‘नम म्यहो रेंगे क्यो ‘ (Nam Myoho Renge Kyo) | ‘नम म्यहो रेंगे क्यो का अर्थ । ‘नम म्यहो रेंगे क्यो जाप के फायदे
‘नम म्यहो रेंगे क्यो ‘ एक प्रकार का मंत्र है जिसकी उत्पत्ति बौध्द धर्म से हुई है, गौतम बुध्द जी के अनुसार इस संसार की हर वस्तुयें परिवर्तनशील है। कुछ भी स्थायी नही है, मुसीबतें व कठिनाईया जीवन का एक भाग है, जो जीवन प्रयत्न आती-जाती रहती है। लेकिन इन कठिनाईयों से उबरने का रास्ता आप के भीतर है। यह शक्ति हर मनुष्य के अंदर विद्यमान है, इस शक्ति के माध्यम से जीवन के अनंत गहराइयों तक पहुच कर जीवन को सम्पूर्ण बनाया जा सकता है।
इस मंत्र के उच्चारण से आप स्वंय को ब्रम्हाण के तालमेल मे बैठा सकते है। आप गौतम बुध्द जी के प्रवित्ति को प्राप्त कर सकते है, ‘नम म्योहो रेंगे क्यो ‘ का अर्थ की ‘ मै अपने सम्पूर्ण जीवन को लोटस सूत्र पर समर्पण करता हू। आगे हम लोटस सूत्र के बारे मे विस्तार से चर्चा करेंगे। – गौतम बुध्द जी का जीवन परिचय
आज हम इस लेख मे, बौध्द धर्म से उत्पन्न सबसे शक्तिशाली मंत्र ‘नम म्योहो रेंगे क्यो ‘ का अर्थ जानेंगे। साथ ही इससे होने वाले फायदों पर चर्चा करेंगे।
नम म्योहो रेंगे क्यो (Nam Myoho Renge Kyo)
नम म्योहो रेंगे क्यो का अर्थ – मै खुद को और अपने सम्पूर्ण जीवन को लोट्स सूत्र पर समर्पण करता हू। अर्थात
- नम – नम की उत्पत्ति संस्कृति भाषा से हुई है, जिसका अर्थ समर्पण या समर्पित से है। जो यहां विश्वास का प्रतीक है।
- म्यो – हो– म्यो का अर्थ रहस्यवादी या अद्भुद से है, तथा ‘हो‘ का अर्थ कानून से है।
- रेंगे– रेंगे शब्द का अर्थ कमल के फूल से है। अर्थात जिस प्रकार पुष्प गंदगी मे रहकर भी दूषित नही होता, उसी प्रकार बौध्द मनुष्य भी गंदे समाज मे रहकर दूषित नही होता, और अपने कार्यों से जन कल्याण व समाहित मे कार्य करता है।
- क्यो – क्यों का शाब्दिक अर्थ सूत्र से है, जो यहां जीवन व ब्रम्हाण के मौलिक अधिकार, शाश्वत सत्य को इंगित करता है।
नम म्योहो रेंगे क्यो की उत्पत्ति:
नम म्योहो रेंगे क्यो की उत्पत्ति 13वीं शताब्दी मे हुआ था, जो की एक जापानी भाषा है। इसकी खोज बौध्द धर्म के महान पुजारी निचिरेन जी ने किया था, जिन्होने इस मंत्र का नाम “नम म्योहो रेंगे क्यो (Nam Myoho Renge Kyo)” रखा, निचिरेन के अनुसार सभी मनुष्यों मे बुध्द प्रकृति है, जिससे वो किसी भी स्थिति मे आत्मज्ञान पाने मे सक्षम होते है।
“Nam Myoho Renge Kyo” meaning in Hindi – मै खुद को और अपने सम्पूर्ण जीवन को लोट्स सूत्र पर समर्पण करता हू। जाने- साम-दाम-दण्ड-भेद का अर्थ
नम म्योहो रेंगे क्यो के फायदे- Nam Myoho Renge kyo Benefits
नम म्योहो रेंगे क्यो के फायदे : यह मंत्र पूर्णरुप से विश्वास पर निर्भर है, अर्थात इस मंत्र का उच्चारण करने वाले व्यक्ति को स्वंय मे विश्वास होना आवश्यक है अन्याथा यह व्यर्थ है, दरअसल हमे समझना होगा की ये मंत्र कोई रहस्यमय वाक्य नही है, ना ही किसी अलौकिक शक्ति को सामने लाता है, बल्कि नम म्योहो रेंगे क्यो का सिध्दांत है की जो लोग ईमानदारी से जीवन व्यतीत कर रहे है, लगातार प्रयास कर रहे है, वो अपने जीवन के सभी से मुक्ति पाये, और सम्पूर्ण जीवन का आनद ले।
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