meditation kaise kare: जीवन मे भटकाव का होना आम बात है लेकिन इससे निकल न पाना, जीवन के लिये घातक साबित हो सकता है. भारतीय संस्कृति मे ऐसे कई उपाय व विधिया बताई गई है जिनकी सहायता से आप अपने जीवन को संतुलित कर सकते है उन्ही प्रमुख विधियो मे योगा व ध्यान सर्वोच्चतम विधि है।
जीवन मे भटकाव का होना, सही निर्णय ना ले पाना, ध्यान पूर्वक कार्य न करना या मन को शांत करना, जैसी समस्याये उत्पन्न होती रहती है. यह समस्याये नई नही है बल्कि प्राचीन समय मे भी ऐसी समस्याये उत्पन्न होती थी। जिसका उपाय हमारे धर्म ग्रंथों मे उल्लेखित है। आज हम उन्ही प्रमुख उपायो मे से एक ध्यान कैसे करे (meditation kaise kare) एवं ध्यान करने के क्या-क्या फायदे होते है। जानेंगे।
मेडिटेशन क्या है? – Meditation Kya Hai
Meditation kaise kare: ध्यान एक अभ्यास योग क्रिया है इस क्रिया की सहायता से हम अपने मन को शांत करते है एवं एकाग्रता को बढाते हैं साथ ही इस प्राचीन योग क्रिया की सहयता से हम अपने अंतर्मन को जागृत करते हैं। जो हमे मानसिक और शारीरिक लाभ प्रदान करता है।
हमे मालूम है कि ध्यान करना शांति और स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। इसके नियमित अभ्यास से हम अपने मन को शांत व स्थिर करते हैं तथा यह इंद्रियों के नियंत्रण मे भी मददगार हैं। इसलिए ध्यान की सहायता से ज्ञान की गहराई को छूने, चिंताओं को दूर करने और आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक उच्चतम मार्ग है।
ध्यान क्या है? |
मन क्या है? |
दिमाग को शांत कैसे करे? |
मेडिटेशन क्या है? |
मैडिटेशन करने के 7 उपाय – meditation kaise kare
मेडिटेशन करने के लिये सबसे पहले हमे इससे जुडी जानकारिया एकत्रित कर लेनी चाहिये, आइये जानते है मेडिटेशन कैसे करे (meditation kaise kare)
1.ध्यान करने के लिए आवश्यक – ध्यान के लिए सबसे आवश्यक है कि आप एक आरामदायक स्थान को चुनें, जहां आपको शांति मिल सके। अब आपको ध्यान करने के लिये एक चटाई या योग मैट लेना होगा और अपने पसंदीदा अनुसार स्थान पर बैठना होगा, मेरा सुझाव है कि आप बगीचे, पार्क या अन्य हरियाली वाले स्थान का चुनाव करे।
ध्यान रहे ऐसी जगह का चुनाव ना करे जहाँ का वातावरण शुध्द ना हो, अन्यथा आपको सांस लेने मे दिक्कत या कोई अन्य परेशानी हो सकती है।
2.सही आसन धारण करें- ध्यान क्रिया के शुरुआत मे कोई सरल आसन का चुनाव करे, जैसे -सुखासन या पाद्मासन जैसे स्थिर और आरामदायक आसन में बैठें और मन को पूरी तरह शांत कर ले.
3.समय निर्धारित करें- ध्यान क्रिया या योग क्रिया करने के लिए एक निश्चित समय का निर्धारित करें। मेरा सुझाव है कि आप सुबह या शाम के समय ध्यान करे, सुबह व शाम के वक्त ध्यान करने से हम पूरे दिन तर्वताजा रहते है साथ ही सुबह के वातावरण मे एक अद्भुत औरा होता है जो हमारे मन को शांत करने में मदद करता है।
4.श्वास-प्रश्वास का ध्यान रखें- ध्यान क्रिया मे आपको श्वास-प्रश्वास की क्रिया जरुर करनी चाहिए। सबसे पहले आपको अपने श्वास पर ध्यान केंद्रित करते हुये इसे गहराई से लेंना है और फिर ध्यान को श्वास के साथ मिलाएं रहना है। जिससे आपका सम्पूर्ण ध्यान श्वास पर चला जायेगा और आपका मन स्थिर हो जायेगा।
5.मन को शांत करें- ध्यान क्रिया करने का मुख्य उद्देश्य मन को शांत करना होता है। ध्यान करते समय हमे अपने दिमाग की चिंताओं को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। उचित होगा कि ध्यान करते समय किसी शांती भरे मंत्र का उच्चारण करें। ध्यान के दौरान मन्त्र का जाप करने से मन शांत होता है जिससे हम एकाग्रता का अनुभव कर पाते है।
6.ध्यान के समय स्थिर रहे- ध्यान क्रिया को सफल बनाने के लिए हमे स्थिर व नियमित प्रयास करते रहना होगा। अर्थात ध्यान क्रिया के दौरान शरीर और मन को स्थिर रखने का प्रयास करें। किसी भी विचार की कल्पना ना करें, बल्कि ध्यान को स्थिरता के साथ अनुभव करें।
7.ध्यान क्रिया समाप्त करें- ध्यान क्रिया को जितनी सावधानी से शुरु करनी चाहिए, उतने ही सावधानी से इसे समाप्त भी करनी चाहिए। अर्थात हमे ध्यान क्रिया को धीरे-धीरे समाप्त करना चाहिए। सबसे पहले हमे अपनी आंखें खोलनी चाहिये और अपने आसन से धीरे-धीरे उठना चाहिये।
ध्यान करने के लाभ
नियमित रुप से ध्यान करने से हम शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत होते हैं। यह हमारे स्वास्थ्य को बढ़ाता है, मन को शांत करता है, तनाव को कम करता है आदि फायदे है जो निम्नाकित है।
- मस्तिष्क स्वस्थ रहता है।
- समय का सही उपयोग
- स्वस्थ मे सुधार
- मन शांत रहता है
- सकारात्मक विचार मे वृध्दि
- याद करने की शक्ति बढ़ती है। आदि
आज हमने इस लेख मे मन को शांत करने का माधय्म, आध्यात्मिक उर्जा प्राप्त करने का माध्यम, मानसिक संतुलत बनाने के उपाय अर्थात ध्यान क्रिया के विषय मे जाना (meditation kaise kare) ध्यान व योग से जुडी अन्य जानकारी हेतु ध्यान कैटेगरी का प्रयोग करे।