भारतीय किसान पर निबंध हिंदी मे [kisan par nibandh]
किसान कौन है
किसान शब्द सुनते ही हम एक कमजोर, दुर्लभ इंसान की कल्पना करते है लेकिन ऐसा नहीं होता है इस दुनिया में अगर कोई सबसे मजबूत व साहसी है है तो वह “खेत मे किसान व सीमा पर जवान” है किसान का अर्थ सिर्फ पुरुष से नहीं है किसान एक महिला भी हो सकती है।
Indian Farmer essay in Hindi | essay on Farmer in Hindi
किसान की वजह से ही संसार अपना पेट भर रहा है वह ज्यादा पढ़े लिखे तो नहीं होते हैं लेकिन अपने काम को करने में माहिर होते हैं इस दुनिया में अगर कोई निस्वार्थ भावना से काम करता है तो वह किसान है देश मे सिर्फ दो ही लोग निस्वार्थ भावना से काम करते है वो है किसान व जावान, क्योंकि दोनों लोग भारत की रक्षा करते हैं एक तरफ किसान अन्न उत्पादन करके सभी लोगों का पेट भरते हैं और दूसरी तरफ सीमा पर हमारे जवान अन्य देशों के घुसपैठियों से बचाते हैं । देश को सुरक्षित रखते है ।
त्याग, बलिदान, तपस्या व कड़ी मेहनत का दूसरा नाम किसान है किसान अपने खून पसीने से अनाज ही बस नही बल्की अन्य खाद्य पदार्थ जैसे- सब्जिया, फल, इत्यादि चीजे उगता है किसान को कई प्रकार के संकटों को झेलना पढता हैं तब जाके कही खाने लायक वस्तुयो को उत्पाद कर पाता है
हम सब जानते हैं देश की आधा आबादी गांव मे रहती है और भारत की आत्मा गांव को कहाँ जाता है और गांव की आत्मा किसान है किसानों का जीवन प्रकृत के जीवन के अनुकूल होता है वह अपने दिनचर्या को सही रखते हैं हमें पता है कि शहर की अपेक्षा गांव के लोग कल बीमार होते हैं क्योंकि वे लोग सुबह सही समय पर उठते है सही समय पर भोजन करते है अपनी दिनचर्या को नियमित रूप से पालन करना जानते हैं जिससे वह स्वस्थ रहते हैं
सबसे ज्यादा भारत के लोग गांव में रहते हैं और गांव के लोग सब ज्यादा खेती किसानी करते हैं भारत को इसलिए सिर्फ कृषि प्रधान देश कहा जाता है भारत की 70 से 80 प्रतिशत लोग किसानी पर निर्भर है
किसानों का मुख्य व्यवसाय
किसानों का मुख्य व्यवसाय खेती करना व पशुपालन करना है [kisan nibandh]
किसान अब खेती व पशुपालन के अलावा छोटे-छोटे व्यवसाय भी करने लगे है जैसे झाड़ू बनाना, बीड़ी बनाना, कुआं खोदना राजगीर मिस्त्री इत्यादि ।
किसान का मतलब सिर्फ पुरुष लोगों का काम करना नहीं होता बल्कि किसान औरतें भी होती हैं वह भी खेत में जाकर काम करती हैं किसानों का मुख्य सहयोगी पशु होते हैं जैसे- बैल, गाय, भैंस, बकरियां, इत्यादि यह सब जानवर किसान को सिर्फ दूध ही बस प्रदान नही करते बल्की उनके गोबर का भी सदुपयोग करना जानते हैं किसान अपने जानवरों के गोबर को खेतों में डालते हैं जिससे उनका पैदावार और अधिक बढ़ सके।
पहले के लोग किसान को भारत की आत्मा कहते थे लेकिन यह बात अभी उतना ही सच है जितना पहले थी किसान हमें अन्य देने के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और सभ्यता को संजोये रखे हैं यही कारण है कि शहरों की तुलना में गांव के लोग अपनी संस्कृति और सभ्यता को अधिक मान सम्मान व व्यवहार देते हैं
किसानो के सिंचाई का माध्यम
किसानी करना उतना आसान नही, जितना लगता है अगर आप किसी फसल को बोते है तो उसको पुरा तैयार होने मे कम से कम 3 महिने से अधिक समय लगता है , इस समय के दौरान किसान को अपने फसलो को सुरक्षित व स्वस्थ्य रखना होता है,
इसके लिये किसानो को समय -समय पर खेतो मे पानी डालना होता है और सुबह व शाम जानवरो से खेतो की रखवाली भी करनी होती है , व समय समय पर किडे-मकोडे जैसे छोटे जानवरो के लिये दवा का छिडकाव भी करना अनिवार्य हो जाता है
किसान खेतो की सिचाई के लिये कुछ मुख्य स्रोतो का उपयोग करते है, जैसे- नहर से पानी लाना , कुये के माध्यम से और तालाब के माध्यम से , वैसे तो खेतो को भरने के लिये इन्ही स्रोतो का ज्यादा उपयोग किया जाता है , लेकिन अब कुछ नये आधुनिक गावो मे बोर वेल , जैसी सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है।
kisan ka dost kaun hai
किसान के दोस्त हम उन्हे कह सकते है जो किसान के कामो मे मददगार हो जैसे- पशु, मौसम, प्रकृति, इत्यादि
किसान के दोस्त – प्रकृति है , क्योकी किसानो द्वारा की गई खेती, या लगाये गये पेड-पौधे सभी प्रकृति के भाग है , हमारे चारो तरफ जो दिख रहा सब प्रकृति की देन है।
सरकार को भी किसान का दोस्त कहाँ जा सकता है क्युकी पहले के अपेक्षा अब किसानो के लिये कई योजनाये निकाली जा रही जिससे किसान भाइ आसानी सैस योजना का लाभ ले सकते है, जैसे- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, ई-श्रम ई-श्रम कार्ड क्या है [फार्म कैसे भरे] । e-Shram card online apply 2021। e-shram card kaise banaye in hindi [NDUW] योजना, मानधन योजना, इत्यादि
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Conclusion
किसान हर देश की शान होते है किसान के बिना किसी भी देश का उन्नति सम्भव नही है , किसान और सीमा पर जवान राष्ट्र की शान होते है ,हमे किसान व जवानो की कद्र करनी चाहिये-
अटल बिहारी बाजपई जी ने एक न्यारा दिया था- “जय जवान, जय किसान” जो की किसान व जवान भाइयो को समर्पित है