सरसों तेल के अद्भुद फायदे – Mustard Oil in hindi

Mustard Oil in hindi: सरसों का तेल, मात्र तेल ही नही बल्की एक औषधि है, इसका उपयोग आज भी गावो के लोग भलिभांति करते है, सरसो मे कई ऐसे तत्व पाये जाते है, जो सेहत के लिये उपयोगी होते है, आज भी भारत के गावो मे जन्मे बच्चो को सरसो के तेल से तथा सरसो के दाने को पीसकर, (जिसे गाव की भाषा मे उप्टन कहाँ जाता है) मालिश करते है।

Mustard Oil in hindi
Mustard Oil in hindi

सरसो तेल के फायदे (Sarso oil Benefits)

Sarso oil: सरसों का पौधा पूर्ण रुप से औषधि का कार्य करता है, आप को जानकर हैरानी होगी की सरसो के पत्तो की सब्जी व सलाद बनाई जाती है, जिसमे आयरन भरपूर्ण मात्रा मे पाया जाता है, तथा इसके फल (सरसो के दाने) को सरसो मशीन के माध्यम से तेल निकाला जाता है, जिन्हे हम रोजाना प्रयोग करते है। आइये इसके फायदे जानते है।

सरसों तेल के फायदे

  • प्रतिरोधक क्षमता बढाता है।

सरसों का तेल प्रतिरोधक क्षमता बढाने मे कारगर है, सरसो के तेल का पर्याप्त मात्रा मे उपयोग लाभकारी होता है, सरसो के तेल को खाने के साथ-साथ मालिस मे प्रयोग लाया जाता है।

  • त्वचा के लिये फायदेमंद

सरसों का तेल त्वचा के लिये बहुत ही फायदेमंद है, इसमे उपस्थित विटामीन-ई त्वचा को स्वस्थ्य रखने मे मदद करता है, आज भी गावो मे छोटे बच्चो को सरसो के तेल से मालिश किया जाता है, ताकी वो तंदरुस्त व स्वस्थ्य रह सके।

  • बालो के लिये फायदेमंद

सरसो का तेल बालो मे लगाने से बाल घने व मजबूत, होते है, साथ ही अगर आप के बाल झड रहे है तो सरसो के तेल के नियमित प्रयोग से रोका जा सकता है, इसमे उपस्थिति विटमिन-ई बालो के लिये फायदेमंद होता है।

  • मांसपेशियो को मजबूत बनाने मे

सरसों तेल को शरीर मे लगाने से मांसपेशिया मजबूत होती है, साथ ही सरसो के तेल के मालिस से जमा रक्त, जले हुये स्थान, इत्यादि पर लगाने से , लाभ होता है, तेल से नियमित मालिस करने पर शरीर का रक्त बहाव सही रहता है।

  • अस्थमा मे फायदेमंद

जिन्हे अस्थमा जैसी बीमारी से आराम नही मिल रहा वो सरसो का इस्तेमाल अवश्य करे, इसमे पाये जाने वाले मैग्नेशियम, अस्थमा के मरीजो के लिये फायदेमंद होता है। नारियल पानी के फायदे

सरसों तेल के अद्भुद फायदे - Mustard Oil in hindi
सरसों की खेती

सरसों की खेती (Sarso ki kheti)

सरसों की खेती अक्टूबर व नवम्बर महीने मे की जाती है, जिसे रबी फसल कहाँ जाता है, मुख्य रुप से रबी फसल मे गेहू, आलू, सरसो इत्यादि फसले बोई जाती है। सरसो की खेती उत्तर भारत मे अधिक की जाती है, व सरसो के कई प्रकार बोये जाते है, जैसे- काली सरसो, पीली सरसो, हाईब्रिड सरसो, इत्यादि Read- फसल किसे कहते है।

सरसो की पहचान: सरसो सामान्य फसलो के पौधो के अपेक्षा थोडा अधिक बडा होता है। इसकी हाईट 5 फिट से अधिक हो सकती है। ये फसल अक्टूबर व नवम्बर महीने मे बोये जाते है, जब ये थोडे बडे हो जाते है तो इनमे फूल लगना शुरु हो जाता है, जो की पीले रंग का होता है, और कुछ महीनो के भीतर ही फूल फल का आकार ले लेती है, फल को विकसित होने मे थोडा समय लगता है, जब ये पूर्ण रुप से विकसित हो जाते है तो, इन्हे काट लिया जाता है, और थोडे दिन धूप मे रखा जाता है, ताकी सरसो के दाने को पीटकर या अन्य माध्यमो से निकाला जा सके। Mustard Oil in hindi

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