कविता

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Poem: चल नहीं पाता, पैरो में ज़ंजीर लेके, हुआ भी जन्म मेरा , कैसी तक़दीर लेके। Sad Poem in hindi on Life

पैरो में ज़ंजीर लेके: कविता के माध्यम से जीवन की व्याख्या करना सरल नही, लेकिन कूछ पहलुयों को समझना आसान है,