Swachh Bharat Abhiyan Nibandh
“स्वच्छ शरीर मे ही स्वस्थ्य मस्तिष्क का विकास होता हैं” ये विचार सतप्रतिशत सत्य हैं, मानव जीवन का पहला कदम यही होना चाहिये की, वो एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करेंने के लिये, हर सम्भव प्रयास करें, और इसकी शुरुआत स्वच्छता से शुरु होती हैं। जब तक हम अपने घरोंं, समाजिक स्थानो, को स्वच्छ रखने मे अपनी भूमिका नही निभायेंगे, तब तक अच्छे स्वास्थ की कल्पना करना व्यर्थ हैं।
नमस्कार पाठकोंं इस लेख मे हम स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध (swachh bharat abhiyan nibandh Nibandh) पढेंगे, साथ ही स्वच्छ भारत से जुडे मुख्य बिंदुयों पर चर्चा करेंगे।
अभियान का नाम | स्वच्छ भारत अभियान |
शुरु तिथि | 2 अक्टूबर 2014 |
अभियान का नारा | एक कदम स्वच्छता की ओर |
किसने शुरु किया | श्री नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री) |
अधिकारिक साइट | swachhbharat.mygov.in |
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 150 शब्द- Swachh Bharat Abhiyan Nibandh 150 Words
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री मननीय नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 मे किया था। यह मिशन भारत के सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय मिशनों में से एक है। स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य भारत के सभी शहरों व कस्बों को स्वच्छ बनाना है। ताकि लोग स्वस्थ्यपूर्ण जीवन व्यतीत कर सके।
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत महात्मा गांधी जी के 145वी जयंती, 2 अक्टूबर 2014 को राजघाट (नई दिल्ली) मे शुरू किया गया था। इस अभियान ने विश्व स्तर पर लोगों को स्वच्छता का परिचय दिया और इसे अपनाया। इस मिशन की शुरुआत करने का मुख्य कारण गांंव ,कस्बो और शहरों को स्वच्छ बनाना है। इस मिशन को बढावा देने के लिये सरकार ने विभिन्न प्रकार के योजनाओ की शुरुआत की है। जैसे-
- सभी घरो के लिये मुफ्त शौचालय देना
- समय-समय पर पेड-पौधो का वितरण
- कीटनाशक दवायों का छिडकाव।
- हर वर्ष 2 अक्टूबर को स्वच्छता अभियान चलाना।
Swachh Bharat Abhiyan Nibandh – स्वच्छता अभियान की प्रतिज्ञा ले
स्वच्छ भारत अभियान पर निबंध 500 शब्द – Swachh Bharat Abhiyan Nibandh 500 Words
भूमिका:- स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Abhiyan) की शुरूवात 2 अक्टूबर 2014 को गांधी जयंती के दिन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया था। स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया सबसे महत्वपूर्ण अभियान व कारगर अभियान है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य का अत्यंत घनिष्ठ संबंध है। अर्थात जिस घर, समाज या देश मे स्वच्छता होती है वहाँ के लोग स्वस्थ्य रहते है। भारत सरकार ने अपने देश को स्वच्छ व स्वस्थ रखने के लिये स्वच्छता अभियान की शुरुआत की है।
स्वच्छता अभियान की शुरुआत
स्वच्छता अभियान की शुरुआत 2 अक्टूबर, 2014 को भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिल्ली के राजपथ से किया था। इस स्वच्छता अभियान मे विभिन्न राज्यों के मुख्यमंतत्री, विधायक, सरकारी अधिकारीयो तथा विद्यार्थियों व अध्यापक समेत लाखों लोगों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली के राजपथ पर आयोजित समारोह में लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। और कहा कि प्रत्येक भारतीय को वर्ष में एक सौ घंटे सफ़ाई को अवश्य देना चाहिए।
स्वच्छता अभियान की आवश्यकता (जरुरत) क्यू
स्वच्छता अभियान की आवश्यकता बढ़ती जनसंख्या, व्यस्त दिनचर्या और स्वच्छता के प्रति विचारों में आई उदासीनता के कारण पर्यावरण को प्रदूषित कर दिया है। घर, समाज, देश की साफ़-सफ़ाई का कार्य लोगों को निम्न स्तर (छोटा काम) का काम नज़र आने लगा। जबकी ऐसा नही है। इन्ही कारणो से हमारा देश स्वच्छता की श्रेणी मे सबसे नीचे है।
क्योकी सभी ने यही सोचा की यह हमारी ज़िम्मेदारी नहीं और हर छोटी-बड़ी वस्तुओं का उपयोग करके उनको ऐसे ही फेक देना, तथा प्लास्टिक की थैलियों का अधिक उपयोग किया जाना एवं उनके प्रयोग के बाद खाली डिब्बों तथा उनके पैकेटों को इधर-उधर फेंकना। आदि अस्वच्छता को बढावा देता है। इन्ही कारणो को दूर करने के लिये तथा अपने घर, समाज व देश को स्वच्छ रखने के लिये स्वच्छता अभियान की आवश्यकता है।
स्वच्छता अभियान के विषय मे लोगो को जागरुक करना
स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छता को बढ़ावा देने तथा इसके प्रति लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए समय-समय पर संदेश प्रसारित किए जाते हैं तथा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 02 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी जी के जयंती के शुभअवसर पर देशवासियों को शपथ दिलाते हुए कहा, “मैं स्वच्छता के प्रति कटिबद्ध रहूँगा और इसके लिए समय दूंगा। मैं न तो गंदगी फैलाऊँगा और न दूसरों को फैलाने दूंगा।” हमारे राष्ट्रपिता ने साफ़-सुथरे और विकसित भारत का जो सपना देखा था, उसी को साकार करने के लिए इस अभियान का शुभारंभ किया गया। हम सब मिलकर इस अभियान मे भाग लेंगे, और अपने शहर, कस्बे व देश को स्वच्छ बनायेंगे।
अस्वच्छता के दुष्प्रभाव
अस्वच्छता के अनेको दुष्प्रभाव है। बिना स्वच्छता के सार्थक जीवन व्यतीत नही किया जा सकता है। क्योकी स्वच्छ शरीर मे ही स्वस्थ मष्तिस्क का विकाश होता है। जब हम अपने घर समाज व देश को स्वच्छ नही रखेंगे तो, हमे अनेको प्रकार की बीमारियों को झेलना पड सकता है। जैसे – डेंगू, मलेरिया, ज्वार, आदि
उपसंहार
देश को ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की सख्त आवश्यकता है और रहेगी। इसलिये हमारे देश की अनेक हस्तियों ने स्वच्छता अभियान मे भाग लिये और इसका प्रचार प्रसार किया, जैसे- सचिन तेंदुलकर, कमल हसन, अनिल अंबानी, मृदुला सिन्हा, अक्षय कुमार, आदि।
इसी संदर्भ मे हमारे राष्ट्रपिता का कहना था कि जहाँ साफ सफ़ाई होती है, वहाँ ईश्वर का वास होता है। इस बात को ध्यान में रखकर हम प्रत्येक भारतीय को इस अभियान से जुड़ जाना चाहिए ताकि हमारा भारत ‘स्वच्छ भारत ही नहीं स्वस्थ भारत’ भी बन सके।