आचार्य चाणक्य जिन्हे कूटनीति व राजनीति का विशेषज्ञ कहा जाता है। इस लेख में हम आचार्य चाणक्य की चार ऐसी नीतियों के बारे में जानेंगे, जो आप के जीवन से जुड़ी कई समस्याओं का हल है। अगर आप आचार्य चाणक्य कि इन चारों नीतियों को अपने वास्तविक जीवन में स्वीकारते है तो शत प्रतिशत आपको सफल व्यक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता।
सभी के जीवन में कई बार ऐसा वक्त जरुर आता है जब आपको बहुत मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है वहीं कई बार ऐसा होता है कि आप सफलता के काफी नजदीक होने के बावजूद भी असफल रह जाते हैं ऐसे मे सब कुछ त्याग देने की भावना उत्पन्न होती है। मेरा सुझाव है की ऐसे वक्त मे आपको आचार्य चाणक्य की नीति (chanakya story in hindi) पढनी चाहिये। जो आपको प्रेरणा देने का कार्य करेगी। आपके जीवन को नई रास्ता दिखायेगी।
आचार्य चाणक्य पहली नीति (कहानी) – Chanakya Story in Hindi
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी भी काम की शुरुआत करने से पहले अपने आपसे 3 सवाल जरूर पूछें। यही 3 सवाल आपके कार्य को सफल बनाने मे मदद करेंगी।
• पहला सवाल:- जो काम हम कर रहे हैं उसे क्यों कर रहे हैं।
• दूसरा सवाल:- जो हम काम कर रहे हैं उसका रिजल्ट यानी कि परिणाम क्या होगा।
• तीसरा सवाल:- सबसे महत्वपूर्ण सवाल कि क्या मैं जो काम कर रहा हूं उस काम में सफल हो जाऊंगा।
अगर आपको इन तीनों सवालों का जवाब मिल जाता है तो, तभी आप आगे का काम करिए। क्योकी ये तीनो प्रश्न आपको अपने मन से पूछना है। मेरा सुझाव है की आप साफ व पवित्र स्थान पर बैठ कर मन को शांत करे, और स्वयं से इन 3 सवालों का जवाब पूछिये। अगर आपका मन उस कार्य के लिये सच मे इच्छूक है, तभी वो कार्य करें।
acharya chanakya
आचार्य चाणक्य दूसरी नीति (कहानी) – 2 Chanakya Story in Hindi
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कभी भी अपने लक्ष्य को किसी को बताना नहीं चाहिए जैसे कि यह कोई एक खुफिया मंत्र हो। आपको अपने लक्ष्य को बिना किसी को बताए और बिना किसी शोर-शराबे के अपने लक्ष्य की ओर बढना होगा। चाणक्य की इसी नीति को आज विज्ञान ने भी सिद्ध किया है। क्योंकि दोस्तों अगर आप अपने लक्ष्य के बारे में किसी को बता देते है तो उस लक्ष्य को प्राप्त करने के मौका कम हो जाता हैं।
ऐसा इसलिए होता है कि जब हम अपने लक्ष्य को किसी के साथ बांटते हैं तो भी लोग हमें शाबाशी देते हैं की वाह क्या लक्ष्य बनाया है। इस प्रक्रिया की वजह से हमारा दिमाग डोपामिन नाम का एक रसायन रिलीज कर्ता है और हम खुश हो जाते हैं और उस लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रेरणा कम हो जाता है इसलिए हमे अपने लक्ष्य को किसी को बताना नहीं चाहिए।
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आचार्य चाणक्य तीसरी नीति – 3 Chanakya Story in Hindi
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हम इस दुनिया में अकेले आए हैं और अकेले ही जाएंगे। अर्थात चाणक्य जी कहना चाहते हैं कि हमें अपनी आवश्यकता के लिए किसी पर निर्भर नहीं होना चाहिए। क्योंकि दोस्तों इस दुनिया में हर कोई कूछ पल के लिये ही आया है। इसलिये हर सम्भव अपने जीवन में आगे बढ़ते रहना चाहिये ।
और आपको ध्यान रखना चाहिये की आप वह अकेले इंसान हैं जो मृत्युसैया तक आपके साथ रहेगा। इसलिए कभी भी किसी पर निर्भर नहीं होना चाहिए क्या पता कौन कब कहां चला जाए।
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आचार्य चाणक्य चौथी नीति – 4 Chanakya Story in Hindi
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हमें हमेशा दूसरों की गलतियों से सीखना चाहिए अगर हम खुद गलतियां करेंगे तो हमारी उम्र कम पड़ जाएगी। यानी कि आचार्य चाणक्य कहना चाहते हैं कि अगर आप किसी लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं तो उन लोगों को ढूंढिए जो उस लक्ष्य को पहले ही पा चुके हैं और उनसे सीखो ।
उन्होंने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किन किन मुश्किलों का सामना किया था और क्या उन्होंने कुछ गलतियां भी की थी अगर आप यह सब जान लेते हो तो बिना किसी गलती को दोहराए और जल्दी से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने मे सफल होंगे।
आज की इस लेख में हमने आचार्य चाणक्य जी के नीतियो (Acharya Chanakya Story in Hindi) को पढा, यह लेख आपके लिये कितना प्रेरनादायक रहा, कमेंट मे अपना सुझाव अवश्य दे। साथ ही अपने दोस्तो के साथ शेयर करना ना भूले। Join Us