नमस्कार पाठको! आज के इस मे हम रावण के पिता का नाम (ravan ke pita ka naam) एवं रावण के पत्नि व पुत्रो का नाम जानेंगे, लेकिन उससे पहले हम रावण की कुछ विशेषताये जान लेते है।
हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार रावण लंका का राजा था उसके दस सिर और बीस भुजाएँ थी तथा वह इच्छानुसार रुप बदलने मे भी सक्षम था। मान्यता है कि रावण एक प्रकांड पंडित था जो भगवान शिव को अपना गुरु मानता था।
रामायण मे ऐसे कई पात्र विद्यमान है जो अक्सन प्रतियोगी परीक्षाओ एवं लोगो के द्वारा पूछे जाते है जैसे की प्रभू राम के पिता का क्या नाम था या रावण के पिता का क्या नाम था आदि, आज हम इस लेख संग्रह मे रावण के पिता का नाम (ravan ke pita ka naam) व कुछ महत्वपूर्ण विशेषताये जानेंगे।
रावण के पिता का नाम (Ravan ke pita ka naam)
Ravan ke pita ka naam: रामायण के अनुसार रावण के पिता का नाम विश्रवा था हिन्दू पौराणिक कथाओं और महाकाव्य रामायण के अनुसार, रावण एक राक्षस (दानव) किंवदंती पुरुष था। जिसे प्रभु श्रीराम द्वारा मारा गया था। अगर आप रावण के विषय मे और जानना चाहते है तो हिंदू धर्म का धार्मिक ग्रंथ रामायण पढे, रामायण में रावण के विषय मे विस्तार पूर्वक बताया गया है, जिसके अनुसार रावण ने माता सीता को अपहरण कर लिया था और उसके विमुक्ति के लिए प्रभु राम ने उनके विरुद्ध युद्ध किया था।
रावण का भाई: रामायण के अनुसार रावण के कुल 8 भाई-बहन थे। जिसमे से कुंभकरण, अहिरावण, विभीषण, खर और दूषण रावण के सगे भाई और सूर्पनखा और कुम्भिनी रावण की सगी बहनें थीं। साथ ही कुबेर जी को भी रावण का भाई माना जाता है मान्यता है कि कुबेर जी रावण के सौतेले बड़े भाई थे।
रावण के पुत्र: मान्यता है कि रावण के 7 पुत्र थे जिनका नाम निम्न है। इंद्रजीत, अक्षयकुमार , प्रहस्थ, अतिकाय, नरान्तक, देवान्तक और त्रिशिर थे।
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दंतक कहानियों के अनुसार रावण एक राक्षसी प्रवृत्त का राजा था जिसका वर्णन महाकाव्य रामायण में किया गया है। रावण ने भगवान विष्णु के सातवें अवतार अर्थात भगवान राम के खिलाफ कई महायुद्ध लड़े। कहा जाता है कि रावण एक विद्वान राजा था जो धार्मिक और आध्यात्मिक संदेशों का पूर्णतया पालन करता था लेकिन अपने शक्तियों के अभिमान के कारण कई अनुचित कार्य किये और अपनी बुद्धि और शक्तियों का दुरुपयोग किया, जिसके कारण वह अंतकाल में हार गया।
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रावण से सम्बंधित कुछ विशेष तथ्य
- रावण लंका का राजा था जिसे दशानन व लंकेश भी कहा जाता था।
- रावण के दस सिर व 20 भुजाये थी इसलिये उसे दशानन भी कहा जाता है।
- रावण के पिता का नाम विश्रवा था।
- रावण को चारों वेद का ज्ञान था।
- रावण भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था।
- रावण ने माता सीता का हरण किया था।
- रावण को सबसे बड़ा विद्वान भी माना जाता है। वह प्रकांड पंडित था।
- रावण लंका का राजा था एवं उसका सम्पूर्ण महल सोने का था।
- रावण ,माता सीता का हरण कर पुष्पक विमान द्वारा लंका ले गया था।
- रावण की मृत्यु को दशहरा के रूप में मनाया जाता है।
- रावण की माता का नाम कैकसी था जो राक्षस कुल की थीं।
- रावण के 8 भाई बहन थे जिनमे से कुबेर सौतेले भाई थे।
- मान्यता है कि रावण ब्रह्मा जी का परपोता था।
- रावण के द्वारा रावण संहिता की रचना की गई थी।
- रावण एक विद्वान राजा था जिसे चारों वेदों का ज्ञान था।
- रावण का जन्म त्रेतायुग मे हुआ था।
- रावण की तीन पत्नियां थीं 1.मंदोदरी और 2.दम्यमालिनी। तीसरी पत्नी का नाम नही मालूम
- रावण के अनुचित कार्यों के कारण उसे बुराई का प्रतीक माना जाता है।
- रावण के 7 पुत्र थे।
- रावण के सातों पुत्रो का नाम (इंद्रजीत, अक्षयकुमार , प्रहस्थ, अतिकाय, नरान्तक, देवान्तक और त्रिशिर) था।
निष्कर्ष– हमारे हिंदू धर्म ग्रंथो मे ऐसे कई विचार, आध्यात्मिक वाणी, श्लो, मंत्र व पात्र है जिनका ज्ञान अभी तक सभी मनुष्यो को नही हो पाया है जैसा की हमने इस लेख मे रावण के पिता का नाम (ravan ke pita ka naam) जो की विश्रवा था जाना, ऐसे ही रामायण, महाभारत, वेद, उपनिषद, अरण्यक जैसे धार्मिक ग्रंथो के पात्रो, श्लोको, मंत्रो व महत्वपूर्ण विषयों से परिचित होने के लिये साइट पर बने रहे।