Vishwakarma Puja 2022: भारत मे 33 कोटि के देवी-देवताओ की पूजा की जाती है। जिन्हे शास्त्रों के अनुसार अलग-अलग क्षेत्रों मे बाटा गया है। जैसे- शिक्षा की देवी मांं सरोस्वती और बल, बुध्दि व शक्ति के देवता बजरंगबली, वैसे ही वास्तुकला, इंजीनियरिंग और कला के देवता बाबा विश्वकर्मा को माना गया है।
इस वर्ष बाबा विश्वकर्मा की पूजा (Vishwakarma Puja) 17 सितम्बर को है। मान्यता है की जो भी पूरे विधि – विधान से बाबा विश्वकर्मा की पूजा करता है उसके कारोबार मे वृध्दि होती है व सुखी व समृध्द जीवन व्यतीत करता है। इस लेख मे हम विश्वकर्मा पूजा की विधि, सामग्री, महत्व व कथा जानेंगे।
विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja)
2022 विश्वकर्मा पूजा कब है ? – वस्तुकला, इंजिनियरिंग व कला के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती 17 सितम्बर 2022 को मनायी जायेगी। आपको बता दू यह त्योहार लगभग हर वर्ष 17 सितम्बर को ही मनाया जाता है। मुख्य रुप से यह त्योहार उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड आदि उत्तरी पूर्व राज्यों मे अधिक मनाया जाता है।
ॐ आधार शक्तपे नम:, ॐ कूमयि नम:, ॐ अनन्तम नम:, पृथिव्यै नम:
विश्वकर्मा पूजा जाप (मंत्र)
पूजा सामग्री– विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja) की मुख्य सामग्री अक्षत, हल्दी, फूल, चंदन, धूप, सुपारी, रक्षा सूत्र, अगरबत्ती, दही, मिठाई, फल आदि है। तथा इन सामग्रियों के साथ-साथ घर व फैक्ट्री के सभी हथियार (लोहे की वस्तुये) भी चढ़ायी जाती है। नीचे पूजा विधि दिया गया है। पढे – सोलह सोमवार व्रत कथा
विश्वकर्मा भगवान की पूजा कैसे करें
विश्वकर्मा भगवान की पूजा हर वर्ष 17 सितम्बर को मनाया जाता है। इस दिन सभी फैक्ट्री, ऑफिस, दुकानों आदि को साफ करके तथा सभी यंत्रों, औजारों व भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा की पूजा करते हैं। खासकर यह त्योहार बडे संस्थानों व लोहे युक्त दुकानों मे अधिक मनाया जाता है।
पूजा कैसे करें
1. सर्वप्रथम अपने संस्था या दुकान की साफ सफाई करे और पवित्र करने के लिये गंगा जल का छिडकाव करें, आप गाय के गोबर से उस स्थान को लीप (गोबर के घोल को मिट्टी पर चढाना) सकते है। तथा स्नान करले।
2. अब आपको पूजा चौकी बनानी है जहाँ आपको बाबा विश्वकर्मा (Vishwakarma Puja) की प्रतिमा के समक्ष बैठकर पूजा करनी है, और पूजा सामग्री, व फल-फूल आदि चढाना है। आप हवन भी कर सकते है। पूजा करते वक्त ॐ आधार शक्तपे नम:, ॐ कूमयि नम:, ॐ अनन्तम नम:, पृथिव्यै नम: मंत्र का जाप कर सकते है। पढे – गायंत्री मंत्र और जाप के फायदे
3. जब आप बाबा विश्वकर्मा के समक्ष बैठकर पूजा समाप्त करले तो, फैक्ट्री या दुकान मे उपलब्ध सभी लोहे की वस्तुयों पर फूल- माला, चावल, प्रसाद, हल्दी आदि चढायें, और उन्हे प्रमाण करें ।
4. अब आपकी पूजा की समाप्त हुई, अब आप सभी भक्तगणों को प्रशाद वितरण कर सकते है। ध्यान रहे, जब माला-फूल, अवन, आदि सूख जाये तो, उसे गंगा, या किसी अन्य जल स्त्रोत मे ही बहाये, फेके नही।
FAQ : विश्वकर्मा पूजा (Vishwakarma Puja) 2022
प्रश्न – 2022 मे विश्वकर्मा पूजा कब है ?
17 सितम्बर
प्रश्न – विश्वकर्मा जयंती 2022 (Vishwakarma jayanti 2022)
17 सितम्बर 2022
प्रश्न – विश्वकर्मा जयंती के किसकी पूजा की जाती है?
इस दिन वास्तुकला, इंजिनियरिंग व कला के देवता बाबा विश्वकर्मा की पूजा की जाती है।