सूर्य नमस्कार कैसे करें, फायदे एवं प्रकार जाने | Surya namaskar yoga in Hindi

Surya namaskar : योगा अर्थात शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ एवं संतुलन करना है। यह एक प्राचीन भारतीय योगिक विधि और जीवनशैली है जिसका प्रमाण हिंदू धर्म ग्रंथो मे सम्मलित है।

योगा न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि विभिन्न आसनों , प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक विकास भी करता है। जिसके परिणाम स्वरुप मनुष्य एक सुखद एवं स्वस्थ जीवन का लाभ ले पाता है।

Surya namaskar yoga in Hindi

आज हम इस लेख मे सबसे अधिक किया जाने वाला योगा, जो सूर्य नमस्कार योगा (surya namaskar yoga in Hindi) को हिंदी मे जानेंगे, साथ ही हम इस योगा के करने की प्रक्रिया, विशेषताये एवं लाभ भी जानेंगे।

सूर्य नमस्कार योगा – Surya namaskar yoga in Hindi

सूर्य नमस्कार एक प्राचीन योगाभ्यास है। जो कई योगासनो जैसे- प्राणायाम, दण्डासन, भुजंगासन आदि से मिलकर बना है, भारतीय संस्कृति मे योगा को आस्था का एक रुप माना जाता है। जिसमे सैकडोंं योगासन क्रियाये शामिल है। जिसमे सूर्य नमस्कार उच्चतम योगासनों मे से एक है।

सूर्य नमस्कार का प्रतिदिन अभ्यास करने से शरीर, मन और आत्मा संतुलित रहता है तथा यह हमारे शरीर की ऊर्जा बढ़ाने और स्वास्थ्य को सुधारने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है।

प्रतिदिन सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर मे लचीलापन, मांसपेशियों मे मजबूती, प्रतिरोधक क्षमता मे वृध्दि और शरीर को लंबाई देने जैसे कई लाभ देता हैं।

सूर्य नमस्कार करते समय मंत्र जाप: सूर्य नमस्कार के दौरान आप मंत्र जाप भी कर सकते है। जो निम्न है. “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः” इस मंत्र के जाप से मन को शांति और स्थिरता मिलती है, और यह ध्यान को समर्पित करने में मदद करता है।

सभी सूर्य नमस्कार योगासन – all surya namaskar names in Hindi

भारतीय हिंदू संस्कृति मे योगा को एक आस्था का रुप माना जाता है. जिनका उल्लेख हिंदू धर्म ग्रंथो मे मिलता है। भारतीय संस्कृति मे ऐसे कई योगासन क्रियाये शामिल है। जो आपके जीवन को पूर्ण रुप से स्वस्थ एवं आनंदमयी बना सकते है।

all surya namaskar names in Hindi

सूर्य नमस्कार इन्ही योगासनों मे से एक है। आपको बता दू सूर्य नमस्कार कई योगासनो जैसे- प्राणायाम, दण्डासन, भुजंगासन आदि से मिलकर बना है। जिनके नाम निम्न लिखित है।

सभी सूर्य नमस्कार योगासन – All Surya Namaskar Posses Hindi

  • प्रणामासन
  • हस्तउत्तनासन
  • अष्टांग नमस्कार
  • भुजंगासन
  • अधोमुख शवासन
  • अश्व संचालनासन
  • पादहस्तासन
  • अश्व संचालासन
  • पादहस्तासन
  • हस्तउत्तनासन
  • दंडासन

सूर्य नमस्कार करने की प्रक्रिया या स्टेप्स – Surya namaskar steps in Hindi

आभार – Swami Ramdev

Surya namaskar Step 1 : प्रणामासन

सूर्य नमस्कार का प्रथम चरण प्रणामासन से शुरु होता है। सबसे पहले सूर्य की ओर मुख करके सावधान की स्थिति में खड़े हो जायें तथा अपनी पीठ सीधी रखें और ध्यान केंद्रित करें और अपने दोनों हाथों को ऊपर से लाकर नमस्कार की मुद्रा बनायें, ऐसा करते वक्त ध्यान रखे की आपका मन एकाग्र हो ताकि आप शांति भाव को अनुभव कर सके।

Surya namaskar Step 2 : हस्तोत्तानासन

सूर्य नमस्कार का द्वितीय चरण हस्तोत्तानासन होता है। अब आपको श्वास (सांस) भरते हुए अपने हाथों को धीरे-धीरे ऊपर ले जाये तथा कोहनी को भी पीछे की ओर ले जायें, ऐसे मे आपके हाथ सिर के बीच में स्थित रहेगा, अब आपको यथाशक्ति अपने कमर को पीछे झुकाना है.

ऐसा करते वक्त ध्यान रखे कि आपके श्वास की गति धीमी व गहराई हो तथा आपका ध्यान केंद्रित हो, अब आप धीरे-धीरे उच्च और निम्न श्वास को अनुभव करें और शांति और स्थिरता को अनुभव करें।

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Surya namaskar Step 3 : पादहस्तासन

पादहस्तासन एक योगासन है जिसमें आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है:

  • एक स्थिर और समय के साथ सहज आसन में खड़े हो जाएं।
  • श्वास बाहर निकालें और हाथों को सामने झुकाएं।
  • पैरों को जमीन पर टिकाएं और सिर को घुटनों से लगाने का प्रयास करें। ध्यान दें कि घुटने नहीं मोड़े जाएं।

पादहस्तासन करने के लिए समय और सामर्थ्य के साथ अभ्यास करें। योगासन को सही ढंग से करने के लिए एक योग गुरु या योग इंसट्रक्टर की मार्गदर्शन का उपयोग करना भी उपयोगी हो सकता है।

Surya namaskar Step 4 : संचालनासन, अश्व संचालनासन

अश्व संचालनासन एक योगासन है जिसमें आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है

  • सहज एवं साधारण मुद्रा में खड़े हो जाएं।
  • श्वास अंदर भरें और दायें पैर को पीछे की ओर ले जाएं।
  • बाएं पैर को 90 डिग्री के कोण पर रखें, और सामने देखते रहे।
  • इसी पोजिसन को आप कई सेकंडों तक बनाए रखें और फिर सांस छोड़ें।
  • श्वास को बाहर छोड़ते हुए पैरों को पहले की ओर ले जाएं।
  • अब आप इसी प्रक्रिया को कदमों को बायां पैर के लिए भी दोहराएं और योगासन को पूरा करें।

Surya namaskar Step 5 : पर्वतासन

पर्वतासन योगासन एक आसन है जिसमें आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है:

  • एक स्थिर और समय के साथ सहज आसन में बैठें।
  • श्वास बाहर निकालें और बाएं पैर को पीछे ले जाएं, जबकि गर्दन और सिर दोनों हाथों के बीच रहें।
  • यदि संभव हो, तो सिर को जमीन से लगा सकते हैं, लेकिन ध्यान दें कि आराम से करें।
  • ध्यान रखें कि शरीर का वजन बायें पैर पर संतुलित रहे।
  • यह स्थिति कई सेकंडों तक बनाए रखें और फिर सांस छोड़ें।
  • पर्वतासन को सही ढंग से करने के लिए समय और सामर्थ्य के साथ अभ्यास करें।

Surya namaskar Step 6 : साष्टांगासन

साष्टांगासन योगासन को करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  • स्थूलता और स्थिरता के साथ सजग आसन प्राप्त करें।
  • श्वास को रोकें और हाथों और पैरों के पंजों को स्थिर रखें जबकि छाती और घुटने भूमि को स्पर्श करें।
  • श्वास को सामान्य रखें, यानी साधारण रूप से सांस लें।
  • स्थिति को सही ढंग से बनाए रखें और सुखद भाव में रहें।

साष्टांगासन शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करने वाला एक प्रमुख योगासन है। यह आपके शरीर को मजबूत और लचीला बनाने, श्वास और प्राणायाम को नियंत्रित करने, मन को स्थिर और शांत करने, और आध्यात्मिक संयम को विकसित करने में मदद कर सकता है।

ध्यान रखें कि साष्टांगासन को सही ढंग से करने के लिए पूरी निगरानी और समय की आवश्यकता होती है। यदि आप नए हैं या इसे पहली बार कर रहे हैं, तो एक योग गुरु का सहारा अवश्य ले।

नोट – जल्द ही हम अन्य स्टेप्स को भी आपके साथ सांझा करेंगे, इससे हुई असुविधा के लिये हमे खेद है।

सूर्य नमस्कार के फायदे – surya namaskar benefits in hindi

सूर्य नमस्कार करने के कई लाभ होते हैं। यह हमे शारीरिक व मानसिक लाभ के अलावा आध्यात्मिक लाभ भी प्रदान करता है। जिसका उल्लेख नीचे किया गया है।

सूर्य नमस्कार के शारीरिक लाभ – body benefits of surya namaskar in hindi

शारीरिक लाभ: सूर्य नमस्कार शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। यह शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है, मांसपेशियों को ताकत देता है, पाचन तंत्र को सुधारता है, वजन कम करने में मदद करता है और शरीर के तंत्रों को सुचारू रूप से कार्यान्वित करता है।

  • वजन कम करने मे सहायक
  • शरीर को लचीला बनाता है।
  • मांसपेशियो को मजबूत बनाता है।
  • कब्ज की समस्या को ठीक करता है.
  • शरीर के सभी अंगो के मांसपेशियो को मजबूत बनाता है।
  • पेट की चर्बी कम करने मे मदद मिलती है।
  • हड्डिया मजबूत होती है।

सूर्य नमस्कार के मानसिक लाभ – Mind/Brain benefits of surya namaskar in hindi

मानसिक लाभ: सूर्य नमस्कार मानसिक स्थिरता को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके द्वारा आप मन को शांत करते हैं, मानसिक तनाव को कम करते हैं, मनोवैज्ञानिक चुनौतियों को दूर करते हैं और मन की स्थिरता को प्राप्त करते हैं।

  • मन स्थिर रहता है.
  • एकाग्रता शक्ति मे वृध्दि होती है।
  • मानसिक मजबूती मिलती है/
  • मानसिक तनाव/अवसाद से निजाद मिलता है.
  • मानसिक थकान दूर होती है.
  • धैर्यवान, आत्मविश्वास, जैसे गुण विकसित होने मे सहायता मिलती है।

ऊर्जा की बढ़ोतरी: सूर्य नमस्कार करने से शरीर की ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है। यह शरीर को ऊर्जावान और ताजगी से भर देता है, आदिम ब्रह्म प्राप्ति में मदद करता है और दिनभर की गतिविधियों को पूर्ण करने के लिए ताकत प्रदान करता है।

सूर्य नमस्कार के लिये मंत्र – surya namaskar Mantra in hindi

surya namaskar Mantra in hindi

ॐ मित्राय नमः ।
ॐ रवये नमः ।
ॐ सूर्याय नमः ।
ॐ भानवे नमः ।
ॐ खगाय नमः ।
ॐ पूष्णे नमः ।
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः ।
ॐ मरीचये नमः ।
ॐ आदित्याय नमः ।
ॐ सवित्रे नमः ।
ॐ अर्काय नमः ।
ॐ भास्कराय नमः ।

सूर्य नमस्कार मंत्र के फायदे

जैसा की हमे मालूम है कि सूर्य नमस्कार एक प्राचीन योगासन है जो शरीर, मन, और आत्मा को स्वस्थ और सुगठित रखने के लिए सामर्थ्यशाली है।

क्रेडिट / आभार – ‘Sadhguru Hindi‘ YouTube Channel

इसे नियमित रूप से अभ्यास करने से शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं। यह आपके स्वास्थ्य और कुछ विशेष शरीरिक प्रभावों को सुधारने में मदद कर सकता है। लेकिन इसके साथ-साथ ही सूर्य नमस्कार के मंत्र का जाप करने से निम्नलिखित फायदे भी होते हैं

  • मन को शांति देना देता है: सूर्य नमस्कार के मंत्र का जाप करने से मन की स्थिति में स्थिरता और शांति महसूस होती है। जिसके परिणाम स्वरुप आप सुखद जीवन का आनंद प्राप्त कर सकते है।
  • प्राण शक्ति को जागृत करना: सूर्य नमस्कार के मंत्र के जाप करने से प्राण शक्ति को जागृत किया जा सकता है, जो शरीर, मन और आत्मा की ऊर्जा को बढ़ावा देती है। और आप एक आनंदपूर्ण जीवन का लाभ ले सकते है।
  • मन को नियंत्रित करना: सूर्य नमस्कार के मंत्र के जाप से मन को नियंत्रित करने की क्षमता विकसित होती है, जो चिंता, तनाव और अशांति को कम करने में सहायता करती है। जिससे आप मानसिक रुप से मजबूत होते है।
  • ध्यान को स्थिर करना: सूर्य नमस्कार के मंत्र के जाप से ध्यान को स्थिर करने की क्षमता में सुधार होता है। यह मन को एकाग्र करने और आध्यात्मिक अनुभव को गहराने में सहायता करता है। जो आध्यात्मिक व्यक्तियों के लिये रामबाण उपाय है।

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