महिला दिवस पर भाषण पढे- Mahila Diwas
महिला दिवस (Women Day) हर वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है, सर्वप्रथम यह अमेरिका के न्यूयार्क शहर मे 1914 ई० मे मनाया गया था। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलायो को वोट देने का हक प्राप्त करना था। क्युकी उस समय कई देशो मे महिलाओ के पास वोट देने का अधिकार नही था, जिसके कारण महिला किसी नेता को चुनने मे वंचित रह जाती थी,
इस लेख मे हम महिला दिवस के विषय मे विस्तार से चर्चा करेंगे। और महिला दिवस पर कुछ स्लोगन भी पढेंगे।
महिला दिवस पर निबंध (Essay on Women’s Day Hindi)
महिला दिवस सर्वप्रथम 28 फरवरी को अमेरिका के न्यूयार्क शहर के महिलाओ द्वारा मनाया गया था, इस दिवस को मनाने का उद्देश्य महिलाओ को नागरिक अधिकार पाना था। जैसे- पुरुषो के अपेक्षा महिलाओ को कम वेतन देना, महिलाओ से ज्यादा समय तक काम (मजदूरी) करवाना, इत्यादि
महिला दिवस क्यू मनाया जाता है :- अंतराष्ट्रिय महिला दिवस की उत्पत्ति मजदूरी आंदोलन से हुआ, दरअसल अमेरिका के न्युयार्क शहर की 15 हजार से अधिक महिलाओ ने एक मजदूर आंदोलन किया, जिसमे महिलाओ ने मांग किया की नौकरी मे उन्हे पुरुषो के बराबर का वेतन दिया जाना चाहिये। साथ ही उन्हे नौकरी मे कम घण्टे काम करने की मांग की।
अर्थात- महिला दिवस मनाने का मूल उद्देश्य महिलाओ के अधिकार को बढावा देना, तथा राजनैतिक व सामाजिक अधिकारो से जोडना था, पढे- नारी सशक्तिकरण पर निबंध Mahila Diwas
महिला दिवस पर भाषण 2022 ( Women’s day Speech in Hindi)
भाषण की शुरुआत: आप सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाये, मै आप सभी का तहे दिल से स्वागत करता हू, जो की आप सब आज महिला दिवस के दिन उपस्थिति हुये,
भाषण के मुख्य शब्द: हमारे भारत जैसे आध्यात्मिक देश मे नारी को देवी का रुप माना जाता है, लेकिन जब हम समानता की बात करते है तो नारी समाज पीछे रह जाती है, और पुरुष वर्ग आगे निकल जाता है, इसी असमानता को मिटाने के लिये हम महिला दिवस मनाते है।
महिला दिवस मनाने का उद्देश्य नारी समाज को समानता दिलाना है, नारी को सभी क्षेत्रो मे समान अधिकार प्राप्त हो सके। दरअसल स्त्री व पुरुष मे असमानता भारत भर मे ही नही, अपितु पूरे विश्व मे है, महिला दिवस (Mahila Diwas) की शुरुआत अमेरिका के न्युयार्क शहर से हुआ था। दरअसल न्युयार्क की महिलाओ का कहना था की नौकरी मे उन्हे पुरुषो के मुकाबले अधिक काम कराया जाता है, व वेतन भी कम दिया जाता है, इसी कारण से न्युयार्क की 15000 हजार से अधिक महिलाओ ने मजदूर आंदोलन किया, जहाँ पर उन्होने “पुरुषो के बराबर वेतन” और “कम घण्टे काम” करने की मांग की, उनके कई अन्य मांगे और थे।
भाषण का अंत : अगर हमे समाज व देश मे बदलाव लाना है तो, असमानता का चश्मा निकालना पडेगा, चाहे वो स्त्री हो, पुरुष हो, छोटी जाति हो, या कोई हो, हमे मनुष्य को मनुष्य के रुप मे देखना है, ना की किसी विशेष लिंग, रंग, जाति, इत्यादि से। मै अपने वाणी को विराम देता हू, कही त्रुटि हो तो क्षमा करे। (Mahila Diwas)
महिला दिवस पर स्लोगन (Mahila Divas nare)
हमारे देश भारत मे हजारो वर्षो से नारी को देवी का रुप मानते आ रहे है, अन्य देशो के अपेक्षा हमारा देश नारी को अधिक सम्मान व समानता प्रदान करता है,
नारी का मत करो अपमान
ये होती, देवी समान
महिलाओ को शिक्षित बनाये
समाज व देश की शान बढाये
नारी का तुम करो सम्मान
ये है देवी का अवतार
नारी शक्ति पर लिखे हमारे अन्य लेख भी पढे – दहेज प्रथा पर निबंध
इस लेख मे हमने महिला दिवस पर विस्तार से चर्चा किया है, साथ ही हमने महिला दिवस पर भाषण लेख भी पढा, यह लेख आप को कैसा लगा कमेंट मे अपना सुझाव अवश्य दे, साथ ही हमारे साथ जुडे- क्लिक करे
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