बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सम्पूर्ण जानकारी – Beti Bachao Beti Padhao full Inforamation (BBBP)
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को की गई थी, इस योजना का उद्देश्य बेटीयो की जनसंख्या मे वृध्दि करना व बेटियो को शिक्षित करना था, 2001 के जनगणना अनुसार प्रति 1000 लडको के दर से 927 लडकियाँ थी, जो की औसतन से बहुत कम थी, इसी कमी को पूरा करने के लिये सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की शुरुआत की।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य स्त्रीयो को शिक्षा देना व स्त्रीयो के संख्या को बढाना है। इस योजना के माध्यम से सरकार बेटियो का समाज मे अलग पहचान बनाना चाहती है, उनके अस्तित्व का निर्माण करना चाहती है।
- स्त्रीयो की सुरक्षा करना।
- बालिकाओ को शिक्षित करना।
- बालिकाओ को सामाजिक स्वतंत्रता प्रदान करना।
- स्त्रीयो के अस्तित्व को बचाना।
- लिंग अनुपात को सुधारना।
- बेटियो को शोषण होने से बचाना।
- बेटियो का समाज मे अस्तित्व बनाना।
- बेटियो को बेटो के बराबर दर्जा दिलाना।
- बेटियो को सुरक्षा प्रदान करना।
- बेटियो की अलग पहचान बनाना।
- बेटियो को समाज मे सम्मान दिलाना, कल्याणकारी सेवाये प्रदान कराना।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के बारे मे– इस योजना की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 22 जनवरी 2015 मे किया गया था, इस योजना का लक्ष्य बालिकाओ के भविष्य को सुगम बनाना था, उन्हे सामाजिक स्वतंत्रता प्रदान करना, व लिंगानुपात मे वृध्दि करना था। इस योजना के अंतरगर्त बेटी के नाम से, सरकारी बैंक मे खाता खुलवाना है, बेटी की आयु सीमा 14 वर्ष से कम होनी चाहिये। इस योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के पास जरुरी दस्तावेज होना अनिवार्य है जैसे- माता- पिता का पहचान पत्र (आधारकार्ड, पेनकार्ड, वोटरकार्ड, आय,जाति,निवास), बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, फोटो अधिक जाने
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
-Beti Bachao Beti Padhao Essay in hindi-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरूआत 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा में कीया गया था। इस योजना के माध्यम से महिलाओं के सशक्तीकरण से जुड़े मुद्दों का समाधान किया जाता है। मुख्य रुप से इस योजना का उद्देश्य स्त्रीयो को शिक्षा देना व लिंगानुपात को सुधारना है।
“लडको व लडकियो के अनुपात को लिंगानुपात या सेक्स रेसीयो (Sex Ratio) कहते है, 2001 के जनगणना के अनुसार पर 1000 बालको पर 927 बालिकाये थी, जहाँ बालिकाओ के लिंगानुपात मे कमी साफ दिख रही है। इसी कमी को पूरा करने के लिये सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की”
बेटियो के जनसंख्या मे कमी क्यू : बेटियो के जनसंख्या मे कमी का मुख्य कारण, लिंग भेदभाव है, पहले के लोग ज्यादातर बेटियो को अशुभ मानते थे, इसके कारण बेटियो के जन्म होने से पहले ही उन्हे गर्भ मे ही मार देते थे या उनके जन्म के बाद उन्हे असहाय छोड देते थे, जिनसे उनकी मृत्यु हो जाती थी, इसका मुख्य कारण परिवार का दबाव था। ज्यादातर परिवार अपने वंसज को चलाने हेतु बच्चो को प्राथमिकता देते है,
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के फायदे
- बेटियो के जनसंख्या मे वृध्दि।
- बेटियो के शिक्षा स्तर मे वृध्दि।
- समाज व परिवार मे स्त्रियो के प्रति प्रेम जाग्रित।
- नारी शक्ति मे वृध्दि।
- समाज मे बेटियो की अलग पहचान।
- लिंगानुपात मे सुधार
बेटियो के कमी का कारण
- नव विवाहित दम्पत्ति पर परिवारिक प्रभाव।
- समाज मे बढ रहे महिलाओ के असुरक्षा के कारण।
- बालक व बालिका मे भेदभाव के कारण।
- किसी मनगढंत प्रथा के कारण।
- बालिकाओ को शिक्षा जैसे अन्य सामाजिक कारक।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर 5 वाक्य – 5 line on Beti Bachao Beti Padhao
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को किया गया था।
- इस योजना का उद्देश्य बेटियो के लिंगानुपात को सुधारना व उन्हे शिक्षित करना था।
- इस योजना का उद्देश्य बेटियो के जनसंख्या मे वृध्दि करना व सम्मान दिलाना था।
- इस योजना का उद्देश्य बेटियो को सामाजिक स्वतंत्रता दिलाना था।
- सर्वप्रथम ये योजना पानीपत, हरियाणा मे शुरु की गई थी।
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया गया था।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर नारा
Beti Bachao Beti Padhao Slogan
नारी का होगा तभी सम्मान
Slogan
जब लडका-लडकी हो एक समान
लडकी हो या लडके
Slogan
सब है एक जैसे
बेटा बेटी एक समान
तभी होगा, जन कल्याण
बालक हो या बालिका
Slogan
सब को दो सम्पूर्ण शिक्षा
हम सब का ये नारा है
बेटियो को पढाना है।
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