सतत् विकास क्या है? क्यों है जरुरी? | Sustainable Development in Hindi

Sustainable Development को हिंदी मे ‘सतत् विकास या टिकाऊ विकास’ कहते हैं, इसका उद्देश्य पर्यावरणीय व सामाजिक आवश्यकातों को संतुलित करना है. ताकि वर्तमान व आने वाली पीढ़ी इसका उपयोग कर, समृध्द जीवन व्यापन कर सके।

हाल ही मे सभी विकसित देशों ने, आने वाले वर्षों के लिये सतत् विकास लक्ष्य निर्धारित किये है जिसमे गरीबी की समाप्ति, टिकाऊ कृषि, लैंगिक समानता, खाद्य सुरक्षा आदि शामिल है।

Sustainable Development in Hindi
sustainable development Image

Sustainable Development का सामान्य परिभाषा समझे तो “वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं से समझौता किये बिना आने वाली पीढ़ी के आवश्यकताओ की पूर्ती ही सतत विकास है” इसमे प्राकृतिक संशाधनो की रक्षा पर विशेष महत्व दिया जाता है, ताकि आने वाली पीढ़ी भी, उसका उपयोग कर एक गरीमापूर्ण जीवन जी कर सके।

सतत् विकास की परिभाषा (Definition of Sustainable Development in Hindi)

परिभाषा – आने वाली पीढी के आवश्यकताओं से समझौता किये बिना, वर्तमान पीढ़ी के आवश्यकताओंं को पूरा करने हेतु विकास ही सतत् विकास या टिकाऊ विकास कहलाता है। वर्तमान मे सभी विकासशील देशों ने (गरीबी समाप्ति, जल संरक्षण, समलैंगिकता आदि) पर विशेष जोर दिया है यह सभी कार्य सतत् विकास के लक्ष्यी विकास है।

अर्थात: Sustainable Development एक ऐसा Development हैं जिसमे हम प्रकृति मे मौजूद संसाधनो को अपने जरुरत के अनुसार कुछ इस प्रकार प्रयोग मे लाते है, कि उन संसाधनो का संरक्षण किया जा सके और आने वालें पीढ़ी भी उनका इस्तेमाल कर सके।

संसाधनो का सही उपयोग सतत् विकास के अंतरगर्त आता हैं। बढती आबादी को ध्यान में रखते हुयें संसाधनो को कुछ इस प्रकार प्रयोग मे लाया जाय की, वो वर्तमान व आने वाली पीढ़ी दोनों के आवश्यक्ताओं को पूर्ण कर सके। और आने वाली पीढी भी प्राकृतिक संसाधन जैसे- जल, कोयला, गैस, इत्यादि वस्तुयों का लाभ ले सके।

इन्हे भी पढे-
(1) चिपको आंदोलन क्या है?
(2) जलियांवाला बाग हत्याकांड
(3) राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग

सतत् विकास का लक्ष्य – Sustainable Development Goals in Hindi

सतत् विकास क्या है? क्यों है जरुरी? | Sustainable Development in Hindi
Sustainable Development in Hindi

सतत् विकास का एकमात्र लक्ष्य ये हैं की वर्तमान और आने वाली पीढी लिये प्राकृतिक, सामाजिक व आर्थिक संतुलन बनाना है, ताकि भविष्य लक्ष्यी जीवन की सुनिश्चितता बनाई जा सके। सतत् विकास के कुछ विशेष लक्ष्य निम्नलिखित है जो विकसित देशों द्वारा अपनाये गये है।

सतत् विकास के लक्ष्य – Sustainable Development Goals Hindi

  • स्वच्छ जल व पर्यावरण सुरक्षा
  • प्रदूषण मुक्त
  • गरीबी समाप्त करना
  • भूखमरी खत्म करना
  • अच्छा स्वास्थ
  • गुणवत्ता युक्त शिक्षा
  • समलैंगिकता
  • शुध्द जल
  • सस्ती व टिकाऊ उर्जा
  • असमानता को कम करना
  • जलवायु परिवर्तन
  • महासागरो, समुद्रो आदि का संरक्षण
  • मिट्टी सुरक्षा
  • जीव सुरक्षा आदि

सतत् विकास के 17 लक्ष्य जानेSustainable Development Goals

1 गरीबी की समाप्ति
2  भुखमरी की समाप्ति  
 3  अच्छा स्वास्थ्य और जीवनस्तर
4  गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
 5  लैंगिक समानता
 6  साफ पानी और स्वच्छता
 7  सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा
 8  अच्छा काम और आर्थिक विकास
 9  उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा का   विकास
 10  असमानता में कमी
11  टिकाऊ शहरी और सामुदायिक विकास
 12  जिम्मेदारी के साथ उपभोग और उत्पादन
 13  जलवायु परिवर्तन
 14  पानी में जीवन
 15  भूमि पर जीवन
16  शांति और न्याय के लिए संस्थान
17  लक्ष्य प्राप्ति में सामूहिक साझेदारी
सतत् विकास के 17 लक्ष्य – 17 Goals of Sustainable Development Hindi

सतत् विकास का महत्व – Importance of Sustainable Development in Hindi

Sustainable Development in Hindi: सतत् विकास पूरे मानव जाति के लिये महत्व हैं क्योकि प्राकृतिक संसाधन सिर्फ हमारा ही नही, परंतु आने वाले पीढ़ीयोंं का भी है, इसलिये हमारा दायित्व बनता हैं की हम प्राकृतिक संसाधनो को संजोये रखें, ताकि आने वाली पीढ़ी भी अपनी आवश्यकतओं को पूरा कर सकें और सम्पूर्ण जीवन का आनंद ले सके।

सतत् विकास का उद्देश्य विश्व के आर्थिक, सामाजिक व प्राकृतिक संसाधनो मे संतुलन बनाना हैं क्योकि बढती जनसंख्या व मानवों के अशिक्षा के कारण संसाधनो का अधिक उपयोग के साथ-साथ दुरपयोग भी किया जा रहा। जिसके परिणाम स्वरुप भविष्य मे उपयोग के लिये संसाधन खत्म हो जायेंगे, और आने वाली पीढी को गंभीर समस्याओं को झेलना पड सकता है।

सतत् विकास का अर्थ – sustainable development meaning in Hindi

सतत् विकास (Sustainable Development) का अर्थ एक ऐसे विकास से है जो आने वाले पीढ़ीयों को मद्दे नजर रख कर किया जाता है। आसान भाषा मे समझे तो, प्रकृति से प्राप्त वस्तुयों को कुछ इस प्रकार उपयोग किया जाये की, आने वाली पीढी भी उनका उपयोग कर सके, जिनमे से जल रक्षा, पर्यावरण रक्षा, मृदा रक्षा, आदि मुख्य है।

आधुनिकता ने प्राकृतिक संसाधनो को बुरी तरह घायल किया है, जिसके परिणाम वर्तमान व आने वाली पीढीयों को झेलना पड सकता है, इसलिये सरकारे भी अब सतत् विकास को अधिक महत्व दे रही, ताकी आने वाली पीढी भी प्राकृतिक संसाधनो से सुखद जीवन व्यापन कर सके।

सतत विकास की विशेषतायें – Importance of Sustainable Development

सतत् विकास (satat vikas) एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें सामाजिक, आर्थिक व मुख्यरुप से पर्यावरणीय संसाधनों के उपयोग को इस तरह से प्रयोग करने पर जोर दिया जाता है जिससे वो पूर्ण रूप से नष्ट न हो। ताकी भविष्य के लोगो के लिये संसाधन पुन: उपयोग किया जा सके।

  1. मानव विकास
  2. पर्यावरण सुरक्षा
  3. प्राकृतिक संसाधनो की सुरक्षा
  4. गुणात्मक सुधार (आदि)

सतत् विकास का आधार क्या है?

सतत् विकास (satat vikas) के मुख्य व जरुरी विकास को ही सतत् विकास का आधार कहाँ जा सकता है। इस विकास मे सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय विकास मुख्य है।

  • पर्यावरणीय दृष्टिकोण
  • सामाजिक दृष्टिकोण
  • आर्थिक दृष्टिकोण

सतत् विकास से सम्बंधित प्रश्न व उत्तर – FAQ Related to Sustainable Development

  1. सतत् विकास क्या है?

    ऐसा सामाजिक, आर्थिक व पर्यावरणीय विकास, जिससे वर्तमान व आने वाली जनरेशन के बीच संसाधनों का संतुलन बनाया जा सके ही सतत् विकास है।

  2. सतत् विकास के लक्ष्य

    सतत् विकास के निम्नलिखित लक्ष्य है।
    1.पर्यावरण सुरक्षा
    2.स्वच्छ जल, अच्छा स्वास्थ
    3.प्रदूषण मुक्त
    4.गरीबी समाप्त करना
    5.भूखमरी खत्म करना
    6.गुणवत्ता युक्त शिक्षा
    7.समलैंगिकता
    8.असमानता को कम करना
    9.मिट्टी सुरक्षा,
    10. जलवायु सुरक्षा, आदि

इस लेख मे हमने सतत विकास (Sustainable Development ) के विषय मे जाना, जल्द ही हम इससे जुडे अन्य अन्य जानकारी साझा करेंगे।(Sustainable Development in Hindi) हमसें जुडे और हर लेख की जानकारी पहले पाये- Join Us |

1 thought on “सतत् विकास क्या है? क्यों है जरुरी? | Sustainable Development in Hindi”

  1. good information to broaden my horizons but if there is any other information if you can let me know

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top