चिंता क्या है ? tension kya hai

चिंता एक सामान्य मानवीय प्रतिक्रिया है जो सभी को होती है। वास्तव में, मानव शरीर को तनाव का अनुभव करने और उस पर प्रतिक्रिया करने के लिए पहले से ही प्राकृतिक गुण है चिंता का शाब्दिक अर्थ तनाव होता है आइये जानते है चिंता क्या है ? chinta kya hai

अगर आप तनाव को परिभाषित नहीं कर सकते हैं, तो आप इसे कैसे माप सकते हैं? “तनाव” शब्द का प्रयोग आज के समय बहुत उपयोग किया जा रहा है, 1936 में हंस सेली द्वारा गढ़ा गया था, जिन्होंने इसे “परिवर्तन की किसी भी मांग के लिए शरीर की गैर-विशिष्ट प्रतिक्रिया” के रूप में परिभाषित किया था।

आज हम इस आर्टिकल मे, चिंता क्या है । tension kya hai, इसके प्रमुख लक्षण, इसके कारण से शरीर मे होने वाले बदलावो पर चर्चा करेंगे ।

चिंता क्या है ? tension kya hai
चिंता क्या है ? chinta kya hai

चिंता किसे कहते है Tension kise kahate hai

समान्य कल्पना से अधिक कल्पना को चिंता कहाँ जा सकता है, दरशल चिंता दो प्रकार से हो सकती है, जैसे- सकारात्मक और नकारात्म , समान्यत: मनुष्य नकारात्मक चिंता ज्यादा करता है जिससे वो कई परेशानियो से घीर जाता, लेकिन सकारात्मक चिंता मनुष्य को सफलता दिला सकती है।

सकारात्मक चिंता का अर्थ, जीवन के प्रति ऐकाग्र रहना है हम समान्य जीवन मे सकारात्मक चिंता को फिक्र शब्द के रुप मे उच्चारण करते है, जैसे- हमे अपने पढाई की फिक्र है, परिवार की फिक्र इत्यादि ।
नकारात्मक चिंता का अर्थ- बेवजह किसी वस्तु या विषय पर अधिक कल्पना करना, जो सम्भव नही है, ध्यान रहे, धैर्य आप को हर परिस्थिति से बाहर निकाल सकता है। चाहे वो चिंता या तनाव ही क्यू ना हो, खुद को स्थिर करे, और धैर्य बनाये, फिर तनाव मुक्त जीवन व्यतीत करे ।

तनाव या चिंता क्या है? chinta kya hota hai

chinta kya hoti hai : तनाव एक सामान्य मानवीय प्रतिक्रिया है जो सभी को होती है। वास्तव में, मानव शरीर को तनाव का अनुभव करने और उस पर प्रतिक्रिया करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जब आप परिवर्तन या चुनौतियों (तनाव) का अनुभव करते हैं, तो आपका शरीर शारीरिक और मानसिक प्रतिक्रियाएँ तनाव भावनात्मक या शारीरिक तनाव की भावना है।

यह किसी भी घटना या विचार से आ सकता है जो आपको निराश, क्रोधित या नर्वस महसूस कराता है। तनाव किसी चुनौती या मांग के प्रति आपके शरीर की प्रतिक्रिया है। शॉर्ट बर्स्ट में, तनाव सकारात्मक हो सकता है, जैसे कि जब यह आपको खतरे से बचने या समय सीमा को पूरा करने में मदद करता है


तनाव का कारण jyada tension lene se kya hota hai

तनाव के कई कारण हो सकते है लेकिन जो इंशान तनाव से ग्रस्त है वह व्यक्ति किसी भी काम में एकाग्र नहीं हो पाता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है

तनाव का कारण पुरानी बीमारी या चोट। भावनात्मक समस्याएं (अवसाद, चिंता, क्रोध, शोक, अपराधबोध, कम आत्मसम्मान) हो सकता है

परिवार के किसी बुजुर्ग या बीमार सदस्य की देखभाल करना। दर्दनाक घटना, जैसे प्राकृतिक आपदा, चोरी, बलात्कार, या आपके या किसी प्रियजन के खिलाफ हिंसा। भी तनाव का कारण हो सकता है

भावनाएँ जो स्वतंत्र रूप से अनुभव की जाती हैं और बिना निर्णय या लगाव के व्यक्त की जाती हैं, हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित किए बिना प्रवाहित होती हैं। दूसरी ओर, दमित भावनाएं (विशेषकर भयभीत या नकारात्मक) मानसिक ऊर्जा को झकझोर सकती हैं, शरीर को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं और स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती हैं

चिंता करने से शरीर पर क्या प्रभाव पडता है


तनाव आपके जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित कर सकता है, जिसमें आपकी भावनाएं, व्यवहार, सोचने की क्षमता और शारीरिक स्वास्थ्य शामिल हैं। शरीर का कोई भी अंग प्रतिरक्षित नहीं है। लेकिन, क्योंकि लोग तनाव को अलग तरह से संभालते हैं,

तनाव के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। लक्षण अस्पष्ट हो सकते हैं और चिकित्सा स्थितियों के कारण होने वाले समान हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से इन पर चर्चा करें। आप तनाव के निम्नलिखित लक्षणों में से किसी एक का अनुभव कर सकते हैं।

जैसा की हम जानते है की किसी भी चिज़ की अधिकता हनिकारक होता है चिंता क्या है (chinta kya hai)

कई लोगों के लिए तनाव का सीधा असर उनके वजन पर पड़ सकता है। चाहे यह वजन घटाने का कारण बनता है या वजन बढ़ना हर व्यक्ति में भिन्न हो सकता है और यहां तक कि , कुछ मामलों में, तनाव के कारण गलत भोजन और खराब भोजन विकल्प हो सकते हैं। दूसरों के लिए, तनाव उन्हें खाने की इच्छा को पूरी तरह से खो सकता है

अक्सर, यह परिवर्तन केवल अस्थायी होता है। तनाव खत्म होने के बाद आपका वजन सामान्य हो सकता है

ज्यादा तनाव से क्या होता है tension or chinta karne se kya hota hai

chinta karne se kya hota hai : ज्यादा तनाव या चिंता आप को शारीरिक और मानसिक दोनो रुप से प्रभावित कर सकता है ज्यादा तनाव की वजह से आप कई बीमारियो से घिर सकते है इससे शरीर पर नकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकता है

ज्यादा तनाव की वजह से मानसिक शक्ति कमजोर होती जाती है। थो़ड़ा तनाव सेहत के लिये अच्छा होता है। इससे हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, लेकिन ज्यादा लम्बे समय तक तनाव की वजह से आप का प्रतिरोधक क्षमता घट सकता है

कई लोगों के लिए तनाव का सीधा असर उनके वजन पर पड़ सकता है। चाहे यह वजन घटाने का कारण बनता है या वजन बढ़ना हर व्यक्ति में भिन्न हो सकता है और यहां तक कि , कुछ मामलों में, तनाव के कारण गलत भोजन और खराब भोजन विकल्प हो सकते हैं।

तनाव उन्हें खाने की इच्छा को पूरी तरह से खो सकता है अक्सर, यह परिवर्तन केवल अस्थायी होता है। तनाव खत्म होने के बाद आपका वजन सामान्य हो सकता है।

तनाव के लक्षण

तनाव हमारे लिये कितना हानिकारक है इस बात से आप सभी परिचित है यह मानसिक व शारीरिक दोनो प्रकार से मनुष्य के लिये हानिकारक है लेकिन थोडी मात्रा मे ये लाभदाकक साबित हो सकता है क्योकी इससे हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढती है

शरीर के बाहरी व आंतरिक परिवर्तन मे तनाव का अहम हिस्सा हो सकता है क्योकी जब भी कोइ मनुष्य तनाव ग्रस्त होता है तो कब्ज, बलगम , पेट खराब रहना , शरीर का मोटा या पतला होना दोनो प्रकार की समस्या हो सकता है

तनाव से कैसे बचे

चिंता हमारे लिये कितना हानिकारक है इस बात से आप सभी परिचित है यह मानसिक व शारीरिक दोनो प्रकार से मनुष्य के लिये हानिकारक है इसलिये इससे बचने के लिये सबसे पहले आप को सुबह जल्दी उठना होगा और योगा, ध्यान ,ईश्वर की पूजा जैसे कार्यो को नियमित रुप से करना होगा

तनाव से बचने के लिये आप मन को शांत और ध्यान जैसी क्रिया कर सकते है इससे आप को कुछ ही महीनो मे अच्छा परिणाम देखने को मिल सकता है ,

निष्कर्ष

चिंता व तनाव के विषय मे बताये गये मेल के परिमाण से यह परिभाषित होता है की चिंता व तनाव हमारे मानसिक व शारीरिक दोनो प्रकार से मानव शरीर ही बस नही बल्की सभी जीवो को नुकशान पहुचाता है

यह सभी जीवो के लिये नुकशान दायक है चिंता व चिता (शव) मे सिर्फ एक बिंदू का अंतर होता है चिंतित मनुष्य एक शव के समान होता है

अगर आप तनाव या चिंता जैसी किसी भी बीमारी का शिकार है तो हमारे द्वारा लिखित आप इन आर्टिकल को जरुर पढे , अगर हमारे द्वारा लिखित चिंता क्या है ? tension kya hai आर्टिकल पसंद आया हो तो कमेंट मे जरुर बताये और किसी भी प्रकार के त्रुटि के लिये क्षमा करे

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FAQ

प्रश्न- चिंता से कैसे बचे ?

उत्तर- वर्तमान जीवन जिये व सकारात्मक विचार रखे, और, किसी बात को लेकर ज्यादा परेशान ना होये, हो सके तो परिवार व मित्र को जरूर बताये।  ऐसा करने से आप तनाव से बच सकते है

प्रश्न- चिंता का मुख्य कारण क्या होता है?

उत्तर- चिंता का मुख्य कारण कई हो सकते है लेकिन कुछ निम्न है जैसे 1.ज्यादा सोचना 2. दूसरों से ज्यादा उम्मीद करना 3. भविष्य के बारे में ज्यादा सोचना 4. स्वास्थ्य की वजह से 5. करियर चिंता

प्रश्न- चिंता करने के नुकसान ?

उत्तर- चिंता, चिता के समान होता है, चिंता करने वाला मनुष्य जीवित होते हुये भी मृत्यू व्यक्ती के समान होता है, चिंता ज्यादा करने से पाचन क्रिया पे बहुत प्रभाव पडता है।

यह लेख आप के लिये कितना लाभप्रद रहा, कमेंट मे सुझाव अवश्य दे, साथ ही अगर आप के पास भी चिंता से जुडी जानकारी या प्रश्न है तो, हमारे साथ जरुर साझा करे।


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