NRLM: भारत सरकार समयानुसार महिलाओ और वंचित वर्ग के लोगो के लिये विभिन्न योजनाये लाती रहती है। इन्ही योजना मे से एक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना। इस मिशन का उद्देश्य ग्रामीण के गरीब परिवारों को, देश की मुख्य धारा से जोड़ना है।

इस लेख में आपको राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 2023
मिशन का नाम | राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन 2023 |
आर्टिकल का प्रकार | सरकारी योजना |
मिशन का लक्ष्य | राज्य की सभी महिलाओं को स्व – रोजगात हेतु प्रेरित व प्रोत्साहित करके उनका आत्मनिर्भर विकास करना। |
मिशन का लाभ | जल्द ही यू.पी सरकार द्धारा महिला स्वंय सहायता समूहो को 1500 करोड़ रुपयो की राशि ट्रांसफर की जायेगी। |
लाभार्थी | मिशन का लाभ केवल उत्तर प्रदेश के समूह की महिलाओ को इस मिशन का लाभ मिलेगा। |
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य: NRLM

NRLM: राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उददेश्य ग्रामीण के गरीब परिवारो को, देश की मुख्य धारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यों के जरिये उनकी गरीबी दूर करना है।
ग्रामीण गरीब परिवारों को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने का संस्थागत मंच प्रदान कर उनकी आजीविका में निरंतर वद्धि करना। ग़रीब परिवार तक सरल तरीके से पहुंच बनाना और उनकी पारिवारिक आय को बढ़ाना।
स्वयं सहायता समूह का गठन
गांव की 10 या-20 गरीब महिलाओं को इकठ्ठा करके स्वयं सहायता समूह के बारे में समझाया जाता है फिर समूह का निर्माण किया जाता है।जिनका आपसी मेलजोल अच्छा रहता है। उन्हीं को समूह में रखा जाता है। समूह में जो महिलाएं थोड़ा पढ़ी लिखी है और समूह को डील कर सकतीं, उन्हें पदाधिकारी चुना जाता है।
समूह की महिलाएं ही समूह की पदाधिकारियों का अध्यक्ष, सचिव एवं कोषाध्यक्ष / का चयन करती हैं। दो से तीन माह के उपरान्त समूह का बचत खाता नजदीकी बैंक शाखा में खोला जाता है।खाता का संचालन समूह की पदाधिकारी अध्यक्ष, सचिव, एवं कोषाध्यक्ष ही करतीं हैं।
स्टार्ट अप फण्ड को जाने
- समुह गठन के उपरान्त समूहों कां बुक्स ऑफ रिकार्ड, दरी, बक्सा आदि क्रय हेतु 1500/-
- ग्राम संगठन की कार्यालय स्थापना हेतु ,,75000/-
- सी0एल0एफ0 कार्यालय हेतु-
- 350000/- का प्रावधान है।
रिवाल्विंग फण्ड क्या होता है।
रिवाल्विंग फण्ड- उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की तरफ से ग्रेडिंग में उत्तीर्ण, प्रत्येक समूह को गठन के तीन माह बाद 15000. रूपये की धनराशि सीधे समूह के खाते में दी जाती है। रिवाल्विंग फंड समूह की महिलाओं को अपनी बचत में और ज़्यादा धन राशि बढाने के लिए दिन प्रतिदिन की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु प्रदान की जाती है।
माइक्रो क्रेडिट प्लान एवं कम्यूनिटी इन्वेस्ट फण्ड
(सी0आई0एफ0)- इन्टेन्सिव विकास खण्ड में समूह की माइक्रो क्रेडिट प्लान के उपरान्त उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की तरफ से अधिकतम रू0 1,10,000.00 (एक लाख दस हजार) सई0आई0एफ0 की धनराशि प्रदान की जाती है। समूह के सदस्यों को सूक्ष्म नियोजन के आधार पर मांग की गई राशि को व्यक्तिगत उपभोग एवं आजीविका संवर्धन हेतु सई0आई0एफ0 की राशि प्रदान की जाती है।
ग्राम संगठन किसे कहते हैं।
06 से 15 समूहों को मिलाकर एक साथ जोड़ दिया जाता है, जिसमें जोड़ा जाता है उसे ग्राम संगठन कहते हैं ग्राम संगठन से जुड़े हुए सभी समूहों के सभी पदाधिकारी ग्राम संगठन के प्रतिनिधि के सदस्य होते हैं, जिनमें से अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष सहित पांच पदाधिकारियों का चयन किया जाता है। ग्राम संगठन समूहों पर नियन्त्रण करने वाली एवं उनका सहयोग करने वाली संस्था हैं।
समूह सखी का क्या काम है?

समूह सखी का काम है समूह की देखरेख करना, एक समूह सखी पन्द्रह से बीस समूह तक देख लेती है। समूह सखी को आजीविका सखी भी कहते हैं। समूह सखी के कार्य निम्न है|
- सभी समूहों में पंच सूत्रों का पालन करवाना 2-RF का फार्म भरवाना
- CIF का फार्म भरवाए
- CCL का फार्म भरवाए
- सरकारी एवं गैर सरकारी योजनाओं की जानकारी देना।े
- ब्लाक मिशन द्वारा बताए गए कार्यों को करना।
- समूहों का खाता खुलवाना।
- नये समूहों का गठन करना ।
पंच सूत्र किसे कहते हैं।
पंच सूत्र का अर्थ है समूह के पांच नियम। जो समूह इन पांच नियम का पालन करेगा वे कभी टूटेगा नहीं। आइए जानते जानते हैं समूह के पांच सूत्र,
1-नियमित सप्ताहिक बैठक
2-नियमित सप्ताहिक बचत
3-नियमित आन्तरिक लेन देन
4-नियमित ऋण वापसी
5-नियमित सप्ताहिक लेखा जोखा और रजिस्टरों का रख रखाव ।
आशा करते हैं आपको समूह की थोड़ी जानकारी इस ब्लाक पर मिली समूह की बिस्तार से जानकारी पढ़ने के लिए अनन्त जीवन के दूसरे पेज पर जाइए।