ब्रह्मचारी मनुष्य  का मन उसके नियंत्रण में रहता           है |

   ब्रम्हचर्य के पालन  करने से देह निरोगी         रहता है |

ब्रम्हचर्य का पालन        करने से    रोग प्रतिरोधक    शक्ति बढती है

  ब्रम्हचर्य के पालन से शारीरिक क्षमता ,     मानसिक बल ,    बौद्धिक क्षमता           और      दृढ़ता बढ़ती है

ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला व्यक्ति मन, बुद्धि और वाणी की शक्ति को अपने तरीके से उपयोग करने मे सक्षम होता है

ब्रम्हचर्य का पालन करने  से आंतरिक इच्छाए  संसारिक चीजों की तरफ      नहीं जाती है |

ब्रम्हचर्य का पालन करते  है ,उन्हें असीम आनंद  की अनुभूति होती है।