सड़क सुरक्षा: आज के समय में परिवहन का प्रयोग सामान्य हो गया है, हर मनुष्य के पास बाईक व कार है थोडी सी भी दूरी तय करने के लिये यातायात साधन की आवश्यकता होती है। भले ही इसने मानव जीवन को आसान कर दिया हो, लेकिन वही दूसरी ओर जीवन को जोखिम में भी डाल दिया है, हर वर्ष सड़क दुर्घटना से लाखों लोग अपनी जान गवा देते है। और जो बच जाते है वो सामान्य जीवन व्यतीत नहीं कर पाते है।
हमें समझना होगा की स्वस्थ जीवन से ही सम्पूर्ण जीवन का आनंद लिया जा सकता है। और स्वस्थ जीवन पाने के लिये सुरक्षा का होना बेहद जरूरी है। सामान्य रुप से अस्वस्थ होने के दो कारण होते है। भौतिक और आंतरिक कारण, सड़क सुरक्षा के एक भूल के कारण हम बाहरी और आंतरिक दोनों प्रकार से ग्रसित होते है। हाथ पैर टूटने के साथ-साथ आंतरिक चोटें भी अधिक गहरी होती है। नशा मुक्ति पर निबंध

आज हम इस लेख में सड़क सुरक्षा पर निबंध पढेंगे, और जानेंगे की ये किस प्रकार हमें शारीरिक और मानसिक नुकसान पहुँचाती है। और कैसे एक छोटी सी लापरवाही हमारे शरीर को असुरक्षित कर देती है। तथा इससे बचने का उपाय क्या है।
सड़क सुरक्षा पर निबंध – Road Safety Essay in Hindi
sadak suraksha par nibandh
हर वर्ष भारत में लगभग अस्सी हजार से अधिक लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं और इसका मुख्य कारण वाहन चलाते वक्त अन्य कार्य करना या सड़क सुरक्षा की शिक्षा से अज्ञात रहना है। आज के आधुनिक युग में अधिकतर लोगों के पास वाहन (कार, बाईक, टेम्पो, इत्यादि) हैं और बढती हुई जनसंख्या के कारण वाहन लेने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती ही जा रही है। 2021 में कार लेने वालो की संख्या 30 लाख से भी अधिक हैं हमें समझना होगा की सड़क सुरक्षा ही मानव सुरक्षा हैं लोग सड़क के नियमों का पूर्णतया पालन करें। पढे- जलियांवाला बाग हत्याकाण्ड
वाहन चलाते वक्त रखे नियमों का ख्याल
रोड सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिये सरकार ने कई नियमों को निकाला हैं जिसे सड़क पर चलने वाले चालक को पूर्णरूप से पालन करना जरूरी हैं, जैसे- दो पहिया वाहन चलाने वाले लोगों को जूते व हेल मेट पहनना, तथा चार पहिया वाहन चलाने वाले को मुख्य रुप से सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य होता हैं, इन नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्ति पर सरकार द्वारा शक्त कार्यवाही की जाती है। जिसमें वाहन का चालान काटना भी शामिल है।
सड़क सुरक्षा में पर्यावरण की सुरक्षा
वाहन चलाते वक्त सड़क सुरक्षा के साथ पर्यावरण की सुरक्षा का भी ख्याल रखना जरूरी है। अगर आप के वाहन से सरकार द्वारा लागू किये गये मात्रक से अधिक धुआँ निकलता हैं तो भी आप को चालान जैसी अन्य कार्यवाही से गुजरना पड सकता है। इसके लिये आप नजदीकी प्रदूषण जांच केंद्र जाकर अपने वाहन को चेक करायें और सभी प्रक्रिया में पास होने के बाद ही वाहन का उपयोग करें।
सडक नियमों का पालन ना करने का नतीजा- भीषण सड़क हादसा बस पलटी, 1 की मौके पर मौत 25 घायल
रोड सुरक्षा के कारण हुई दुर्घटना में योगदान दे।
अगर राह चलते किसी व्यक्ति का दुर्घटना हो जाता है तो, हमारा कर्तव्य बनता है की उसे नजदीकी अस्पताल या अन्य आपातकालीन देखभाल करें। आप को जानकर हैरानी होगी की सड़क दुर्घटना में हर वर्ष 50% लोगों की मौत समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने के कारण हो जाती है।
हमें सड़क दुर्घटना में पिडित लोगों के सुरक्षा के लिये आगे आना होगा, बिना किसी पुरस्कार, सम्मान या अन्य उपेक्षा के बिना हमें पीडित लोगों की मदद करनी चाहिये। उन्हें समय रहने चिकित्सा सहायता में योगदान देना चाहिये। यही मानवता है। सतत् विकास क्या है ? क्यों है जरुरी
सड़क दुर्घटना के कारण
सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण, अधिक तेज गाडी चलाना, मुडने के स्थान पर इंडिकेटर का प्रयोग ना करना, जैसे कई कारण है, हमें विशेषक इन नियमों का पालन करना चाहियें, ताकि सडक हादसा होने से रोका जा सके।
सड़क दुर्घटना के कारण
- अधिक रफ्तार गाडी चालाना
- मुडते वक्त इंडिकेटर ना देना
- सार्वजनिक स्थानोंंपर हार्न का प्रयोग ना करना
- अंधा मोड, सकरा मोड, जैसे रास्तों पर तेज चलना।
- बिना रियर व्यु (सीसे बिना) देखे, ओवर टेकिंग करना।
- फिसलन भरी स्थान पर अधिक तेज चलना।
- जानवरों को नजर अंदाज करना (इत्यादि)
वाहन चलाते वक्त रखे इन नियमों का ख्याल
सड़क दुर्घटना के बढते क्रम को देखते हुये सरकार ने वाहन चालको को कुछ मुख्य निर्देश दिये है, जिसका पालन न करने पर भारी चालान के साथ-साथ ड्राइवरी लाइसेंस भी जब्त या रद्द किया जा सकता है। (sadak suraksha par nibandh)
- अगर आप भी वाहन तेज चलाने के शुकीन है तो विशेष ख्याल रखें सड़क के किनारे लगे बोर्ड पर वाहन की लिमिट (Speed limit) लगा होता है, उसका पालन करें, विशेषकर अस्पताल व विद्यालय के सामने वाहन धीरे चलायें।
- वाहन चलाते वक्त हेलमेट व जूते अवश्य पहने।
- वाहन चलाते वक्त कार म्युजिक को अधिक आवाज मे ना सूने, ऐसा करते वक्त पकडे जाने पर चालन देना होगा।
- वाहन चलाते वक्त गाडी के कागजात, प्रदुषण सर्टिफिकेट, व ड्राइविंग लाइसेंस जरुर पास रखे।
- गाडी चलाते वक्त फोन से बात ना करें ( हेडफोन और ब्लूटूथ भी प्रयोग नही कर सकते)
- वाहन चलाते वक्त चौराहे या अन्य स्थानों पर रेड लाइट जम्प ना करें
- रेड लाइट होने पर गाडी को जेब्रा क्रोसिंग पर ना खडा करे, वो पैदल रोड क्रास करने वालो के लिये बनाया जाता है।
- किसी भी प्रकार का वाहन मे मोडिफिकेसन गैर कानूनी है, इसलिये अपने वाहन मे प्रेशर हार्न जैसी कई अन्य वस्तुयें ना लगवायें।
- वाहन चलाते वक्त एम्बूलेंस या अन्य आपातकालीन सर्विस को प्राथमिकता दें, उन्हे आगे जाने के लिये बाध्य ना बनेंं
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