Gopal Krishna Gokhale:
गोपाल कृष्ण गोखले एक स्वतंत्रता सेनानी व समाजसेवी थे इनका जन्म महाराष्ट्रा के कोटलुक गाँव के मध्यमवर्ग परिवार मे हुआ था। इनके पिता का नाम कृष्णराव था, जिनके असामयिक निधन के कारण गोपाल कृष्ण गोखले जी का बचपन बहुत ही सन्हर्षपूर्ण व चुनौतियो भरा रहा। वें देश का बुरा हाल देखकर बचपन से ही देश को बदलने मे लग गयें, युवावस्था तक पहुचने तक वों एक कट्टर राष्ट्रभक्त बन चुके थें। जिसके कारण उन्होने देश को बदलने मे अहम भूमिका निभाई।
गोपाल कृष्ण गोखले जीवन परिचय – Biography of Gopal Krishna Gokhale in Hindi
नाम | गोपाल कृष्ण गोखले |
जन्म दिनांक | 9 मई 1866 |
पिता का नाम | कृष्णराव |
जन्म स्थान | कोलकुट, महाराष्ट्रा |
पद | स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, राजनेता, इत्यादि |
मृत्यु | 19 फ़रवरी 1915 |
जीवन परिचय: गोपाल कृष्ण गोखले जी का जन्म 9 मई 1866 में हुआ था इनके पिता का नाम कृष्णराव तथा माता का नाम वालुबाई गोखले था। इनका विवाह 1880 मे (13 वर्ष आयु) मे सावित्री बाई से हुआ। लेकिन सावित्रीबाई को जन्मजात बीमारी होने के कारण गोपाल कृष्ण गोखले जी ने 1887 में पुनर्विवाह किया, जिनसे उन्हे दों पुत्रिया प्राप्त हूई, जिनका नाम काशीबाई और गोदाबाई था।
राजनीतिक जीवन: गोपाल कृष्ण गोखले एक समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थें, इनको 1905 ई मे भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस दल का अध्यक्ष चुना गया, तथा इन्होने 1905 मे सर्वेंट्स आफ इंडिया सोसाइटी ( Servants of India Society) की संस्थापना की थी। गोखले जी का स्वभाव एक सच्चे हिंदुस्तानी का था, उनमे सेवा-भाव, आत्मत्याग, राष्ट्रप्रेम कूट-कूट कर भरा हुआ था, सायद इन्ही कारणो से महात्मा गांधी जी गोखले जी को अपना गुरु मानतें थे।
शिक्षा: गोखले जी का बचपन से ही शिक्षा मे अधिक रुचि थी, इन्होने 18 वर्ष की आयु मे स्नातक की डीग्री प्राप्त करकें 20 वर्ष की उम्र मे प्रोफेसर बन गये थे। और कुछ समय बाद गोखले जी ने फर्गुसन कांंलेज के प्रिंसपल के पद पर भी कार्य कियें। उन्होनें इस पद पर लगभग 20 वर्षों तक कार्य किया। बाद मे वो सार्वजनिक सभा के त्रेमासिक अखबार के सम्पादक भी बनें।
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गोपाल कृष्ण गोखले जी के मुख्य कार्य
गोपाल कृष्ण गोखले एक राष्ट्रिय कांग्रेस के उच्च राजनेता थें उन्होने समाज को सुधारने मे अहम भूमिका निभाई। जब हमारें भारत देश पर अग्रेजो का हुक्म था तब उन्होने अग्रेजों के खिलाफ आलोचना करके समाज मे मुख्य परिवर्तन का कारण बनें जैसे- ‘नमक पर लगने वाले कर‘ पर ब्रिटिस सरकार का पूर्ण विरोध कीया, ताकि निर्धन परिवार इस समस्या से निकल सकें। गोखले जी ने बंगाल विभाजन का विरोध तथा उच्च पदों पर भारतीयो की नियुक्ति ना करना, जैसे कई सामजिक हित मे विरोध कियें।
गोपाल कृष्ण गोखले जी की मृत्यु: गोखले जी मधुमेह और अस्थमा जैसी गम्भीर बीमारी से ग्रसित थे। जिसके कारण 19 फरवरी 1915 को इनकी मृत्यु हो गई। ये एक सच्चे देशप्रेमी थें इनकी असामयिक निधन समाज को प्रभावित कर गया। गोखले जी मृत्यु से पूर्व समाज हित मे इतने कार्य कियें, जिसके कारण देश उन्हे आज भी याद करता है। हर वर्ष 19 फरवरी को गोपाल कृष्ण गोखले जी की पूर्ण श्राध्दांजलि मनाई जाती है।
गोपाल कृष्ण होखले जी का योगदान – About Gopal Krishna Gokhale in Hindi
- ये एक राजनेता, स्वतंत्रता सेनानी, व समाज सुधारक थें
- गोखले जी भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के उच्च नेता थें
- इन्होने 1905 मे सर्वेंट्स आफ इंडिया सोसाइटी संगठन की संस्थापना की।
- नमक पर कर, बंगाल का विभाजन, उच्च पदों पर भारतीयों की नियुक्ति ना करना’ जैसे कई समाजिक हित के लिये अग्रेजों का विरोध किया।
- 1909 के मार्ले-मिंटो सुधारो के गठन मे महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- 1886 में फर्ग्यूसन कालेज में प्राध्यापक के रूप में कार्य किया।
- Gopal Krishna Gokhale बनारस अधिवेशन 1905 में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के अध्यक्ष रहें।
- गोखले जी ने 1907 में लाला लाजपत राय की रिहाई के लिये अभियान चलाया।
- गोखले जी ने 1908 में रानाडे इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक्स की स्थापना की।
- गोखले जी ने साप्ताहिक समाचार पत्र ‘द हितवाद’ की भी शुरुआत की ।
FAQ: लोगों ने पूछा
प्रश्न- गोपाल कृष्ण गोखले जी का जन्म कब हुआ था ?
उत्तर- 9 मई 1866
प्रश्न – गोपाल कृष्ण गोखले जी का जन्म कहां हुआ था ?
उत्तर- कोलकुट महाराष्ट्रा में
प्रश्न- गोपाल कृष्ण गोखले कौन थे ?
उत्तर- ये एक स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक तथा भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस (Indian National Congress) के वरिष्ठ नेता थे।
प्रश्न- गोपाल कृष्ण गोखले जी के माता-पिता का क्या नाम था ?
उत्तर- माता- वालुबाई गोखले, पिता- कृष्णराव
प्रश्न- गोपाल कृष्ण गोखले जी की मृत्यु कब हुआ था ?
उत्तर- 19 फरवरी 1915 (मधुमेह व अस्थमा के कारण)
इस लेख मे हमने गोपाल कृष्ण गोखले जी का जीवन परिचय (Gopal Krishna Gokhale Biography in Hindi) तथा उनके द्वारा किये गयें प्रमुख कार्यों को जाना, यह लेख आप के लिये कितना शिक्षाप्रद रहा, कमेंट मे सुझाव अवश्य दे। साथ ही हमारे साथ जुडने के लिये- क्लिक करे