Sai Baba Aarati: साई बाबा का जन्म 1838 ईसा पूर्व में महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव शिरडी में हुआ था। यह भारत के एक महान आध्यात्मिक गुरु थे। साई बाबा ने जीवनभर लोगों की मदद की और उन्हें आध्यात्मिक मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने सभी धर्मों को समान रूप से सम्मान दिया और लोगों को सत्य, दया और समझौते की महत्वपूर्णता के बारे में सिखाया।
साई बाबा के उपदेश और उनकी महिमा आज भी बहुत से लोगों के दिलों में बसी हुई है। आज भी आपको भारत के विभिन्न शहरो व राज्यो मे साई बाबा का मंदिर देखने को मिल जायेगा। साई बाबा का मुख्य दिन रविवार को माना जाता है। Read – आरती कुंज बिहारी की
शिरडी साई बाबा की आरती – Sirdi Sai Baba Ki Aarati
आरती श्री साईं गुरुवर की, परमानन्द सदा सुरवर की।
जा की कृपा विपुल सुखकारी, दुःख, शोक, संकट, भयहारी।
शिरडी में अवतार रचाया, चमत्कार से तत्त्व दिखाया।
कितने भक्त शरण में आए, वे सुख शान्ति निरंतर पाये।
भाव धरै जो मन में जैसा, साईं का अनुभव हो वैसा।
गुरु की उदी लगावे तन को, समाधान लाभत उस तन को।
साईं नाम सदा जो गावे, सो फल जग में शाश्वत पावे।
गुरुवासर करि पूजा सेवा, उस पर कृपा करत गुरुदेवा।
राम, कृष्ण, हनुमान रूप में, दे दर्शन जानत जो मन में।
विविध धर्म के सेवक आते, दर्शन कर इच्छित फल पाते।
जै बोलो साईं बाबा की, जै बोलो अवधूत गुरु की।
साईं की आरती जो कोई गावै, घर में बस सुख मंगल पावे।
अनंतकोटि ब्रम्हांडनायक राजाधिराज योगिराज|
जय जय जय साईं बाबा की, आरती श्री साईं गुरुवार की।
Sai Baba Aarati
आरती/भजन करने के लाभ – Sai Baba Aarati / Bhajan
आरती गाने से आध्यात्मिक दृष्टि से कई फायदे होते हैं। आरती गाने से पूर्व आमतौर पर पूजा की जाती है जिसमें पूजा के विभिन्न तरीकों से देवी-देवताओं के नाम सम्मान दिया जाता है। इससे हमारी आध्यात्मिक उन्नति होती है और भगवान की कृपा हमें मिलती है।
आरती गाने से मन शुद्ध होता है और स्थिर हो जाता है। यह मेंटल पीस और स्पष्टता प्रदान करता है और इससे चिंताओं और दुखों से मुक्ति मिलती है। आरती गाने से भक्ति और देवों के प्रति आदर बढ़ता है जो आमतौर पर विश्वास और श्रद्धा का केंद्र होता है। साथ ही आरती व भजन गाने से घर की ऊर्जा भी शुद्ध होती है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो आपकी जीवन शैली और संबंधों पर अच्छा प्रभाव डालता है। और आप एक आनंदमय जीवन व्यतीत प्राप्त है।