सभी नक्षत्रो के नाम, प्रकार और आकृति । Nakshatra Names । Nakshatra Types | Nakshatra Symbol
नक्षत्र अर्थात अंतरिक्षिक गणित, जब हम कोई शुभ या अशुभ कार्य करते है तो लोग इसका श्रेय ग्रह-नक्षत्र को देते है। लोगो का मानना है की जब कोई शुभ या अशुभ कार्य होता है तो वह ग्रह नक्षत्र के कारण होता है। यानी की अगर आपका नक्षत्र सही है तो आप शुभ कार्य करेंगे या आपके साथ शुभ होगा, लेकिन अगर आपका नक्षत्र या दशा ठीक नही है तो आप अशुभ कार्य करेंगे, आपके सारे कार्य गलत होंगे।
भारतीय संस्कृति मे ग्रह नक्षत्र का गणित वर्षों से चला आ रहा है ज्योतिषाचार्य लोगो के हाथ, वास्तु, लकीर, कुण्डली, तिल इत्यादि की सहायता से नक्षत्र का ज्ञान करते है। और लोगो को इससे बचने का उपाय बताते है। आज हम इस लेख मे नक्षत्रो के नाम व उनकी आकृति (Nakshatra Names and Symbol) देंखेंगे ।
नक्षत्रों के प्रकार – Types of Nakshatra
नक्षत्र को तीन भागो मे बाटा गया है। 1. शुभ नक्षत्र, 2. मध्यम नक्षत्र, 3. अशुभ नक्षत्र
शुभ नक्षत्र
शुभ नक्षत्रो की संख्या 15 है। ये वो नक्षत्र होते हैं जिनमें किए गए सभी कार्य सफल होते हैं। इनके नाम निम्न है। जैसे – चित्रा, श्रवण, स्वाति, रोहिणी, रेवती, अश्विन, उत्तराषाढा, उत्तरा फाल्गुनी, मृगशिरा, पुष्य, हस्त,अनुराधा, उत्तराभाद्रपद, घनिष्ठा, पुनर्वसु।
मध्यम नक्षत्र
मध्यम नक्षत्र की संख्या 8 है। ये वो नक्षत्र है जिसमें कोई विशेष या बड़ा कार्य करना उचित नहीं होता, लेकिन सामान्य दिनचर्या के कार्य मे कोई नुकसान नहीं होता। जो निम्नलिखित है। पूर्वाभाद्रपद, विशाखा, शतभिषा, पूर्वा फाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, आर्द्रा, मूला और ज्येष्ठा।
अशुभ नक्षत्र
अशुभ नक्षत्र की संख्या 4 है। ये वो नक्षत्र है जिनमे कोई भी शुभ काम करना उचित नही होता । इसके हमेशा बुरे नतीजे होते हैं या कामकाज में बाधा जरूर आती है। इसके तहत जो नक्षत्र आते हैं वो हैं- मघा, भरणी, कृतिका,और आश्लेषा।
इन्हे भी पढे-
नक्षत्रों के नाम – Nakshatra Names in Hindi
नक्षत्रों की कूल संख्या 27 है। जिनके नाम निम्नलिखित है।
- अश्विनी (Ashvini)
- भरणी (Bharani)
- कृत्तिका (Krittika)
- रोहिणी (Rohini)
- मॄगशिरा (Mrigashirsha)
- आद्रा (Ardra)
- पुनर्वसु (Punarvasu)
- पुष्य (Pushya)
- अश्लेशा (Ashlesha)
- मघा (Magha)
- पूर्वाफाल्गुनी (Purva Phalguni)
- उत्तराफाल्गुनी (Uttara Phalguni)
- हस्त (Hasta)
- चित्रा (Chitra)
- स्वाती(Svati)
- विशाखा (Vishakha)
- अनुराधा (Anuradha)
- ज्येष्ठा (Jyeshtha)
- मूल (Mula)
- पूर्वाषाढा (Purva Ashadha)
- उत्तराषाढा (Uttara Ashadha)
- श्रवण (Shravana)
- श्रविष्ठा (Shravishtha) or धनिष्ठा (Ghanishtha)
- शतभिषा (Shatabhishaj)
- पूर्वभाद्र्पद (Purva Bhadrapada)
- उत्तरभाद्रपदा (Uttara Bhadrapada)
- रेवती (Revati)
नक्षत्र के नाम व उसकी आकृति – Nakshatra Names and Symbol in Hindi
नक्षत्र नाम | आकृति |
अश्विनी | घोड़ा |
भरणी | त्रिकोण |
कृत्तिका | अग्निशिखा |
रोहिणी | गाड़ी |
मॄगशिरा | हरिणमस्तक वा विडालपद |
आद्रा | उज्वल |
पुनर्वसु | धनुष या धर |
पुष्य | माणिक्य वर्ण |
अश्लेशा | कुत्ते की पूँछ वा कुलावचक्र |
मघा | हल |
पूर्वाफाल्गुनी | खट्वाकार – उत्तर दक्षिण |
उत्तराफाल्गुनी | शय्याकार – उत्तर दक्षिण |
हस्त | हाथ का पंजा |
चित्रा | मुक्तावत् उज्वल |
स्वाती | कुंकुं वर्ण |
विशाखा | तोरण या माला |
अनुराधा | सूप या जलधारा |
ज्येष्ठा | सर्प या कुंडल |
मूल | शंख या सिंह की पूँछ |
पूर्वाषाढा | सूप या हाथी का दाँत |
उत्तराषाढा | सूप |
श्रवण | बाण या त्रिशूल |
श्रविष्ठा / धनिष्ठा | मर्दल बाजा |
शतभिषा | मंडलाकार |
पूर्वभाद्र्पद | भारवत् या घंटाकार |
उत्तरभाद्रपदा | दो मस्तक |
रेवती | मछली या मृदंग |
लोगो ने पूछा
प्रश्न- नक्षत्र कितने प्रकार के होते है।
उत्तर- नक्षत्र 27 प्रकार के होते है।
इस लेख मे हमने नक्षत्रों के नाम (Nakshatra Names) और उनके आकृति को जाना, यह लेख आपको कैसा लगा कमेंट मे हमे जरुर बताये, साथ ही हमारे साथ जुडने के लिये –फालो करे