ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष को सबसे बड़ा और कष्टदायक दोष माना गया है। प्राचीन ज्योतिष ग्रंथों में पितृदोष सबसे बड़ा दोष माना गया है। इससे पीड़ित व्यक्ति का जीवन अत्यंत कष्टमय हो जाता है।
अगर किसी भी व्यक्ति के घर में या उसके जीवन में तमाम तरह की समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है तो माना जाता है कि उसके कुंडली में पितृदोष है। इसलिए बहुत जरूरी है कि कुछ उपाय को अपना कर उससे मुक्ति पाया जाय। नमस्कार पाठको! आज हम सबसे पहले जानेंगे कि आख़िर पितृदोष होता क्या है। तत्पश्चात हम पितृ दोष निवारण के सरल उपाय जानेंगे
पितृदोष क्या है? एवं निवारण
मान्यता है कि किसी व्यक्ति की अकाल मृत्यु हो जाएं या उनका अन्तिम संस्कार विधि विधान से न किया जाए तो परिवार के लोगों को कई पीढ़ियों तक पितृदोष झेलना पड़ता है।
पितृ दोष क्यों होता है?- मान्यता है कि अगर आपके कुंडली मे ग्रहों की स्थिति ठीक नही तो भी पितृ दोष के लक्षण दिखाई दे सकते है जिसके कारण आप बीमार, वित्तीय हानि, परिवारिक समस्या, रिश्तो मे समस्या आदि समस्यायो से घीर सकता है. कहा जाता है कि पितृ दोष ऐसा दोष है जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक चला जाता है और जिस भी व्यक्ति के कुंडली मे यह पाया जाता है उसे अनेको समस्यायों का सामना करना पडता है।
यदि किसी व्यक्ति के कुंडली में पितृदोष होता है तो उसको कई तरह के मानसिक तनाव झेलने पड़ते है पितृदोष होने पर व्यक्ति का जीवन अत्यंत परेशानियों से घिर जाता है यह बहुत ही कष्टदायी होता है। इसलिए जरूरी है कि पितृदोष के लक्षणों को पहचाना जाए, और इसके निवारण हेतु कुछ सरप उपाय किया जाये। आइए जानते हैं विद्वानों के मतानुसार पितृदोष, उसके कारण, लक्षण और मुक्ति के उपाय।
पितृ दोष निवारण के सरल उपाय
- पितृदोष निवारण के लिए महामृत्युंजय मंत्र से शिव जी का अभिषेक करें।
- श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करें इससे पितरों को शान्ति मिलती है।
- प्रतिदिन पितृ कवच का पाठ करें ऐसा करने से पितृदोष की शान्ति होती है।
- प्रतिदिन इष्ट देव व कुल देवता की पूजा करें ऐसा करने से भी पितृ देव शान्त होते हैं।
- शाम के समय पीपल के वृक्ष के नीचे दीप जलाएं और नाग स्तोत्र महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
- नियमित रूप से रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें। जिससे हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
- घर के दक्षिण वाली दिवाल पर अपने स्वर्गीय परिजनों का फोटो लगाकर फूल माला से पूजा करें ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
घर मे पितृ दोष के उपाय
अगर आपके घर मे या आपके जीवन मे पितृ दोष है तो जरुर आपके साथ असमान्य घटनाये घटित होती होंगी। साथ ही परिवार मे कलेश, या बीमारी, रिश्तो मे दूरीया, हर वक्त तनाव, उन्नति मे रुकावट, आर्थिक समस्या आदि होती रहती है।
घर मे पितृ दोष के निवारण हेतु, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करे, प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें, पूर्वजो के फोटो के साथ पूजा करे, पीपल को जल चढाए, घर मे तुलसी का पौधा लगाये, आदि उपाय आप अपना सकते है।
आपको बता दू पितृ दोष होने के कई कारण बताये जाते है जैसे की ग्रहो की स्थित ठीक ना होना, पूर्व जन्म के कर्म या पूर्वजो का नाराज होना आदि। ऐसे मे आप ग्रहो की स्थिति ठीक करने के उपाय एवं पूर्वजो को खुश करने की विधि अपना कर भी पितृ दोष से मुक्ति पा सकते है। अगर आप इस विषय को विस्तार से जानना चाहते है तो मेरा सुझाव है की आप किसी विशेषज्ञ पण्डित या ज्योतिषी से मिले।
पितृ दोष निवारण मंत्र
पितृ दोष सबसे अधिक कष्टदायी दोषो मे से एक है। लेकिन आप कुछ विधियों को अपना कर इस दोष से मुक्ति पा सकते है। नीचे दिये गये “पितृ दोष निवारण मंत्र” का उच्चारण आप प्रतिदिन कर सकते है। अच्छा होगा कि आप इसके लिये एक निश्चित समय तय कर ले।
नीचे दिये गये पितृ दोष निवारण मंत्र का उच्चारण आप क्रमश: 3, 5, 7, 11….108 बार प्रतिदिन कर सकते है, आप चाहे तो किसी एक मंत्र का भी चुनाव कर सकते है।
ॐ श्री सर्व पितृ देवताभ्यो नमो नमः |
ॐ प्रथम पितृ नारायणाय नमः |
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः |
निष्कर्ष: प्रिय पाठको! इस लेख मे हमने पितृ दोष क्या है?, पितृ दोष के लक्षण, पितृ दोष निवारण के सरल उपाय एवं पितृ दोष निवारण मंत्र को जाना, हमे मालूम है कि पितृ दोष सबसे अधिक हानिकारक दोषो मे से एक है। कहा जाता है कि जिस व्यक्ति या परिवार मे पितृ दोष होता है वह हमेशा समस्यायो से घीरा रहता है. उसके जीवन मे असमान्य घटनाये घटित होती रहती है। अत: इसके निवारण हेतु हमे जल्द से जल्द कीसी विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लेनी चाहिए, ताकि पितृ दोष से मुक्ति पाया जा सके।