वर्षा ऋतु पर निबंध/ बारिश पर निबंध हिंदी मे। Varsha Ritu Par Nibandh 500 World
वर्षा ऋतु की शुरुआत तो जून महीने से ही हो जाती है, लेकिन वास्तविक वर्षा की शुरुआत तो भगवान शिव का पावन महिना सावन माहिने से ही शुरु होता है। सावन महीने मे मुशलाधार बारिश होना निश्चित होता है। इस लेख मे हम वर्षा ऋतु पर निबंध ( Varsha Ritu Par Nibandh) पढेंगे।
वर्षा ऋतु पर निबंध – Rainy Season Essay in hindi
वर्षा ऋतु, छोटे बच्चो का सबसे प्रिय ऋतु होता है, क्योकी इस मौसम मे अधिक बारिश होती है, जिसके कारण बच्चे खूब भीगते और खेलते है। वैसे तो ऋतुयो का राजा बसंत ऋतु को कहाँ जाता है, लेकिन ऋतुयो की रानी वर्षा ऋतु को कहना गलत नही होगा।
आप को जानकर हैरानी होगी की मात्र अपने भारत देश मे ही 4 ऋतुये होती है, जो की अपने क्रमानुसार आती रहती है, और सभी मौसमो का अपना-अपना महत्व होता है, जहाँ ठण्ड का मौसम लोगो को अधिक कपडे पहनने पर मजबूर कर देता है, वही गर्मी मे लोग बिना कपडे ही घूमते है, जहाँ गर्मी की गरम हवाये लोगो के पसीने निकाल देते है, वही बसंत ऋतु सुनहरी हवाओ से लोगो का मन मोह लेता है। वर्षा ऋतु की बात ही अलग है, वर्षा ऋतु सभी मौसम का मिश्रण होता है, जहाँ अधिक वर्षा होने के कारण ठण्ड होने लगती है। वही कम वर्षा लोगो को खूब भाती है। और अगर रिमझिम बरसात हो तो, लोग भीगने से खुद को नही रोक पाते। (Varsha Ritu Par Nibandh)
वर्षा की शुरुआत: भारत मे मुख्यत: बारिश की शुरुआत, जून महिने से शुरु होती है, और सितम्बर के अंतिम दिनो तक रहती है। लेकिन बारिश का मुख्य महीना आषाढ और सावन महिने को माना गया है। सावन महिना भगवान शिव जी का पावन महिना भी माना जाता है, इस महीने मे अधिक से अधिक लोग बाबा बैजनाथ धाम यात्रा करने जाते है। लोगो की मान्यता है की किसी महीने मे वर्षा हो या ना हो लेकिन भगवान शिव जी के पावन महीने मे वर्षा जरुर होती है।
वर्षा के फायदे: वैसे तो हर मौसम सुनहरा होता है, लेकिन वर्षा ऋतु की बात ही निराली है, इसके आने से पेड, पौधे, जलीय जीव, पंक्षी, जानवर, मनुष्य, तथा सभी जीवो के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है, वर्षा ऋतु आने से पेड, पौधे, हरे भरे हो जाते है और नदिया, तालाब, व झीले, मुस्कुराने लगती है, फूलो की कलिया खिल जाती है, पंक्षी गीत गाने लगते है। चारो तरफ हरियाली ही हरियाली होती है। और पर्यावरण पूर्ण रुप से साफ हो जाता है। (rainy season paragraph)
वर्षा ऋतु पर निबंध – 2 (Varsha ritu Nibandh)300 शब्द
मेरा प्रिय ऋतु वर्षा ऋतु है, वर्षा ऋतु अर्थात चारो तरफ हरियाली, वर्षा ऋतु आते ही पेड-पौधे, हरे भरे हो जाते है, चारो तरफ खुशिया आ जाती है, मनुष्यो के अलावा पशु-पक्षी, भी वर्षा ऋतु का इंतजार बेसब्री से करते है।
वर्षा ऋतु: बारिश का मुख्य महीना आषाढ व सावन को माना जाता है, वैसे तो वर्षा ऋतु की शुरुआत जून महीने से ही शुरु हो जाती है, लेकिन मुख्य रुप से वर्षा का महिना सावन होता है, सावन महीने को भगवान शिव जी का भी महिना कहते है। इस महीने मे रिमझिम वर्षा होती है, जो की देखने मे बहुत लुभावनी होती है। इसी सावन महीने मे लोग भगवान शिव का दर्शन करने बैजनाथ धाम जाते है।
बारिश के फायदे: वैसे तो बारिश के अनेको फायदे है, लेकिन बारिश का मुख्य फायदा ये है की बारिश होने से हमारा पर्यावरण साफ हो जाता है, जो धरती कई महीनो प्यासी है उसकी प्यास मिट जाती है, चारो तरफ हरियाली छा जाती है। किसानो के द्वारा लगाये गये फसलो का चौमुखी विकाश होने लगता है। पेड-पौधे, पशु-पक्षी, नदिया-तालाब, मुस्कुराने लगती है। चारो तरफ खुशिया छा जाती है। (Varsha Ritu Par Nibandh)
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वर्षा ऋतु पर 10 वाक्य – Rainy Season Essay 10 lines
- वर्षा ऋतु की शुरुआत जून महीने से शुरु हो जाता है और सितम्बर के अंत तक चलता है।
- वर्षा ऋतु का मुख्य महीना आषाढ व सावन होता है।
- वर्षा ऋतु आने से चारो तरफ हरियाली आ जाती है।
- वर्षा ऋतु फसलो के लिये लाभदायक होता है।
- वर्षा ऋतु आने से नदियो, तालाबो मे जल भर जाता है।
- वर्षा ऋतु आने से पशु-पक्षीयो मे खुशिया आ जाती है।
- वर्षा ऋतु का इंतजार सभी जीव बेसब्री से करते है।
- बारिश का महिना, छोटे बच्चो को अधिक लुभाता है।
- बारिश के महीने मे मेढक भी गीत गाने लगते है।
- बारिश के महिने मे चीटियो के भी पर निकल जाते है।
Varsha Ritu Par Nibandh
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