मैडिटेशन (Meditation) करने से पहले हमें यह सुनिश्चित कर लेना चहिये कि, इसे कब, कहाँ और कैसे करना चहिये, मैडिटेशन या ध्यान करने से मनुष्य मानसिक व शारीरिक दोनों रूपों से मजबूत होता है.
ध्यान व योग का उल्लेख हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथों में विस्तार से वर्णित किया गया है, अगर आप ध्यान को विस्तार से समझेंगे तो, आप पायेंगे की ध्यान क्रिया से वह सब कुछ संभव है जो आप करना चाहते है, ध्यान ही वो माध्यम है जिससे आप अद्भुत व अद्वितीय शक्ति का एहसास कर सकते है। ध्यान क्रिया मानवीय ऊर्जा को एकत्रित करने का स्रोत है।
मैडिटेशन क्या है? (What is meditation in Hindi)
मैडिटेशन (Meditation) को हिंदी मे ध्यान कहते है यह एक प्रकार की योगिक क्रिया है हालाकि इसे करने के लिए हम शरीर को कष्ट नही देते है, बल्कि ध्यान तो एक मानसिक योग क्रिया की भाति होती है योग के फायदे से तो आप परिचित होंगे। मेडिटेशन और योग दोनों जीवन के विकाश में प्रमुख भूमिका निभाते है। ऐसे में हमें ये जानना जरूरी है की मेडिटेशन करने का सबसे अच्छा तरीका क्या होता है. आइये जानते है.
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ध्यान के फायदे (Benefits Of Meditation in Hindi)
अगर कोई मनुष्य नियमित रुप से ध्यान क्रिया को अपने दिनचर्या में लाता है तो उसे अपने जीवन मे अद्भुत बदलाव देखने को मिलेंगे, मान्यत: अगर कोई मनुष्य अपने प्रतिदिन के दिनचर्या में योग, ध्यान क्रिया और ईश्वर की पूजा जैसे क्रिया को प्रतिदिन करता है तो, वह व्यक्ति औरो के तुलना में ज्यादा बुद्धिमान, सहज, धैर्यवान और सम्मान जनक बनता है। प्रतिदिन ध्यान करने के निम्नलिखित फायदे है.
प्रतिदिन ध्यान क्रिया करने के फायदे-
- ध्यान क्रिया तनाव कम करता है।
- प्रतिदिन इसका अभ्यास करने से मानसिक मजबूती मिलती है
- ध्यान क्रिया करने से आप तनाव से बच सकते है
- ध्यान क्रिया से आप अपने आंतरिक ऊर्जा को पहचान सकते है
- ध्यान क्रिया मनुष्य को स्वस्थ रहने मे सहायता प्रदान करती है
- ध्यान आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
- ध्यान आपको डिप्रेशन से बचाता है।
- ध्यान क्रिया आपको लंबी उम्र दे सकता है।
मैडिटेशन कैसे करें (How to Meditation in Hindi)
ध्यान (mediation) क्रिया मानसिक विकाश में सहायक है, ऐसे में आप को ये जानना जरूरी है की मेडिटेशन कैसे करें, कहाँ करें, ध्यान केंद्रित करने के लिये सबसे ज्यादा जरूरी है खुद का शांत होना, खुद के शांत रखने के कई फायदे है इसके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे।
मेडिटेशन करने के लिये, शांत जगह का होना अनिवार्य है ऐसे में अगर आप प्रकृति के गोद में रहकर ध्यान करें तो ज्यादा फायदेमंद होगा- प्रकृति का गोद का अर्थ- प्रकृति द्वारा बनाये गये, वस्तु को संसाधन बनाकर ध्यान करना, प्रकृति की वस्तु ये जैसे- पेड़ पौधे, खुला आसमान, झील, नदियों के किनारे, सूरज की किरणें आप को आसानी से छू सके , ऐसे स्थानों पर बैठ कर ध्यान करना सबसे उच्चतम माना जाता है
ध्यान क्रिया का अर्थ- मानव के अंदर उपस्थिति असीमित ऊर्जा को एकत्रित करके, उसका सदुपयोग करना। अगर आप ध्यान क्रिया के शक्तियो को पहचानने मे समर्थ है तो आप जीवन के हर कठिनाइयो का सामना आसानी से कर पायेंगे
मैडिटेशन कैसे करें, गाईड (Meditation Guide in Hindi)
मेडिटेशन करने के लिये आप को प्रातः: काल उठना अनिवार्य है, नीचे दिये गये स्टेप्स के सहारे आप ध्यान क्रिया करने की कोशिश करें। अगर आप Dhyan kriya को नियमित रुप से करते है तो आप को अद्भुत बदलाव देखने को मिलेगा ।
- शांत स्थान पर बैठ जाये : सबसे पहले आप शांत स्थान पर शांत मुद्रा में बैठ जाये, ध्यान रहे आप प्रकृति के गोद में हो जैसे- खुला आसमान, पेड़- पौधे, नदिया, इत्यादि
- शांत मुद्रा में बैठने वाले कुछ योग क्रिया करें: शांत मुद्रा की कुछ योग क्रिया करें ताकि आप को ध्यान क्रिया करने में आलस ना आये, शांत मुद्रा की योग क्रिया जैसे- अनुलोम विलोम
- मन को शांत व स्थिर करें: मन को शांत करने के लिये, ताकि आप को ध्यान करते वक्त नकारात्मक या अन्य कोई विचार ना आये- मन को शांत कैसे करें पढे।
- मस्तिष्क व मन को खाली छोडे (कुछ ना सोचे): अब आप अपने दिमाग़ व मन को कोई कार्य ना दे, उन्हें खाली रहने दे- किसी भी प्रकार का विचार ना उत्पन्न करें।
- आँख बंद करें और अपने सांसो पर ध्यान लगाये: अब आप ध्यान क्रिया के लिये तैयार है, अपनी आँख को बंद करें और धीमे- धीमे सांस ले और अपने उन्हीं सांसो पर ध्यान लगाये, उसके अलावा आप को कोई विचार उत्पन्न नहीं करना है। इस प्रक्रिया को आप अपने क्षमता अनुसार कर सकते है।
कृपया, मन या मस्तिष्क के दबाव से ना करें, इसे करने के लिये आप के पास मन और मस्तिष्क दोनों की सहमति होना अनिवार्य है
ध्यान या आसन कैसे काम करता है
आसन में, शरीर को विभिन्न स्थितियों में इस तरह रखा जाता है कि शरीर के अंग और ग्रंथि की गतिविधिया अधिक कुशल हो जाती है और अंततः शरीर के स्वास्थ्य और दिमाग में सुधार होता है। वास्तव में आसन वह साधन है जिससे शारीरिक और मानसिक विकास प्राप्त होता है बीमारियों को रोकना, और उम्र बढ़ने के प्रभाव को योग व्यायाम के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है|
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योगा या ध्यान के फायदे (Benefits of Yoga & Meditation)
योगा व ध्यान के तो केवल – फायदे ही फायदे है, लेकिन कुछ विशेष फायदो पे आज हम बात करने वाले है, जैसे-
- मानसिक शक्ति मजबूत होना
- आत्मविश्वास बढना
- धैर्यवान बनना
- 1,हड्डियां और जोड़ मजबूत होते हैं
- 2 मांसपेशियां होती हैं मजबूत
- रक्त संचार सामान्य हो जाता है
- श्वसन अंग हो जाते हैं कुशल
- पाचन तंत्र की कार्यक्षमता बढ़ती है
- तंत्रिका तंत्र की मजबूती
- रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ती है
इस लेख मे हमने ध्यान क्रिया कैसे करे व इसके क्या-क्या फायदे है हिंदी मे जाना, यह लेख आप के लिये कितना लाभप्रद रहा, कमेंट मे जरुर बताये, साथ ही अगर आप ध्यान या योग क्रिया रोजाना करते है तो कृपया हमारे पाठको को इसके फायदे अवश्य बताये, आप अपने विचार कमेंट बोक्स मे डाल सकते है, या हमारे ऑफिसियल मेल पर भी भेज सकते है.
Bhai mera jvab nhi mila
माफ़ करो मित्र 🙁 हमने आपका प्रश्न देखा नही,
हमारे विशेषज्ञो ने आपके प्रश्न का जवान आपके मेल आइडी पर भेज दिया है। उम्मिद है इससे आपके जीवन मे सकारात्मक प्रभाव पडेगा, अगर आपके पास अभी तक मेल न पहुचा हो तो, आप हमारे मेल आइडी (anantjivan9211[@] gmail.com) पर अपना नम्बर भेंजे।
Sir mera naam shubham hai sir meri problem hai mai sochta bahot hu sb ke bare mai nhi kuchh hi logo ke bare mai jaise mere freind s. Mai kitna bhi kosis kru but khud ko rok nhi pata agr koi friend mujhe ignore krta hai bahot tkleef hoti hai seene mai drd hone lgta hai. Aur ek friend aisa bhi hai jiske bare mai bahot sochta hu aisa lgta hai uske bina rh nhi skta use kisi aur ke sath baat krte nhi dekh skta soch soch kr sr drd krne lgta hai bahot tkleef hoti hai. sir kya kru? Meri smjh mai nhi aata.
हेलो सुभम 🙂
उम्मिद है आप ठीक होंगे, आपने जिस प्रकार से अपनी समस्यायो को व्यक्त किया है, उन विचारो से लगता है की आप बहुत ही सहज व सरल स्वभाव के है। जब कोई व्य्कति किसी से प्रेम करता है चाहे वो दोस्त हो या कोई अन्य तो वह उसी के बारे मे दिन-रात सोचता रहता है। आपको बता दू आपने जिस दोस्त का नाम S लिखा है वो दोस्त नही बल्की आपका प्रेम है क्योकी ऐसे संभावनाये अधिकांश प्रेम मे ही होती है।
उपाय – आप उपाय जानने से पहले यह समझे की भारतीय समाज की कुरीतिया अधिकतर गरीब या मध्यम वर्ग के लोग ही अधिक मानते है। जैसे प्रेम विवाह के प्रति गलत नजरिया, नारी शिक्षा को अधिक महत्व नही देते, अन्य कई भेदभाव है, परंतु उच्च या अमीर वर्ग मे ऐसी समस्याये नही है।
इसलिये आप स्वयं को उच्च वर्ग समझे, और समाज की अधिक चिंता ना करे, ऐसे विचारो से आप अपने कठिन समय मे भी सही निर्णय ले सकते है। क्योकी इससे आपके विचार केंद्र मे रहेंगे ना की समाज का, 🙂 अधिक जानकारी हेतु Help@anantjivan.in पर सम्पर्क करे*
Sir btaiye pls
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अगर आपको, आपके प्रश्नो का जवाब ना मिला हो तो कृपया अनंत जीवन के ओफिसीयल आइडी पर मेल करे (Help@anantjivan.in) हमारे विशेषज्ञ जल्द ही आपके समस्या का समाधान करेंगे। धन्यवाद
Sir mai shubham tripathi hu. Sir meri problem hai mai sochta bahot hu bahot hi jyda sir mai bahot emotional bhi hu mtlb sir chhoti baat pr bhi ro deta hu. Koi mujhe ignore krta hai to mai brdas nhi kr pata khas kr mere friends. Ek freind to aisi hai jise lekr mai bahot hi sochta hu use kisi aur se baat krte huye nhi dekh sakta. Kya kru mai mai use bhoolna chahta hu