पर्यावरण जीवन जीने का जरिया है। एक प्रकार पर्यावरण सभी जीवों का घर है। हमारा जीवन हर तरह से पर्यावरण पर निर्भर करता है जो वृक्ष, जल, वायु, आश्रय, भोजन, कई अन्य चीजों से बना हुवा है, पर्यावरण और सभी जीवित प्राणियों के बीच एक संतुलित प्राकृतिक चक्र का होना अनिवार्य है।
इस लेख मे हम पर्यावरण पर (About Environment in Hindi) विस्तार से जानेंगे। साथ पर्यावरण पर भाषण भी पढेंगे।
पर्यावरण पर निबंध – Paryavaran Nibandh
पर्यावरण जीवन का आधार है। और एक तरह से पर्यावरण जीवों का एक बहुत बड़ा सा घर है जहां सभी जीवों का निवास स्थान है। मनुष्य उस पर्यावरण पर निर्भर करता है। जहाँ पानी, आश्रय, भोजन, कई अन्य चीजों उपलब्ध है, पर्यावरण और सभी जीवित प्राणियों के बीच एक संतुलित प्राकृतिक चक्र मौजूद हो।
इस ग्रह पर जीवन को प्रभावित करने वाले प्राकृतिक पर्यावरण के पतन में मानव जाति एक महत्वपूर्ण भूमिका है। जैसा की हम मानव अन्य जीवों से खुद को उच्च समझते हैं। फिर भी हम अपने पर्यावरण का ख्याल नहीं रखते। जबकी जीवों मे सब से उपर होने के वजह से हमे ही अपने पर्यावरण का ख्याल रखना चहिये।
पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध – Environment Pollution in Hindi
पर्यावरण प्रदूषण दिन-प्रतिदिन बढता जा रहा है। इसका मुख्य कारण मानव जाति है। मानव अपने सुख-सुविधा के लिये पर्यावरण को बर्बाद करने मे कोई कसर नही छोड रहा। अधिक से अधिक फैक्ट्रिया, पेडो की कटाई, गाडी से निकले वाले धूये, प्लास्टिक इत्यादि को रोजमर्रा के जीवन मे उपयोग कर रहा। जो हमारे पर्यावरण के पतन का मुख्य कारण है।
क्या आप को पता है? आने वाले खतरे क्या है नासा की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, CO2 उत्सर्जन पिछले 400,000 वर्षों की तुलना में अधिक है। कोयले और प्राकृतिक गैस और एचएफसी द्वारा छोड़े गए ग्रीनहाउस गैसों जैसे अन्य हानिकारक उत्सर्जन के साथ, पृथ्वी 1880 से 0.8 डिग्री तक गर्म हो गई है। बिजनेस इनसाइडर और नासा के अनुसार, कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि सदी के अंत तक, पृथ्वी अविश्वसनीय रूप से 6 डिग्री तक गर्म हो सकती है। पेरिस समझौते के तहत, देशों ने ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 प्रतिशत तक कम रखने का वादा किया है। रिकॉर्ड पर सबसे हालिया वार्मिंग पिछले 20 वर्षों में रही है। About Environment in Hindi मे आगे पढे
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण को बचाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि लोगों को इस तथ्य से अवगत कराया जाए कि पर्यावरण हमें क्या प्रदान करता है और पर्यावरण हमारे लिये कितना जरूरी है क्योकिं हम इसी खुली हवा मे सांस लेते है अगर इसे कुछ हुआ तो हमारा क्या होगा । यह हमारे विकाश मे कितन महत्वपुर्ण है और पर्यावरण के दूषित होने के कारण हम पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसका अंदाजा नही।
मानवीय गतिविधियों से पृथ्वी का गर्म होना चिंता का एक प्रमुख कारण है । क्युकी इससे समुद्र क जल स्तर बढ रहा है।
अगर कुछ नहीं किया गया, तो इस सदी में बीमारी, भूख और बाढ़ एक बड़ी समस्या होगी क्योंकि पृथ्वी गर्म हो रही है, बर्फ पिघल रही है और जल स्तर बढ़ रहा है। कृषि भूमि का बड़ा हिस्सा जलमग्न होने से पहले हम पृथ्वी को बचाने के अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेना होगा ।
जब सभी मनुष्य पर्यावरण के महत्व को जानेंगे। हम व्यक्तिगत स्तर पर प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग बंद कर सकते हैं। जब हम खरीदारी करने जाते हैं, तो हम कपड़े बैग का उपयोग कर सकते हैं। हम जिवास्म इधन का उपयोग कम कर सकते है कम मांस खाने से हम अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकते हैं बड़े पैमाने पर खेती मवेशियों के उत्सर्जन और रखरखाव से भारी मात्रा में CO2 उत्पन्न करती है। मुझे उम्मीद है कि अगर हम में से प्रत्येक ने पर्यावरण को अच्छा बनाने का फैसला किया है, तो आने वाली पीढ़ी के लिए हम हरित पर्यावरण को लाने में सक्षम होंगे।
पर्यावरण पर भाषण। Speech on Environment in Hindi
भाषण की शुरुआत: आज मैं यहां आप सभी के समक्ष ‘पर्यावरण’ के विषय में बात करने आया हूं। दरअसल हमें मालूम है की सभी जीव पर्यावरण के हिस्से है। सभी जीवों में से मानव सबसे बुध्दिमान व ताकतवार जीव है। यानी हम सब प्रकृति के सबसे उच्च जीवों मे से एक है। फिर भी प्रयावरण की रक्षा करने के बजाय, उसका पतन कर रहें।
पर्यावरण पर भाषण: पर्यावरण पृथ्वी पर सभी जीवित चीजों के अस्तित्व और उनके मानसीक और शारीरिक विकास में और सबसे बढ़कर, मानव जाति के रोज के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लोग जिस खुशहाल जीवन और खुसाहाल संसार के बारें मे सोचते हैं उसके लिये पर्यावरण का साफ होना सब से जाद जरूरी है।
पर्यावरण का दुरुपयोग हाल ही में चर्चा का एक गर्म विषय रहा है। हानिकारक पर्यावरणीय प्रभाव पैदा करने का कारण सब से पहले जनसंख्या है हमारा सब से पहला कदम जनसंख्या नियंत्रण का होना चाहिये। क्योकिं जितना अधिक जनसंख्या होगा उतन अधिक संसाधनो का उपयोग होगा। सामान्य उदाहरण ले तो आज सभी को अपनी अलग गाडी चहियेंं ताकी को पर्यावरण को दूषीत करने भूमिका निभा सकें।
आइए मानव जाति की कुछ विनाशकारी गतिविधियों के बारे मे बाते करते है– जैसे कृषि, लकड़ी और पौधों के अति उपयोग के लिए मनुष्य ने हमेशा पेड़ों को काट दिया है और जमीन बंजर बना के छोड दिया है। कुछ बड़े जंगल बचे हैं, जैसे एमोजोन और इंडोनेशिया के बड़े जंगल। इन्हें उन लोगों द्वारा धमकी दी जाती है जो उनका इस्तेमाल करने के लिए या ताड़ के तेल उत्पादन के लिए इस्तेमाल करते हैं।
पर्यावरण को दूषित करने मे मानव गतिविधिया :-
About Environment in Hindi : पर्यावरण को दूषित करने मे मानव गतिविधियों का बडा योगदान है, मानव गतीविधिया जैसे – कारखाने और गाडीयों से निकलने वाले धूयें वातावरण को ग्रीनहाउस गैसों जैसे CO2 और अन्य हानिकारक गैसो से भर रही है। एयर कंडीशनर में पाए जाने वाले, रेफ्रिजरेशन से हाइड्रोफ्लोरोकार्बन और सीएफ़सी के कारण ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बड रहा है। इसके कारण हमारे ओज़ोन परत पर भी बुरा प्रभाव पड रहा है।
जो लोग AC मे रहते है वहि बकि लोगो को बताते है कि ग्लोबल वर्मिंग बढ रह है और एसी मे बैठ के ग्लोबल वर्मिंग के बारे मे बात करेंगे और कोइ कदम नही उठाते, प्लास्टिक कचरा, जो डॉल्फ़िन जैसे समुद्री जीवन को पेट की समस्याओं से मरने का कारण बनता है, महासागरों को प्रदूषित करता है। इसका कोइ उपाय नही किया जाता और उपाय के नाम पे कई कदम उठाये तो जाते है। लेकिन उसका अनुकरण नही किया जाता। आप को यकिन नही होगा कि उत्तर प्रदेश मे प्लास्टीक बैन है पर सिर्फ नाम के लिये बैन है। प्लास्टिक के थैलियो को आप हर गली-चौराहों पर आसानी से देख सकते है।
पर्यावरण पर भाषण 500 शब्दोंं मे- Speech of Environment in Hindi
Speech About Environment in Hindi : आज मैं यहां पर्यावरण पर आप के सामने एक भाषण देने के लिए आया हू| हमें पता है पर्यावरण अनमोल है और मनुष्यों को एक उल्लेखनीय स्थिति में विकसित करने कि लिये और हमे सक्षम बनाने के लिए अस्तित्व में है। अपनी बुनियादी जरूरतों के लिए हम पर्यावरण पर निर्भर हैं। पर्यावरण मे मौजूद मनुष्यों के बीच एक संतुलित प्राकृतिक चक्र है। मगर क्या हम इस पर्यावरण का खयाल रखते है जैसे ये हमरा रखता है ।
मानव ने प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक उपयोग करना शुरू कर दिया है, और यह प्राकृतिक संतुलन टूट गया है मानव समाज वन्यजीव स्थितियों और पर्यावरण की भलाई को बाधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वनों की कटाई, प्रदूषण, विभिन्न प्रजातियों के विलुप्त होने और दुनिया में बढ़ते तापमान में हम रहते हैं। परिणाम स्वरुप इसने पर्यावरण के अंधाधुंध दोहन को जन्म दे दिया है।
जरुरी निबंध पढे :-
(1) प्राकृतिक आपदा पर निबंध |
(2) बाल मजदूरी पर निबंध |
(3) प्रदूषण पर निबंध |
(4) वायु प्रदूषण पर निबंध |
(5) भ्रष्टाचार पर निबंध |
About Environment in Hindi
समस्या को रोकने के लिये मानव की क्षमता उसकी शक्ति में है। सबसे पहले तो नजरिए में बदलाव की जरूरत होगी। कुछ देशों में, जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, जो सामान्य रूप से पर्यावरण की दुखद दुर्दशा को जोड़ रही है। जनसंख्या वृद्धि के साथ प्राकृतिक संसाधन समाप्त हो गए हैं। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या का कारण बनेगा। इसके कुछ प्रभावों में मिट्टी का कटाव, भूमिगत जल की कमी, ताजे पीने के पानी की कमी, वायुमंडलीय तापमान में वृद्धि, बर्फ की टोपी का पिघलना, समुद्र के स्तर में वृद्धि और सूची जारी है। हमे सतत् विकास भी करना होगा।
लोगों पर प्रभाव पर्यावरण के बिगड़ने से मनुष्य स्वाभाविक रूप से प्रभावित होता है। ओजोन परत की कमी त्वचा कैंसर को ट्रिगर करती है। इसके अलावा, अधिक प्रदूषण से सांस की कई समस्याएं होती हैं जैसे अस्थमा या फेफड़ों का कैंसर।
मैं चाहूंगा कि आप सभी पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान देने पर विचार करें और अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करें। आप हमारे पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं।
पर्यावरण पर छोटा निबंध – Short Essay on Environment in Hindi
- पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ कानूनों को समाज के सदस्यों द्वारा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इससे लोग प्रेरित होंगे और About Environment in Hindi पर्यावरण के जरुरत को समझेंगे।
- पर्यावरण को प्रभावित करने वाली गतिविधियों को कम करने के लिए सरकार द्वारा नीतियां बनानी चाहिए।
- पर्यावरण के महत्व और जागरूकता फैलाने के लिये इलेक्ट्रॉनिक मीडिया है। हमे इसक इस्तेमाल करना चाहीये
- प्लास्टिक के उपयोग के खिलाफ नियमों के कुछ कदम उठाया जाना चाहिए। ऐसे में हम अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं।
- हमारे पर्यावरण के लिए खतरों में से एक वाहन प्रदूषण है। स्वच्छ पर्यावरण को हम सभी को प्राथमिकता देनी चाहिए। हमे अधिक से अधिक पेड़ लगाने चाहिये
- अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है हमे प्रक्रितिक उत्पादों से सामग्री का उपयोग करना। ना कि प्लस्टीक जैसे चीज़े इसमल करनी चाहिये
- हम सभी जानते हैं कि ‘नीला ग्रह’ को पृथ्वी के नाम से जाना जाता है।
- हमें कुछ संसाधनों, जैसे तेल, प्राकृतिक गैस, कोयला आदि के उपयोग से बचना चाहिए। हम अक्षय संसाधनों जैसे पवन, बायोमास और सूर्य के प्रकाश का उपयोग कर सकते हैं, न कि संपूर्ण संसाधनों का उपयोग करने के लिए।
इस लेख मे हमने पर्यावरण के बारे मे जाना ( About Environment in Hindi), यह लेख आप के लिये कितना मददगार रहा, कमेंट मे सुझाव अवश्य दे। साथ ही पर्यावरण के विषय मे लोगो को जानकारी दे, ताकि लोग पर्यावरण के लिये जागरुप हो सके और अपने पर्यावरण की रक्षा कर सके। लेख को दोस्तो के साथ जरुर शेयर करें और हमसे जुडे- click here