जगजीवन राम (बाबूजी) जीवन परिचय। Jagjivan Ram Biography Hindi

Jagjivan Ram

Jagjivan Ram: जगजीवन राम जी का जन्म बिहार के भोजपुर जिला मे 5 अप्रैल 1908 मे हुआ था। लोग इन्हे बाबूजी के नाम से भी जानते है। यह एक राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी, व सांसद के साथ-साथ भारत के प्रथम दलित उप-प्रधानमंत्री थे, जिनका कार्यकाल 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 रहा।

Babu Jagjivan Ram Biography in Hindi

नामजगजीवन राम (बाबूजी)
Jagjivan Ram (BabuJi)
जन्म5 अप्रैल 1908 (भारत-बिहार)
शिक्षास्नातक (कलकत्ता विश्वविद्यालय)
पिता का नामशोभा राम
माता का नामबसंती देवी
पत्नी का नामइंद्राणी देवी
पुत्र व पुत्री क नामसुरेश कुमार, मीरा कुमारी
राजनैतिक सम्बंधभारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस पार्टी
और जनता दल
पद / स्थानरक्षा मंत्री, रेल मंत्री, कृषि मंत्री,
श्रम मंत्री, उप-प्रधानमंत्री, इत्यादि
Jagjivan Ram Biography Hindi

बाबू जगजीवन राम का विवाह

जगजीवन राम जी का विवाह 1935 ई. में इंद्राणी देवी से हुआ था, इंद्राणी देवी शिक्षित परिवार से सम्बंध रखती थी इनके पिता बीरबल एक डाक्टर थे, इनके विवाह के कुछ वर्ष बाद ही 7 जुलाई, 1938 को बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम सुरेश कुमार रखा गया। और 31 मार्च, 1945 को बेटी का जन्म हुआ, जिनका नाम मीरा कुमारी रखा गया। कुछ वर्षो बाद ही 21 मई 1985 को बाबूजी के इकलौते पुत्र सुरेश कुमार का देहांत हो गया। जिसके कारण परिवार को अत्यंत दुख की पीडा झेलनी पडी।

जगजीवन राम की प्रारम्भिक शिक्षा

उनकी प्रारम्भिक शिक्षा आरा शहर से शुरु हुई, जगजीवन राम जी एक दलित परिवार से थे इसलिये उन्हे विद्यालय मे अधिक भेदभाव देखने को मिला, उन्हे अछूत समझा गया।, आगे की शिक्षा उन्होने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की, वहाँ पर भी उन्हे भेदभाव-छूआ-छूत जैसी मनगणंत धारणाये देखने को मिली, जिसके कारण उनको भेदभाव, अछूत जैसे धारणाओ के खिलाफ विरोध करने को प्रेरित किया।

जगजीवन राम (Jagjivan Ram) जी को बचपन से ही शिक्षा के प्रति अधिक लगाव था। उन्होने बंकीम चद्र चटर्जी द्वारा लिखित ‘आनन्द मठ’ पुस्तक, जो की बंगाली भाषा मे लिखी गई थी, उसको पढने के लिये बंगाली भाषा सीखी, उन्हे अन्य भाषायो का भी ज्ञान था, जैसे- हिंदी, संस्कृति, अग्रेजी, बनारस हिंदू विश्व विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करने के बाद उन्होने कलकत्ता विश्वविद्यालय से1931 में बी.एस.सी. की डिग्री हासिल की।


जगजीवन राम जी का राजनीतिक जीवन

जगजीवन राम जी का राजनैतिक जीवन विद्यालय से ही शुरु हो गया था, क्योकी वो जिस विद्यालय मे अध्ययन करते थे, वहाँ भेदभाव अछूत जैसी रुढबध्य धारणाये प्रचलिति थी, छोटी-जाति जैसे- अनुसूचित जाति, पिछडावर्ग जाति, को दलित जाति समझा जाता था। कलकत्ता मे इन्होने मजदूर रैली का आयोजन किया, जिसमे भारी संख्या मे लोगो ने भाग लिया। इसके कारण जगजीवन राम जी की राजनैतिक जीवन मे सकारात्मक बदलाव आया।

लेकिन सन 1934 मे जब सम्पूर्ण बिहार भुंकम्प से पिडीत था, तब जगजीवन राम जी ने लोगो की भारी संख्या मे मदद की उन्हे राहत कोश प्रदान किया, इसी बीच उनकी मुलाकात महात्मा गाँधी से हुई । जो की उस समय के सबसे प्रभावशाली व अहिंसावादी स्वतंत्रता थे | बाबूजी जगजीवन राम को यह पता था की पूरे भारत मे केवल एक ही स्वतंत्रता सेनानी ऐसा था जो भारत के स्वतंत्रता व पिछड़े वर्गों के विकास, दोनों के लिए लड़ रहा था। इसी मुलाकात ने बाबू जगजीवन राम के राजनीतिक जीवन मे बहुत गहरा व प्रभावशाली बदलाव किया। और पढे

बाबू जगजीवन राम की अन्य उपलब्धिया

पद का नाम कार्यकाल समय
श्रम मंत्री1946 से 1952 तक
रेल मंत्री1956 से 1962 तक
कृषि मंत्री1967 से 1970 तक
रक्षा मंत्री1970 से 1974 तक
कृषि मंत्री (2)1974 से 1977 तक
उप-प्रधानमंत्री1977 से 1979 तक
जगजीवन(Jagjivan Ram) राम की अन्य उपलब्धिया

इन्हे भी पढे
(1) जलियावाला बाग हत्याकांड
(2) बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ निबंध
(3) अनुशासन का महत्व निबंध
(4) दहेज प्रथा पर निबंध


जगजीवन राम के जीवन मे

  • जगजीवन राम हिंदू धर्म के दलित परिवार से सम्बंध रखते थे।
  • इनका जन्म 5 अप्रैल 1908 मे हुआ था।
  • यह एक राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी, सांसद व उप-प्रधानमंत्री थे।
  • इनके पत्नी का नाम इंद्रानी देवी था।
  • इनका जन्म स्थान भारत के बिहार राज्य के भोजपुर जिला के चदवा गांव मे हुआ था।
  • इनका उप-प्रधानमंत्री का कार्यकाल 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक रहा।
  • जगजीवन राम जी को लोग बाबूजी के नाम बुलाते थे।
  • जगजीवन राम जी भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस दल के राजनेता थे।
  • इनका मृत्यु 6 जुलाई 1986 मे हुआ था।
  • 1936 में बिहार विधान परिषद के सदस्य चुने गये
  • 1980 मे कोलकत्ता में मजदूर रैली निकाली, जहाँ लगभग 50 हजार अधिक लोगो ने भाग लिया।
  • 1946 से 1952 तक श्रम मंत्री का पद मिला जिसका कार्यकाल रहा।
  • 1952 से 1986 तक संसद सदस्य रहे.
  • 1956 से 1962 तक रेल मंत्री के पद पर कार्य किया.
  • 1967 से 1970 तक कृषि मंत्री पद पर कार्य किया
  • 1970 से 1971 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे.
  • 1970 से 1974 तक रक्षामंत्री के पद पर कार्य किया।
  • 1974 से 1977 तक  कृषि मंत्री रहे. (दूसरी बार)
  • 1977 से 1979 तक भारत के उप प्रधानमंत्री पद पर कार्य किया

इस लेख मे हमने जगजीवन राम बाबूजी का जीवन परिचय (Jagjivan Ram Biography Hindi) पढा। जिनका जन्म एक दलित परिवार मे हुआ था, जिससे कारण बचपन से ही उन्हे बहुत कठिनाइयो को झेलना पढा, या यू कहे, समाज मे अपनी पहचान बनाने के लिये, इनको चुनौतीपूर्ण मार्ग से गुजरना पडा, क्योकी उस समय भेदभाव, जाति-पात, छूआ-छूत जैसी रुढबध्द धारणाओ का प्रचलन था। यह लेख आप के लिये कितना लाभप्रद रहा, कमेंट मे अवश्य बताये, साथ ही हमारे साथ जुडे- क्लिक करे

1 thought on “जगजीवन राम (बाबूजी) जीवन परिचय। Jagjivan Ram Biography Hindi”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top