सफलता के लिये कविता – Inspirational Poems in Hindi for success
जीवन मे आगे बढने के लिये प्रेरणा का होना बहुत जरुरी है, प्रेरणा का अर्थ है आप को सही राह दिखाने वाला, आप को भटके मार्ग से सही मार्ग पर लाने वाला, वैसे तो सभी के जीवन मे प्रेरणा का मुख्य श्रोत उनके माता-पिता होते है, कई महान लोग होते है,

लेकिन आज इस लेख मे हम कुछ बेस्ट प्रेरणादायक कविता (Best motivational poem) पढेंगे, जो आप के जीवन के कठिनाइयो से लडने मे मदद करेगी, अगर आप भी कविता या कहाँनी लिखते है तो, अपनी inspirational poem हमारे साथ जरुर साझा करे।
inspirational poems in hindi
1# एक रोज तू निखरेगा
आज तू बिखरा है, एक रोज तू निखरेगा
ढला है आज जो सूरज, कल सुबह वो निकलेगा ॥
माना तेरी मंजिलें इन लोहे कि जंजीरों में है
पर जब तू तपेगा , तेरे तपन से वो लोहा भी पिघलेगा
आज तू बिखरा है, एक रोज तू निखरेगा ।
मंजिलों के रास्तों में काटे तो सभी के है
मगर तेरे अंदर जुनून है तो , तू काटो पे चलेगा
आज तू बिखरा है, एक रोज तू निखरेगा ॥
ढला है जो आज सूरज , कल सुबह निकलेगा
हवाये विपरीत ही क्यू न चले ,तू कदम से कदम चलेगा
तुझे कल के लिये तैयार है होना, तो आज तो गिरेगा
आज तू बिखरा है, एक रोज तू निखरेगा ॥
तेरी कोशिश देख हवा का रुख भी , एक रोज बदलेगा
भले आज तू बिखरा है, एक रोज तु निखरेगा॥
ढला है आज जो सूरज, कल सुबह वो निकलेगा

2# मन के लेख
मन को जो भाया,
लिख दिया
फिर गा दिया
वो ही गीत है।
उसको जो सुन ले प्रेम से
बस वो ही सच्चा मीत है।
जब नीर आये नैन में,
भर सिंधु सम तो रो पड़े।
अवलंब जितने साथ थे
सब दूर होके जा खड़े।
निज भुजबलों में
बल हो तो
जीवन समर में जीत है।
मन को जो भाया
लिख दिया
फिर गा दिया
वो ही गीत है।
लेखक- विश्वजीत बरनवाल (फ़कीर)
motivational poem in hindi
अगर आप को खुद मे विश्वास है तो, सफलता आप का कदम चुमेगी, क्योकी इस जहाँ की वो सारी वस्तुये पा सकते है जिनकी आप कल्पना करते है, बस आप को खुद मे पूर्ण विश्वास और धैर्यवान बनना होगा।
3# मन मे हो विश्वास
कर जुनून हो सिर पे तेरे , और अंतर मन में हो विश्वास
फिर ठोकर और ठुकराने का , क्या होगा तुम्हें एहसास
मकसद में सच्चाई हो तो सीना ठोक के यही कहो
झुकना होगा दुनिया तुमको, विश्वास पे अपने अंडे रहो
दुनिया बदली है जिसने भी, पहले उसको इनकार मिला
अपमानों का हार मिला और तानो का उपहार मिला
अविश्वास में अब विश्वास भरो , और लहरो के विपरीत बहो
हाथों में विजय मशाल लिये विश्वास पे अपने खडे रहो
अपने सपने तुम स्वयं चुनो और बुन लो विश्वास कि डोरी से
तुम विजय के नायक हो, तुमको क्या करना है लोरी से
तुम सर्व सिद्ध इस जीवन के उन्मुक्त गगन में उडे चलो
आरम्भ आज से नव युग का विश्वास पे अपने खडे रहो

4# मुठ्ठी भर सपने
मुठ्ठी में कुछ सपने ले कर , भर कर जेबों में आसाये
दिल में है अरमान यही कुछ कर जाये
सूरज सा तेज़ नहीं मुझ में पर दीपक सा जलता देखोगे
अपनी हद रोशन करने से कब तक मुझ को रोकोगे
मैं उस माटी का पेड़ नहीं जिसको नदियों ने सींचा है 2
बंजर माटी में पल कर मैंने ,मृत्यु से जीवन खिचा है
मैं पत्थर पे लिखी इबारत हु शीशे से कब तक तोडोगे
मिटने वाला मैं नाम नहीं , तुम कब तक मुझको रोकोगे
इस जंग में जितने जुर्म नहीं, उतने सहने कि आदत है 2
तानो कि शोर में रह कर सच कहने के आदत है
मैं सागर से भी गहरा हु , तुम कितने कंकण फेंकोगे
चुन-चुन कर आगे बैठूंगा मैं , मुझको कब तक रोकोगे
झुक-झुक जर सिधा खड़ा हुवा अब फिर झुकने क शौक नहीं 2
अपने ही हाथों साँचा स्वयं को , तुमसे मिटने क खौफ नहीं
तुम हालतों कि भट्टी में , जब-जब भी मुझको झोंकोगे
तब-तप कर सोना बनूंगा मैं , तुम कब तक मुझे रोकोगे
motivational poem on Success
अगर मन मे विश्वास है तो, आप कुछ भी हाशिल कर सकते है, इस कविता के माध्यम से कवि आप को खुद मे विश्वास रखने के फायदे और अद्भुद बदलाव का जिक्र किया है।
5# मेहनत का फल -कविता
मेहनत कर फल मिलेगा
सभी प्रश्नों का हल मिलेगा
कठिनाइयों से तो गुजर
जीवन का रस मिलेगा
मन मे धैर्य रख
मुश्किलों का हल मिलेगा
फल की चिंता मत कर
आज नहीं तो, कल मिलेगा
खुद पर विश्वास कर
आसमां मे भी घर मिलेगा
छोड दे खुद को कोसना
तब तेरा मन लगेगा
मन को स्थिर कर
खुद को सफल मिलेगा
मेहनत कर फल मिलेगा
6# मेहनत करोगे क्या
नये लफ्जों का आगाज हुआ
सुनोगे क्या, गुनोगे क्या
जीवन की कठिनाइयों से
लडोगे क्या, आगे बडोगे क्या
है माना जिंदगी, चुनौती पूर्ण
डट कर सामना करोगे क्या
बड़ा बनने का दौर है
छोटा बनकर रहोगे क्या
नये लफ्जों का आगाज हुआ
सुनोगे क्या, गुनोगे क्या
राहो में काटे बहुत मिलेंगे
थोडा दर्द सहोगे क्या
मुसीबतें तो आती रहेंगी
डट कर लडोगे क्या
जीवन एक सहर्ष है
विश्वास करोगे क्या
सफल होने का एक रास्ता
मेहनत करोगे क्या
नये लफ्जों का आगाज हुआ
सुनोगे क्या गुनोगे क्या
सब कुछ पाने का एक मंत्र
धैर्यवान बनोगे क्या
जीवन में तो सिर्फ दुख है
फिर भी खुश रहोगे क्या
कल्पना ये छोड दो
ईच्छाये पूरी करोगे क्या
नये लफ्जों का आगाज हुआ
सुनोगे क्या, गुनोगे क्या
Conclusion:-
इस लेख मे हमने प्रेरणा दायक कविता पढी है जो की कुशल कांत और सूरज के द्वारा लिखी गई है, अगर हमारी कविता आप के जीवन मे बदलाव लाती है तो हम खुद धन्य समझेंगे है, उम्मिद है आप को सारी कविताये पसंद आई होगी, कमेण्ट मे अपना सुझाव देना ना भूले।
ध्यान दे-
अगर आप भी कविता और शायरी लिखने के शौकीन है तो, आप अपनी कविता शायरी हमे साझा कर सकते है,
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