक तमन्ना कि
आज फिर दिल को हमने समझाया
तुम को देख तो ये ख्याल आया
जिंदगी धूप तुम घना साया
तुम चले जाओगे तो सोचेंगे
हम ने क्या खोया हमने क्या पाया
जिंदगी धूप तुम घना साया
तुम्हें देखा तो ये खयाल आया
हम जिसे गुनगुना नही सकते
वक़्त ने ऐसी गीत क्यु गाया
जिंदगी धूप तुम घना साय
तुमको देख तो ये खयाल आया

Love Poem in Hindi

सच्चा प्रेम कविता

रात-रात भर गले लगाकर सपने दूर हुए।
सुधियों के जो शीशमहल थे चकनाचूर हुए।
कभी चाँद पे मस्त मगन हो, साथ तुम्हारे घूमे,
कभी तुम्हारी ज़िद ने, सारे उड़ते बादल चूमे,
चर्चे अपने सपनों के जैसे मशहूर हुए।
सुधियों के जो शीशमहल थे चकनाचूर हुए।
जिसको,जितना,जैसा चाहा, बिल्कुल वैसा पाया,
सपनों ने प्रस्ताव हमारा, कभी नहीं ठुकराया,
जैसे ही मेरे होने थे जो,भरपूर हुए।
सुधियों के जो शीशमहल थे चकनाचूर हुए।
भाग्योदय तो हुआ हमारा,पर हम रहे अभागे,
जब-जब पकड़ा हाथ तुम्हारा, तभी नींद से जागे,
फिर से मन को समझाने को हम मजबूर हुए।
सुधियों के जो शीशमहल थे चकनाचूर हुए।

Love Sayari in Hindi

  1. दर्द बता के मजाक बन जाऊ
    इससे अच्छा थोडा मुस्कुराऊ
    और खामोश हो जाऊ

2.मै तेरे खाबो मे खोया था
तु भी मेरे सपनो मे खोई थी क्या
ये जो मोहब्बत मोहब्बत कहती फिरती हो
तुम्हे सच मे मोहब्बत हुई थी क्या

3. भूलाने की चाहत नही है तुम्हे,
बस इतना चाहता हू, जब भी तुम्हे याद करु आंखो मे आंसू ना आये॥

4. बडी ही हसीन शाम वह तेरे साथ की
अब तक खुशबू नही गई, मेरे हाथ से तेरे हाथ की

5. तेरा ख्याल ही अच्छा है
न आने मे देरी करता है
न जाने मे जिद करता है।

Hindi Poetry on Love

Sad Love Poem in Hindi

tere mere bhich, kuch to baki hoga
dekh jara aj bhi tere sine me ,sayad mera dil hoga
chhod duniya ki bat, chal teri meri bat phir karte hai
aaj eak mulakat, phir karate hai

mile iss tarah, jaise kabhi gile na the
mile is tarh, jaise kabhi mile ka the
bhula de j bhi dard me gujara
fir se nai shuruaat karate hai
aaj fir ek mulakat karate hai

chal kuuch naya bunte hai
aj eak naya mulakat karate hai
falak ka aftaab dhalane laga hai
safar tere bin, khalane laga hai

chal, eak nayi kosis karate haii
aaj eak muakat karte hai
yu hi to nahi koi rista banata
yu hi to nahi koi rasta kisi se milata

chhod jis mod pe ham chale aaye hai
dekh jara aaj bhi zindagi wahi padi hai
eak dher hai yado ka aur kai siskiya hai
chal safer ye start karte hai
aaj mulakal phir karate hai

***your love**

Romantic Poetry in Hindi जल्द ही

यह कविता कुशल कांत जी के द्वारा लिखी गई है जो की एक उभरते हुये लेखक है, यह अपना ज्यादा समय कविता व कहाँनी लिखने मे बिताते है, अगर कुशल कान्त के जैसा आप भी कविता व कहाँनी लिखना पसंद करते है तो, आप हमसे जुड सकते है,
जल्द ही आपके लिये नई व भावपूर्ण कविता पेश की जायेगी,

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