राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (1993) । National Human Rights Commission-NHRC

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की स्थापना मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के प्रावधानों के तहत 12 अक्टूबर 1993 मे हुआ था। इसके प्रथम अध्यक्ष न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्र थे वर्तमान 2021 मे अध्यक्ष न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा जी है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली (New Delhi) में स्थित है| राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का उद्देश्य मानवधिकार की रक्षा करना है।

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग

राष्ट्रिय मानवाधिकार का उद्देश्य संविधान द्वारा दिये गये मानव के अधिकारो (मानवाधिकारो-Human Rights) की रक्षा करना है, जैसे- स्वतंत्रता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, जीवन का अधिकार, बराबर न्याय का अधिकार, समानता का अधिकार, इत्यादि।

लोगों को उनके मानवाधिकारों से वंचित करना उनकी मानवता को चुनौती देना है।

नेल्सन मंडेला

राष्ट्रिय मानवाधिकार क्या है ?

राष्ट्रिय मानवाधिकार एक स्वतंत्र वैधानिक संस्था है, जहाँ कोई भी व्यक्ति अपने अधिकार से जुडे, समस्या को व्यक्त या पेश कर सकता है। इसे लोक न्यायालय की शक्तियाँ प्राप्त होती हैं| इस आयोग का उद्देश्य मानव के अधिकारो की रक्षा करना, तथा उनके स्वतंत्रता, शिक्षा, समानता इत्यादि जैसे अन्य अधिकारो का पूर्ण अधिकार दिलाना है। इस संस्था की स्थापन 12 अक्टूबर 1993 मे हुआ था।

राष्ट्रिय मानवाधिकार के सदस्य

राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग मे अध्यक्ष सहित 7 सदस्य होते हैं। जिनका चुनाव राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय कमेटी की सिफारिशों के आधार पर की जाती है। वर्तमान मे मानवाधिकारी के अध्यक्ष अरुण कुमार मिश्रा जी है। जो की 2014 से 2020 तक भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश (Judge of Supreme Court of India) रह चुके है।

इन्हे भी पढे >>>>

(1) चिपको आंदोलन क्या है?
(2) महिला सशक्तिकरण पर निबंध
(3) दहेज प्रथा पर निबंध

मानवधिकार की शक्तिया

  • यदि कोई मानवाधिकार का उल्लंघन करता है, या कोई व्यक्ति मानवाधिकार के उल्लंघन की शिकायत करता है तो, मानवाधिकार को जांच करने का पूरा अधिकार होता है।
  • मानवाधिकार आयोग किसी भी जेल का दौरा करके, जेल मे उपस्थिति कैदियों की स्थिति का निरीक्षण कर सुझाव दे सकता है।
  • मानवाधिकार लोगो के हानि का मुआवज़े देने के लिये सिफ़ारिश करने का अधिकार होता है।
  • मानवाधिकार से सम्बंधित सभी न्यायिक मामलो मे हस्तक्षेप करने का अधिकार होता है।
  • मानवाधिकार आयोग अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति के समक्ष प्रस्तुत करता है।

Note: – इस लेख मे हमने मानव के अधिकार की लडाई लडने वाली संस्था, जिसे मानवाधिकार आयोग कहाँ जाता है, उसके विषय मे विस्तार से जाना, यह लेख आप के लिये कितना मददगार रहा, कमेंट मे सुझाव दे, लेख स्रोत – Wikipedia

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top