यहाँ गुलजार साहब की दिल छू जाने वाली शायरियो (Heart Touching Gulzar Shayari) का संग्रह किया गया है। कमेंट मे अपने पसंदीदा शायरी को जरुर सांझा करे।
इतने बुरे नहीं थे हम
जितने इलज़ाम लगाये लोगो ने,
कुछ किस्मत ख़राब थी
कुछ आग लगाई लोगो ने
बीच आसमां में था बात करते- करते ही,
Heart Touching Gulzar Shayari
चांद इस तरह बुझा जैसे फूंक से दिया,
देखो तुम इतनी लम्बी सांस मत लिया करो
तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ ।
तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ
मोहब्बत तो साहब दोनों तरफ थीं,
बस किस्मत की लकीरों ने बाज़ी ही पलट दी
अपने साए से भी चौंक जाते हैं …
Heart Touching Gulzar Shayari
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा…
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
Heart Touching Gulzar Shayari
किसी की आंख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
गुलजार साहब के दिल छू जाने वाली शायरी – Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
दिन कुछ ऐसे गुजारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।
तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं
मुझे ??छोड़ने कि, वजह तो बता देते,
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हज़ार थे
मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी।
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं
यूँ उम्र कटी दो अंदाज में
एक आस में, एक कास में
वो मोहब्बत भी तुम्हारी थी
वो नफ़रत भी तुम्हारी थी
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ किससे मांगते
वो शहर भी तुम्हारा था
वो अदालत भी तुम्हारी थी
सीने में धड़कता जो हिस्सा हैं,
Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
उसी का तो ये सारा किस्सा हैं
गुलाम थे तो, हम सब हिंदुस्तानी थे
आज़ादी ने हमें, हिन्दू मुसलमान बना दिया
सच्ची मेरी दोस्ती आजमा के देख लो
करके याकिन मुह पर मेरे पास आ कर देख लो.
चूल्हे नहीं जलाए कि बस्ती ही जल गई,
कुछ रोज़ हो गए हैं…अब उठता नहीं धुआँ
अजीब सी दुनिया है यह साहब,
Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
यहां लोग मिलते कम एक दूसरे में झांकते ज्यादा है
अब मुझे न दिलाओ, मोहब्बत?? का यकीन,
जो मुझे भूल नहीं सकते, वो भी भूल गए
हवा गुज़र गयी पत्ते थे कुछ हिले भी नहीं,
वो मेरे शहर में आये भी और मिले भी नहीं
ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ,
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं
दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता,
दर्द भरी कविता
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं और कितना वक़्त लगेगा
घर में अपनों से उतना ही रूठो
Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत, दोनों बरक़रार रह सके
Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा,
इसका शायद कोई हल नहीं हैं
बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलों पर चला होगा
इतना क्यों सिखाई जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां
इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है
जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है
कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती,
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे
वो एक दिन एक अजनबी को
मेरी कहानी सुना रहा था
नहीं करता मैं तेरी ज़िक्र किसी तीसरे से
तेरे बारे में बात सिर्फ़ ख़ुदा से होती है
तुझे बेहतर बनाने की कोशिश में
Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
तुझे ही वक़्त नहीं दे पा रहे हम,
माफ़ करना ऐ ज़िन्दगी
तुझे ही जी नहीं पा रहे हम
ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा
सहम सी गयी है ख्वाइशे, ज़रूरतों ने शायद उन से
Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi
ऊँची आवाज़ में बात की होगी
शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है
मोहब्बत अपनी जगह नफरत अपनी जगह
मुझे दोनों है तुमसे
मिलता तो बहुत कुछ है ज़िन्दगी में
बस हम गिनती उन्ही की करते है जो हासिल न हो सका
तन्हाई की दीवारों पर घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
Love
बेबसी की छत के नीचे, कोई किसी को भूल रहा हैं
दिल तो रोज कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए,
फिर दिमाग कहता है क्या धोखा दोबारा चाहिए।