99+ गुलजार की दिल छू जाने वाली शायरिया | Heart Touching Gulzar Shayari

यहाँ गुलजार साहब की दिल छू जाने वाली शायरियो (Heart Touching Gulzar Shayari) का संग्रह किया गया है। कमेंट मे अपने पसंदीदा शायरी को जरुर सांझा करे।

Heart Touching Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari

इतने बुरे नहीं थे हम
जितने इलज़ाम लगाये लोगो ने,
कुछ किस्मत ख़राब थी
कुछ आग लगाई लोगो ने

बीच आसमां में था बात करते- करते ही,
चांद इस तरह बुझा जैसे फूंक से दिया,
देखो तुम इतनी लम्बी सांस मत लिया करो

Heart Touching Gulzar Shayari

तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ ।
तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ

Heart Touching Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari

मोहब्बत तो साहब दोनों तरफ थीं,
बस किस्मत की लकीरों ने बाज़ी ही पलट दी

अपने साए से भी चौंक जाते हैं …
उम्र गुज़री है इस क़दर तन्हा…

Heart Touching Gulzar Shayari

बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती

Heart Touching Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari

कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़
किसी की आंख में हम को भी इंतिज़ार दिखे

Heart Touching Gulzar Shayari

गुलजार साहब के दिल छू जाने वाली शायरी – Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

दिन कुछ ऐसे गुजारता है कोई
जैसे एहसान उतारता है कोई

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।

Heart Touching Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

तकलीफ़ ख़ुद की कम हो गयी,
जब अपनों से उम्मीद कम हो गईं

मुझे ??छोड़ने कि, वजह तो बता देते,
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हज़ार थे

मैंने मौत को देखा तो नहीं,
पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी।
कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,
जीना ही छोड़ देता हैं

यूँ उम्र कटी दो अंदाज में
एक आस में, एक कास में

Heart Touching Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

वो मोहब्बत भी तुम्हारी थी
वो नफ़रत भी तुम्हारी थी
हम अपनी वफ़ा का इंसाफ किससे मांगते
वो शहर भी तुम्हारा था
वो अदालत भी तुम्हारी थी

सीने में धड़कता जो हिस्सा हैं,
उसी का तो ये सारा किस्सा हैं

Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

गुलाम थे तो, हम सब हिंदुस्तानी थे
आज़ादी ने हमें, हिन्दू मुसलमान बना दिया

सच्ची मेरी दोस्ती आजमा के देख लो
करके याकिन मुह पर मेरे पास आ कर देख लो.

Heart Touching Gulzar Shayari

चूल्हे नहीं जलाए कि बस्ती ही जल गई,
कुछ रोज़ हो गए हैं…अब उठता नहीं धुआँ

अजीब सी दुनिया है यह साहब,
यहां लोग मिलते कम एक दूसरे में झांकते ज्यादा है

Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

अब मुझे न दिलाओ, मोहब्बत?? का यकीन,
जो मुझे भूल नहीं सकते, वो भी भूल गए

हवा गुज़र गयी पत्ते थे कुछ हिले भी नहीं,
वो मेरे शहर में आये भी और मिले भी नहीं

Heart Touching Gulzar Shayari
Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

ज्यादा कुछ नहीं बदलता उम्र के साथ,
बस बचपन की जिद्द समझौतों में बदल जाती हैं

दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता,
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं और कितना वक़्त लगेगा

दर्द भरी कविता

घर में अपनों से उतना ही रूठो
कि आपकी बात और दूसरों की इज्जत, दोनों बरक़रार रह सके

Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

दिल अगर हैं तो दर्द भी होंगा,
इसका शायद कोई हल नहीं हैं

Heart Touching Gulzar Shayari
Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

बहुत छाले हैं उसके पैरों में
कमबख्त उसूलों पर चला होगा

इतना क्यों सिखाई जा रही हो जिंदगी
हमें कौन से सदिया गुजारनी है यहां

टेंसन फ्री कोट्स
मां पर दो लाइन
रिश्तो पर सुविचार
कबीर के प्रसिध्द दोहे
रहीम के दोहे

इतनी सी ज़िन्दगी है पर ख्वाब बहुत है
जुर्म तो पता नहीं साहब पर इल्जाम बहुत है

कुछ बातें तब तक समझ में नहीं आती,
जब तक ख़ुद पर ना गुजरे

Heart Touching Gulzar Shayari

वो एक दिन एक अजनबी को
मेरी कहानी सुना रहा था

नहीं करता मैं तेरी ज़िक्र किसी तीसरे से
तेरे बारे में बात सिर्फ़ ख़ुदा से होती है

तुझे बेहतर बनाने की कोशिश में
तुझे ही वक़्त नहीं दे पा रहे हम,

Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

माफ़ करना ऐ ज़िन्दगी
तुझे ही जी नहीं पा रहे हम

Heart Touching Gulzar Shayari
Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा

सहम सी गयी है ख्वाइशे, ज़रूरतों ने शायद उन से
ऊँची आवाज़ में बात की होगी

Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

शाम से आँख में नमी सी है
आज फिर आप की कमी सी है

Heart Touching Gulzar Shayari

मोहब्बत अपनी जगह नफरत अपनी जगह
मुझे दोनों है तुमसे

मिलता तो बहुत कुछ है ज़िन्दगी में
बस हम गिनती उन्ही की करते है जो हासिल न हो सका

तन्हाई की दीवारों पर घुटन का पर्दा झूल रहा हैं,
बेबसी की छत के नीचे, कोई किसी को भूल रहा हैं

Love

दिल तो रोज कहता है मुझे कोई सहारा चाहिए,
फिर दिमाग कहता है क्या धोखा दोबारा चाहिए।

Heart Touching Gulzar Shayari
Love Heart Touching Gulzar Shayari Hindi

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