महाकाव्य (Mahakavya) किसे कहते हैं?: महाकाव्य एक महान व्यक्ति की पूरी जीवन लीला को दर्शाता है. जैसे की रामायण महाकाव्य, यह महाकाव्य प्रभू श्रीराम के सम्पूर्ण जीवन का चरित्र चित्रण करता है जैसा की सभी विद्यार्थियों ने महाकाव्य पढ़ा होगा, लेकिन महाकाव्य किसे कहते है इसकी परिभाषा क्या है यह नही मालूम होगा. आज हम इस लेख में इसी विषय पर चर्चा करेंगे
महाकाव्य किसे कहते हैं? (Mahakavya kise kahate hain)
महाकाव्य की परिभाषा: एक महान या ऐतिहासिक नायक के कार्यों का वर्णन करने वाली, कथात्मक कविता को महाकाव्य (Mahakavya) कहा जाता हैं। विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य महाभारत हैं। जिसके रचयिता वेदव्यास जी है।
आप सभी जानते होंगे रामायण और महाभारत भारत के दो मुख्य महाकाव्य हैं, जो संस्कृत में लिखे गए हैं, और एक साथ हिंदू धर्मग्रंथों के सिद्धांत का निर्माण करते हैं। वे दोनों भारत में बेहद प्रसिद्ध हैं।
रामायण, जन्म से मृत्यु तक भगवान राम के जीवन की कहानी बताती है, उनकी वीरता और गुण की प्रशंसा करती है और महाभारत हस्तिनापुर के सिंहासन के लिए युद्ध की एक जटिल कहानी बताती है। भगवद गीता महाभारत का एक हिस्सा है जो प्रसिद्ध भगवान का गीत बन गया।
महाकाव्य के उदाहरण (Mahakavya Ke Udaharan)
रामायण सबसे प्रथम महाकाव्य है जिसे वाल्मीकि जी द्वारा लिखा गया था। इसमें श्री राम जी की कथा बताई गई है। इस महाकाव्य के नायक श्री राम है। और इस महाकाव्य को आदि काव्य भी कहा जाता है। साथ ही वाल्मीकि जी को आदि कवि कहा जाता है। यह भारत का सबसे लोकप्रिय ग्रंथ माना जाता है। इसमें क ई अध्याय हैं जो कांड के नाम से जाने जाते हैं।
महाभारत महाकाव्य (Mahabharat Mahakavya) का दूसरा उदाहरण है। यह संस्कृत में रचित एक प्राचीन भारतीय महाकाव्य है। कई विद्वानों द्वारा बताया जाता है कि यह 400 साल पूर्व लिखा गया काव्य है परंतु कुछ विद्वानों के द्वारा कहा जाता है कि इसकी विषय वस्तु हजारों साल पुरानी है।
यानी कि यह काव्य आठवीं या नौवीं शताब्दी ईसा पूर्व में लिखा गया है। इसमें 200000 से भी अधिक पंक्तियां हैं और यह अब तक का लिखा गया सबसे लंबा महाकाव्य माना जाता है। इस महाकाव्य में कविताओं के साथ गद्य भी शामिल है।
रामायण एवं महाभारत के अलावा अन्य भी महाकाव्य है जो अलग-अलग आचार्यों द्वारा लिखे गए हैं। इन में से कुछ महाकाव्यों को मिलाकर पंच महाकाव्य भी बनता है। यह पंच महाकाव्य कालिदास द्वारा रचित रघुवंश और कुमारसंभव, भास द्वारा रचित कर्णभारम, माघ द्वारा रचित शिशुपाल वध और श्रीहर्ष द्वारा भी लिखा गया है।
महाकाव्य की विशेषताएं (Mahakavya ki Visheshata)
- महाकाव्य की लेखन शैली संस्कृत में है।
- महाकाव्य में नायक की विशेषताओं का वर्णन विस्तार पूर्वक किया गया है। साथ ही इसमें नायक की बहादुरी और संकल्प भी विस्तार पूर्वक दिखाए गए हैं।
- महाकाव्य में ऐसी बाधाएं और परिस्थितियों को दर्शाया गया है जो अलौकिक हैं और इन बाधाओं को महाकाव्य के नायक ने पार किया है। इसके साथ ही यह परिस्थितियां सामान्य मनुष्यों को भी प्रेरणा प्रदान करती है।
- महाकाव्यों में किसी सभ्यता और संस्कृति की भविष्य को भी दर्शाया गया है।
निष्कर्ष: महाकाव्य एक व्यापक शब्द है जो लिखित रुप मे किसी महान व्यक्ति की पूरी जीवन लीला को दर्शाता है जैसे रामायण मे प्रभू श्रीराम की लीला एवं उनका सम्पूर्ण जीवन का वर्णन मिलता है, आज हमने इस लेख मे महाकाव्य किसे कहते है (Mahakavya kise kahate hain) महाकाव्य की परिभाषा एवं महाकाव्य की विशेषताएं जानी।
महाकाव्य से सम्बंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न को आप कमेंट मे पूछ स्कते है हम जल्द ही उसका जवाब देने का प्रयास करेंगे।