भगवान श्री गणेश के 7 सिध्द मंत्र (अर्थ सहित) | Ganesh Mantra Hindi

Ganesh Mantra: भगवान श्री गणेश हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता हैं. इन्हे सौंदर्य, बुद्धि, और शुभकारी गुणों के प्रतीक के रुप मे पूजा जाता हैं। भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता और आरंभ करने वाले भगवान के रूप में जाना जाता हैं।

भगवान गणेश जी का प्रमुख त्योहार गणेश चतुर्थी के रुप मे मनाया जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। भगवान श्री गणेश हिंदू धर्म के ऐसे देवता है जिनकी पूजा सर्वप्रथम की जाती है। मान्यता है कि ये वरदान माता-पार्वती एवं पिता भगवान शिव द्वारा दिया गय था।

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भगवान गणेश के सिध्द मंत्र – Lord ganesh mantra Hindi

गणेश जी भगवान को सभी मंगल कार्यों में सबसे पहले पूजा जाता है। उन्हें सभी देवताओं में प्रथम पूज्य देवता माना गया है। कहते हैं भगवान गणेश जी अपने भक्तों को बुद्धि, विवेक, धन-संपदा, बरकत व प्रसिद्धि देते हैं। आइए जानते हैं वे मंत्र

भगवान गणेश मंत्र – ganesh mantra

  • ॐ गं गणपतये नमः
  • ॐ लम्बोदराय नमः।
  • श्री गणेश्वराय नमः।
  • ॐ गणपतये नमः।
  • ॐ गजमुखाय नमः।
  • ॐ गणाधिपाय नमः।
  • ॐ गजार्चिताय नमः।
  • ॐ लम्बोदराय नमः।
  • ॐ विघ्ननाशकाय नमः।

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

Ganesh mantra

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गम गणपतये वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥

ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो धन्ति प्रचोदयात्॥

गजाननं भूतगणादि सेवितं।
कपित्थ जम्बूफलसार भक्षितम्।
उमासुतं शोकविनाशकारकं।
नमामि विघ्नेश्वर पादपङ्कजम्॥

ganesh mantra Hindi

गणानां त्वा गणपतिं हवामहे कविं कवीनामुपमश्रवस्तमम्।
ज्येष्ठराजं ब्रह्मणां ब्रह्मणस्पत आ नः शृण्वन्नूतिभिः सीद सादनम्॥

ganesh mantra Hindi

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भगवान गणेश के मंत्र हिंदी एवं अंग्रेजी मे- Lord ganesh mantra Hindi & English

हिंदी मंत्र English Mantra
ॐ गं गणपतये नमः Om Gam Ganapataye Namaha
श्री गणेशाय नमः Shri Ganeshaya Namaha
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
Vakratunda Mahakaya Suryakoti Samaprabha। Nirvighnam Kuru Me Deva Sarvakaryeshu Sarvada
गणपति बप्पा मोरया Ganapati Bappa Morya
ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो धन्ति प्रचोदयात्॥Om Gajananaya Vidmahe, Vakratundaya Dhimahi। Tanno Danti Prachodayat
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गम गणपतये वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहाOm Shreem Hreem Kleem Glaum Gam Ganapataye Varavarada Sarvajanam Me Vashamanya Svaha
ॐ गजमुखाय नमः।Om Gajamukhay namh
ॐ गणाधिपाय नमः।Om Ganadhipay namh
ॐ गजार्चिताय नमः।Om Gajarchitay namh
Lord ganesh mantra Hindi & English

भगवान श्री गणेश के 7 सिध्द मंत्र एवं अर्थ – Lord Ganesha mantra and Arth

# Ganesh Mantra 1: ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा’विवाह में आने वाले बाधाओं को दूर करने के लिए इस मंत्र का जप करें

# Ganesh Mantra 2 : ॐ गं गणपतये नमः – मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस मंत्र का जाप करे. इस पूजा विधि मे अर्ध पद्मासन में बैठे दो हाथ वाले गणपति की पूजा करें। आपकी हर मनोकामना पूरी होगी।

# Ganesh Mantra 3: गं क्षिप्रप्रसादनाय नम: – आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए- विघ्नहर्ता गणपति की पूजा करें और इस मंत्र का जाप करें

# Ganesh Mantra 4: ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा – रोजगार प्राप्ति व आर्थिक वृद्धि के लिए इस महा गणेश स्वरूप की पूजा करे और लक्ष्मी विनायक मंत्र का जप करें।

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# Ganesh Mantra 5: श्री गणेशाय नमः यह मंत्र गणेश जी को नमस्कार करने के लिए प्रयोग में किया जाता है।

# Ganesh Mantra 6: गणपति बप्पा मोरया : यह मंत्र गणेश चतुर्थी और गणेश जी के अन्य उत्सवों में प्रयोग में किया जाता है।

# Ganesh Mantra 7: ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो धन्ति प्रचोदयात – यह मंत्र गणेश जी की स्वरूप-ध्यान और उनकी कृपा के लिए जपित है/

श्री गणेश की पूजा विधि

भगवान गणेश की पूजा विधि निम्नलिखित है

स्नान (शुद्धिकरण): किसी भी पूजा के शुरुआत में स्नान करें और शुद्ध वस्त्र पहनें। यह आपको शुद्धता और पवित्रता का अनुभव कराएगा।

मूर्ति स्थापना: भगवान गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें

अवाहन (प्राण प्रतिष्ठा): मंत्रों के माध्यम से गणेश जी का अवाहन करें, जिसमें आप उन्हें आमंत्रित करते हैं कि वे आपकी पूजा में स्थान लें। इसके बाद, मन्त्रों की मदद से प्राण प्रतिष्ठा करें।

पूजा-अर्चना: श्री गणेश जी का पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करें। पूजा सामग्री मे आप दिव्य गंध, धूप, दीप, पुष्प, फल, रक्षा, अक्षत, हल्दी, नये वस्त्र, गंगा जल, आदि सामग्री ले सकते है। और मन्त्रों का जाप करें और आरती गाये। एवं अंत: भगवान गणेश को भोग लगाकर, लोगो को प्रसाद के रुप मे वितरित करे।

भगवान गणेश जी के प्रमुख त्योहार

गणेश जी के विभिन्न त्योहार होते हैं जो हिन्दू धर्म में मनाए जाते हैं। यहां कुछ प्रमुख त्योहारों का उल्लेख है

  • गणेश चतुर्थी – यह त्योहार गणेश जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं, पूजा-अर्चना करते हैं और भक्ति भाव से उनकी आराधना करते हैं।
  • गणेश नवरात्रि – इस त्योहार को नवरात्रि के पहले दिन मनाया जाता है। यह चैत्र मास के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है और नौ दिन तक चलता है। इसके दौरान गणेश जी की पूजा की जाती है और उनकी कथा-कथानी की जाती है।
  • संकष्टी चतुर्थी- यह त्योहार हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है और भक्तों की मांगों को पूरा करने के लिए उनकी कृपा की प्रार्थना की जाती है।