कहानी लिखने के नियम क्या है ? जानिये कहानी लिखने के आसान टिप्स

कहानी लिखने के नियम क्या है | कहानी कैसे लिखे । कहानी कैसे लिखा जाता है । कहानी लिखते वक्त किन बिंदुयों का ध्यान रखे

लेखन एक कला है जिसे निरंतर अभ्यास से पाया जा सकता है। अगर आप लिखने का प्रयास निरंतर करते रहे तो आप एक अच्छे लेखक बन सकते है। यह पूरी प्रक्रिय आपके निरंतर अभ्यास पर निर्भर है।

लेकिन इसके अलावा आपको व्याकरण का एक आदर्श ज्ञान होना अनिवार्य है। हम यह मान के चलते है की आपको व्याकरण का ज्ञान है। इसलिये इस लेख संग्रह मे आपको वही टिप्स बताये जायेंगे, जो कहानी लिखने वाले को अनिवार्यत: मालूम होने चाहिये।

कहानी लिखने के नियम क्या है
कहानी लिखने के नियम क्या है

कहानी लिखने समय ध्यान योग्य रखने वाली बातें

कहानी लिखने के नियम जानने से पूर्व हमे कहानी क्या है? इस वाक्य से परिचित होना होगा।

कहानी क्या है? – जीवन की घटना के रोचक वर्णन को ‘कहानी’ कहते हैं। कहानी सुनने, पढ़ने और लिखने का चलन प्राचीन काल से ही मानव जीवन का हिस्सा है और यह मनोरंजन के साथ-साथ समझने की क्षमता और ज्ञान भी प्रदान करता है।

लेकिन ध्यान रखने योग्य बात यह की, कहानी का अर्थ सिर्फ जीवन की घटना का वर्णन करना नही है। बल्कि किसी विशेष शिक्षा का उद्देश्य बनाकर आप कहानी मे नये किरदार भी प्रस्तुत कर सकते है। बस आपके कहानी से मिलने वाली सीख का उद्देश्य वही रहना चहिये, जो पहले से थी।

आज हर उम्र का व्यक्ति कहानी सुनना या सुनाना चाहता है । यही कारण है कि कहानी का महत्त्व बढ़ता जा रहा है। बच्चे शुरू से कहानी प्रिय होते है। बच्चों का स्वभाव कहानियाँ सुनने और सुनाने का होता है। इसलिए बड़े चाव से बच्चे अच्छी कहानियाँ पढ़ते हैं। उदाहरण के रुप मे इन कहानियों को पढे।

स्वामी विवेकानंद की कहानी
जैसी संगत वैसी रंगत कहानी
कफन कहानी
कहानी लिखने के नियम क्या है। इन उदाहरणों से समझे

कहानी कैसे लिखें?

आप किसी घटना के आधार पर कहानी लिख रहे हैं या फिर चित्र के आधार पर या किसी विषय पर, ये ज़रूरी है कि उस घटना, चित्र/विषय के बारे में अच्छे से समझा जाए। उसके बाद अपनी कहानी को दिलचस्प तरीके से लिखा जाय।

कहानी की शुरुआत: कहानी का आरंभ आकर्षक ढंग से हो ,संवाद छोटे हो उसका अंत स्वाभाविक हो ,कहानी का शीर्षक मूल कहानी का शीर्षक हो, भाषा सरल और सुबोध हो इसके अलावा, कुछ और बातें है जो आपकी कहानी लेखन में मदद करेगी

अपको यह जानना अनिवार्य है की कहानी में विभिन्न घटनाओं और प्रसंगों को अच्छे ढंग से विस्तार देना चाहिए । किसी प्रसंग को ना बहुत अधिक बढ़ा चढ़ा कर वर्णन करना चाहिए और ना कम ही, अर्थात कहानी मे संतुलन का होना अनिवार्य है।

कहानी का आरंभ आकर्षक होना चाहिए ताकि कहानी पढ़ने वाले का मन पढ़ने में लगा रहे।कहानी की भाषा सरल, स्वाभाविक तथा प्रभावशाली होनी चाहिए। उसमें बहुत अधिक कठिन शब्द तथा लंबे वाक्य नहीं होने चाहिए। कहानी में सीख के अलावा आकर्षक शिक्षा देना चाहिए। कहानी को प्रभावशाली और रोचक बनाने के लिए मुहावरों और लोकोक्तियों का प्रयोग भी किया जा सकता।

कहानी लिखने के नियम क्या है

कहानी लिखते वक्त आपको निम्नलिखित नियमो का ध्यान अनिवार्य है।

  • कहानी की शुरुआत आकर्षक एवं रोमांच भरे शब्दो से करना चाहिये, ताकी पढने वालो की उत्सुकता बडे।
  • कहानी की भाषा सरल, सरस और मुहावरो से भरी होनी चाहिए।
  • कहानी की घटनाएँ सही क्रम से लिखी जानी चाहिए।
  • कहानी के वाक्य छोटे तथा क्रमबद्ध होने चाहिए।
  • कहानी का उद्देश्य अच्छा होना चाहिए।
  • कहानी लिखते वक्त ध्यान ध्यान दे की उससे मिलने वाली सीख स्पष्ट हो
  • कहानी का अंत सहज ढंग से होना चाहिए।
  • कहानी शिक्षाप्रद होनी चाहिए। आदि
कहानी लिखने के नियम क्या है ? जानिये कहानी लिखने के आसान टिप्स
कहानी लिखने के नियम

कहानी लिखने के नियम

कहानी सुनने ,पढ़ने और लिखने की आदत बहुत पहले से ही परंपरा में रही है यह सबके लिए मनोरंजक होती है । कुछ बच्चों को कहानी सुनने का बड़ा शौक होता है शायद यही कारण है की हम दादी और नानी की कहानियां सुनकर बड़े हुए है ।

हमे मालूम है की कुछ कहानियों का उद्देश्य मनोरंजन होता है तो कुछ कहानियां हमें जीवन के सच्चाई की वास्तविकता एवं दुःख भरी जिंदगी में प्रेरणा भरी सीख देती है। स्वामी विवेकानंद जी की 3 प्रेरित कहानिया पढे

कहानी लिखने के लिए हम किसी घटना के आधार पर, चित्र के आधार पर या रूपरेखा के आधार पर लिख सकते है। कई बार स्कूल और कॉलेज प्रतियोगिता में कुछ विषय पर भी कहानी लेखन होता है। कहानी लिखते वक्त उपर्युक्त बताये गये नियमों के साथ-साथ इन निम्नलिखित नियमो का भी पालन कर सकते है।

कहानी लिखने के नियम क्या है (ये नियम भी फलदाई हो सकते है)

#सरल शब्दावली का चुनाव करे।

#कहानी लिखने से पूर्व कहानी मे किस प्रकार का सीख/शिक्षा देना चाहते है उसका चयन करले।

#कहानी को छोटे-छोटे पैराग्राफ मे लिखे।

#पर्यावचाची, विलोम, तुकांत शब्द, मुहावरा, आदि के प्रयोग से कहानी को आकर्षक एवं सहन बनाये।

#कहानी मे किरदारो का चुनाव सावधानी पूर्वक करे,

#कहानी उबाऊ ना बने, इसलिये कुछ मुहावरो या तुकांत शब्दो या शब्दो को नये तरीके से सजा कर लिखे।

#कहानी के अंत मे इससे मिलने वाली सीख जरुर बताये। आदि

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