मिट्टी या मृदा क्या है, और यह कितने प्रकार का होता है।
मिट्टी को मृदा के नाम से भी जाना जाता है, मृदा शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के “सोलम” शब्द से हुआ है, जिसका अर्थ “फर्श” है। मृदा का अर्थ है पृथ्वी के ऊपर उपस्थिति छोटे-छोटे कण, जो पृथ्वी को एक पतले आवरण के रुप मे ढकती हो। मृदा क्या है ?
मृदा किसे कहते है?
पृथ्वी के ऊपरी सतह पर उपस्थिति छोटे-छोटे कणो को मृदा या मिट्टी कहते है। [या] पृथ्वी के उपरी सतह पर उपस्थिति छोटे-छोटे कार्बनिक, अकार्बनिक व खनिज पदार्थो के मिश्रण को मृदा या मिट्टी कहते है।
मृदा के प्रकार
भारत के कृषि अनुसंधान परिषद ने मृदा या मिट्टी को आठ भागो मे विभाजित किया है। मृदा का वर्गीकरण- 1. जलोढ मृदा 2. लाल मृदा 3. क्षारीय मृदा 4. मरुस्थलीय मृदा 5. लैटेराइट मृदा 6. दलदली मृदा 7. वनीय मृदा 8. काली मृदा
वैज्ञानिक नाम (फल, सब्जी, फसल) मृदा क्या है
जलोढ मृदा
नदियो, महासागरो, तथा अन्य जल संसाधनो द्वारा एकत्रित किये गये मृदा के अवसादो को जलोढ मृदा कहते है। अर्थात- नदियो के द्वारा लायी गई मिट्टी को जलोढ मिट्टी कहते है।
जलोढ मृदा भारत की सर्वाधिक महत्वपूर्ण मृदा है, यह भारत के 24% हिस्से मे पाया जाता है यह मिट्टी तटीय क्षेत्र मे अधिक पायी जाती है।
काली मृदा
काली मृदा को रेगुड मृदा भी कहते है, इस मृदा का काला रंग होने के कारण इसे काली मृदा कहते है इस मृदा मे कपास की खेती अधिक होती है। Read कृषि क्या है?
काली मृदा सर्वाधिक दक्षिणी राज्यो मे अधिक पायी जाती है, जैसे-आंध्रा प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात इत्यादि, इस मिट्टी मे कैल्सियम, एल्युमिनियम, आयरन, पोटाश, इत्यादि अधिक मात्रा मे पायी जाती है।
लाल मृदा
लाला मृदा मुख्य रुप से प्रायद्वीपीय पठार के पूर्वी भाग मे पायी जाती है इस मृदा मे लोहा, एलुमिना व अघुलनशील पदार्थ पर्याप्त मात्रा मे पायी जाती है।
लाला मृदा का लाल रंग, इसमे पाये जाने वाले लोहा के यौगिको के कारण लाल होता है, तमिलनाड्डु की दो-तिहाई हिस्से मे सिर्फ लाल मृदा पायी जाती है।
लैटेराइट मृदा
लैटेराइट मृदा अधिक वर्षा वाले क्षेत्रो मे पायी जाती है, लैटेराइट मृदा निम्न क्षेत्रो मे अधिक पायी जाती है, जैसे- प्रायद्वीपीय पठार का पूर्वी भाग, पश्चिमी घाट का तटवर्ती क्षेत्र, मेघालय की पहाडी, इत्यादि
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मरुस्थलीय मृदा
मरुस्थलीय मृदा सर्वाधिक शुष्क क्षेत्रो मे अधिक पायी जाती है, जैसे-राजस्थान, उत्तर प्रदेश, इत्यादि, मरुस्थलीय मृदा को लोग, “कारी मृदा और भूड मृदा” के नाम से भी जानते है।
पर्वतीय मृदा
पर्वतीय मृदा उत्तर-पूर्वी भाग और हिमालय के भागो मे पायी जाती है, ये मिट्टी अन्य मिट्टी के मुकाबले अधिक उपजाउ होती है,
यह लेख “मृदा क्या है” कई अन्य किताबो से लिया गया है, जिसका श्रेय लेखक जाता है। अगर लेख मे कही त्रुटि हो तो क्षमा करे, और कमेंट मे अपना सुझाव जरुर दे- हमसे जुडे