गीत का नाम – आ गया मोदी जमाना, तिलक समधी जम के चढाना
भारतीय संस्कृति मे शादी – विवाह त्योहार से अधिक मनाया जाता है। यहाँ शादी लडके की हो या लडकी की शादी समारोह की तैयारी 2 माह पहले से ही चलने लगती है। किसी लडके या लडकी को पवित्र रिश्ते मे बधने से पहले अनेको प्रकार के कार्यक्रम या रस्म मनाये जाते है, जिनमे से सगाई, तिलक, बारात, विदाई, इत्यादि सामिल है।
लडको के शादी से पूर्व तिलक चढाने की रीति-रिवाज है, जहाँ लडकी पक्ष के लोग फल-फूल, जैसे अनेको प्रकार के उपहार लडके पक्ष वालो को देते है, इन रिवाजो मे भारतीय महिलायो के गीत भी प्रसिध्द है, जैसे- तिलक गीत, विवाह गीत, विदाई गीत आदि, इस लेख मे हम तिलक गीत पढेंगे, जिसका सिर्षक है “आ गया मोदी जमाना, तिलक समधी जम के चढाना “
आ गया मोदी जमाना तिलक गीत
आ गया मोदी जमाना तिलक समधि जम के चढाना।
टू व्ह्वीलर गाडी की कदर नहीं है,फोर बिलर गाड़ी चढ़ाना,
तिलक समाधि जम के चढ़ाना,
आ गया मोदी जमाना तिलक समाधि जम के चढाना।
कागज के नोटों की कदर नहीं है, चांदी का डालर चढ़ाना,
तिलक समधि जम के चढाना।
आ गया मोदी तिलक समधि जम के चढाना।
काटन क कपडा क,कदर नहीं है, मखमल का कपड़ा चढ़ाना,
तिलक समधि जम कर चढ़ाना,
आ गया मोदी जमाना तिलक समाधि जम के चढाना।
छोटी मोबाईल क कदर नही है, बडकी मोबाईल चढाना,
तिलक समधि जम के चढाना
आ गया मोदी जमाना, तिलक समधि जम के चढाना
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