Sapta Rishi: सप्त ऋषि अर्थात सात (7) ऋषि, इन्हे सप्तर्षि भी कहा जाता है। जिनका नाम निम्नलिखित है। 1. वशिष्ठ 2. विश्वामित्र 3. कण्व 4. अत्रि 5. वामदेव 6. भारद्वाज 7. शौनक है।
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इन महान ऋषियों के नाम हिंदू धर्म ग्रंथो मे उल्लेखित है। जो निम्नलिखित दोहावली से सिध्द होता है।
वशिष्ठकाश्यपो यात्रिर्जमदग्निस्सगौत।
सप्त ऋषि
विश्वामित्रभारद्वजौ सप्त सप्तर्षयोभवन्।।
अर्थात् – वशिष्ठ, कश्यप, अत्रि, जमदग्नि, गौतम, विश्वामित्र और भारद्वाज।
इनके अलावा पुराणों मे सप्तऋषियों की नामावली कुछ इस प्रकार है। 1. केतु 2. अत्रि 3. अंगीरा 4. पुलह 5. पुलस्त्य 6. वशिष्ठ 7. मारीचि, इन्हे ही सौरमण्डल का सप्तऋषि कहा जाता है।
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सप्तर्षि तारामंडल – Sapt Rishi Stars in Hindi
आधुनिक विज्ञान ने ऐसे कई तारा मण्डलों की खोज की है जो विभिन्न सितारों का एक मण्डल (स्वरुप) बनाते हैं, लेकिन आधुनिक विज्ञान से हज़ारों वर्ष पूर्व रचित वेदों में कुछ खास तारा मण्डलों का उल्लेख किया गया है। इनमें से सबसे प्रसिध्द तारामंडल सप्तर्षि तारामण्डल।अर्थात सात ऋषियों के सूत्र में बंधा मण्डल है। या सात ऋषियों के नाम से प्रसिध्द तारामण्डल`।
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सप्त ऋषि तारामण्डलो के नाम – SaptaRishi Star Name
- केतु
- अत्रि
- अंगीरा
- पुलह
- पुलस्त्य
- वशिष्ठ
- मारीचि