5 Medicinal Plants: पांच औषधीय पौधों के नाम, जो स्वास्थ्य के लिये है बेहद फायदेमंद

प्राचीन काल से ही मनुष्यो के उपचार के लिए औषधीय पेड़-पौधों (Medicinal Plant) का स्तेमाल किया जा रहा है। ये पेड़ पौधे कुदरक का दिया गया वरदान है जो मानव जीवन चक्र में अपनी विशेष भूमिका निभाते हैं। ज्यादातर पौधे जंगली ही होते हैं लेकिन अब घर पर आसानी से उगाया जा सकता है। इनकी उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए इन्हें अपने घर के अगल बगल लगाकर औषधीय गुणों का स्तेमाल किया जाता है।

आज हम इस लेख मे ऐसे ही पांच औषधीय पौधों के नाम (5 Medicinal Plants Name Hindi) जानेंगे, जो स्वास्थ्य के लिये बेहद फायदेमंद होते है. आप चाहे तो इन पौधों के औषधीय गुणों की अधिक जानकारी अपने घर के बुजुर्ग (दादा-दादी) से भी प्राप्त कर सकते है।

5 Medicinal Plants Name
5 Medicinal Plants Name

5 औषधीय पौधों के नाम एवं गुण (5 medicinal plants in Hindi)

प्राकृतिक रुप से पाये जाने वाले पेड़ – पौधों की सहायता से मनुष्य उपचार करने मे सक्षम है यह उपचार भारत की देन है जो आज पूरे विश्व मे की जाती है इतिहास के स्रोतों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत मे औषधीय का उपयोग वैदिक काल से ही किया जा रहा है तथा कुछ ऐसे औषधीय पौधे है जिनकी पूजा की जाती है जैसे- तुलसी, नीम, सनी का पौधा आदि।

आगे के लेख मे आपको 5 औषधीय पौधे (तुलसी, ऐलोवेरा, पाथरचट्टे, पुदिना, आवला) के विषय मे बताया गया है ये पौधे ऐसे है जिनका इस्तेमाल आप अपने दिनचर्या मे आसानी से कर सकते है या करते है।

1. तुलसी का पौधा

तुलसी का पौधा सबसे अधिक औषधीय गुणो वाला माना जाता है यह औषधीय गुणो के साथ-साथ धार्मिक महत्त्व भी रखता है | यह पौधा लगभग पूरे भारत में पाया जाता है | तुलसी के पत्तो का इस्तेमाल खॉसी, सर्दी-जुकाम, मलेरिया, दंत रोग, लीवर की बीमारी और श्वास संबंधी बीमारियों के उपचार में किया जाता है। तुलसी के पौधे के विषय मे अधिक जानकारी हेतु तुलसी पर लिखे अन्य लेख को देंखे।

2. एलो वेरा का पौधा

घृत कुमारी को एलोवेरा के नाम से जाना जाता है | यह एक छोटा पौधा है, जो दुनिया के ज्यादातर घरों में देखने को मिल जाएगा. एलोवेरा में अनेक प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते है, जो हमारी त्वचा और सेहत दोनों के लिए ही काफी फायदेमंद होता है. यह त्वचा पर पिंपल्स और दाग-धब्बो जैसी समस्या से छुटकारा दिलाता है.

एलोवेरा का उपयोग, मामूली जलन, डैंड्रफ, सोरायसिस, विकिरण से घायल त्वचा, त्वचा पर खरोंच और दाद का घाव के उपचार के लिए करते है. एलोवेरा लगाने से चेहरे पर चमक और ताजगी आ जाती है. ऐलोवेरा एक ऐसा पौधा है जो मानव शरीर को अन्दर बाहर दोनों जगह ख्याल रखता है.

3. पाथरचट्टे का पौधा

भारत में पाथरचट्टे का पौधा लगभग 60 प्रतिशत घरों में पाया जाता है. इसकी खास बात यह है की इनका पत्ता भी तोड़कर लगा देंने से पकड़ लेगा।इसके पौधे में औषधीय गुण होते है. इसकी पत्तियों का इस्तेमाल बाहरी और आंतरिक दोनों तरह की समस्याओं के लिए किया जाता है.

इसके पत्तो में घाव भरने का गुण, मूत्रवर्धक गुण, रोगाणुरोधी, सूजन-रोधी और उच्च रक्तचाप को दी गुण पाया जाता है. इसके अलावा आंतों की समस्या, गुर्दे की पथरी, मासिक धर्म संबंधी विकार, मूत्राशय, माइग्रेन, अल्सर, गठिया, नेत्रश्लेष्मलाशोथ और सूजन में भी फायदा पहुंचाता है.

4. पुदीना का पौधा

पुदीने का पौधा मूल रूप से सभी महाद्वीपों पर उग जाता है, केवल अंटार्कटिका को छोड़कर, पुदीना और पुदीना संभवतः पुदीना की दो ऐसी किस्मे है, जिन्हे सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है | इसके अलावा भी अन्य किस्मे है, जिसमे जंगली पुदीना और पानी पुदीना शामिल है |

पुदीना का पौधा मूलरूप से सभी के घर होना चाहिए क्योंकि पुदीना ही एक ऐसा पौधा है जिसकी पत्तियां पीसकर पीने से गैस ठीक हो जाता है। और पानी पूड़ी में, फुल्की में इसका उपयोग किया जाता है, पुदीना सेहत के लिए बहुत लाभदायक है

पुदीना से मेंथोल नामक तेल निकलता है, जिसे सौंदर्य प्रसाधन, पान मसाला, कन्फेक्शनरी, सिगरेट, दवाइयों, पेय पदार्थो और अन्य सुगंधित उत्पादों को बनाने के लिए इस्तेमाल में लाते है| इसकी राल का नीलगिरी के साथ उपयोग करके कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है. गैस से राहत, गठिया से राहत और दर्द से राहत पाने के लिए इसका उपयोग करते है. पुदीने की ताज़ी और सूखी पत्तियों को चबाकर खाने से सांसो की दुर्गंध दूर हो जाती है.

पुदीना के फायदे व गुण

5. आंवला का पेड़

आंवले का बगीचा भी आजकल बहुत देखने को मिलता है। कुछ लोग अपने खर्च हेतु घर पर ही पेड़ लगा लेते हैं। आंवले को भारतीय करोंदा कहा जाता है। इस फल में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है |

आंवले का इस्तेमाल अनेक प्रकार के रोग जैसे कब्ज, पांडु, दाह, खांसी, छाती रोग, हृदय रोग, श्वास रोग, रक्त पित्त, दमा, क्षय, अरुचि और मूत्र के विकारो को ठीक करता है | आंवला शुक्राणुओं को मजबूत कर मर्दानगी को सुधारता है | यह वसा को कम करता है | रक्त विकार, त्वचा रोग, कब्ज, आँखों की रौशनी, पाचन शक्ति में खराबी, सिरदर्द, बालो की मजबूती, कम स्खलन, रक्तस्राव, चक्कर, रक्ताल्पता और उम्र बढ़ने के संकेत जैसी अनेक बीमारियों के उपचार में आंवले का उपयोग काफी प्रभावी माना जाता है|

इसके अलावा शरीर की अन्य जटिल समस्याओ जैसे :- फेफड़े की समस्याएं, हृदय की समस्याएं, क्षय, दस्त, सांस की समस्या, जठरांत्र संबंधी समस्याएं, आंतों के कीड़े और मूत्र संबंधी समस्या को भी ठीक करता है. आंवला इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही याददाश्त को भी तेज करता है | कच्चे आंवले का अचार मुरब्बा, भी बनाया जाता है.

(one extra Medicinal Plant)


मेथी का पौधा

मेथी का पौधा भारत में एक मसाला और औषधीय पौधे के रूप में जाना जाता है| हमारे देश में मेथी के पत्तो का उपयोग सब्जी के साथ किया जाता है|

मेथी के बीजों में कई औषधीय गुण होते है, जिस वजह से इसे पाचन संबंधी समस्याओ जैसे पेट ख़राब होना, भूख न लगना, पेट में सूजन के उपचार के लिए उपयोग करते है. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, दर्दनाक माहवारी, मोटापा और मधुमेह का इलाज भी मेथी के दानो में मौजूद है| मेथी शरीर के ज्यादातर रोगों के लिए बहुउपयोगी है| दिन में दो बार मेथी के रस का सेवन कर मधुमेह के रोग से छुटकारा पाया जा सकता है|

मेथी का पानी पीने से शुगर लेवल सामान्य रहता है. इसके बीजो में अमीनो एसिड की योगिक होता है, जो अग्न्याशय में इंसुलिन के डिस्चार्ज को बढ़ाता है, और हृदय रोगों की रोकथाम करता है. इसमें फाइबर की काफी मात्रा होती है, जिससे आप संतुष्ट महसूस करेंगे | यह वजन प्रबंधन में भी सहायता करता है | बालो के विकास और रूसी, खुरदरापन सहित बालो की अन्य समस्या के लिए भी मेथी का इस्तेमाल किया जाता है |

10 औषधीय पौधों के नाम (10 medicinal plants in Hindi)

  1. तुलसी का पौधा
  2. नीम का पेड़
  3. एलोवेरा का तना/पत्तिया
  4. मेथी का पौधा / बीज
  5. हल्दी जड़
  6. आवाईन की पत्तिया
  7. पुदीना की पत्तिया
  8. आवला का फल
  9. अश्वगंधा जड़
  10. मुरेठी का जड़

निष्कर्ष: इस लेख मे हमने भारत की प्राचीन उपचार विधि आयुर्वेद को जाना. हमने जाना कि वर्तनाम मे ऐसे 5 कौन-कौन से पेड़-पौधे (Medicinal Plant) है जो उपचार मे काम आते है या उनके सेवन से हमे कौन-कौन से फायदे होते है. ऐसे ही आयुर्वेद, आस्था, नैतिकता, त्योहार व कविता आदि जानने हेतु हमे फालो करें।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top